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विंडीज़ के खिलाफ T20I सीरीज शुरू होने से पहले रोहित ने बड़ी बात बोल दी!

इस सीरीज से ज्यादा फोकस कहां है?

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Rohit Sharma की अगुवाई में भारतीय टीम T20I सीरीज भी जीतना चाहेगी (एपी फोटो)
इंडिया वर्सेज वेस्ट इंडीज़. वनडे सीरीज खत्म हो चुकी है. अब बारी T20I की. वनडे सीरीज में इंडियन क्रिकेट टीम ने विंडीज़ को चारों खाने चित किया. तीनों मैच में बेहद आसानी से जीत दर्ज की. लेकिन क्रिकेट के इस फॉर्मेट में विंडीज़ जलवेदार टीम है. यहां उनके पास ऐसे तमाम प्लेयर्स हैं जो कुछ गेंदों में पूरा मामला बदल सकते हैं. हाल ही में विंडीज़ ने इंग्लैंड को 3-2 से हराया है. और इस सीरीज में उनके प्लेयर्स ने कमाल का प्रदर्शन किया था. हालांकि दूसरी ओर इंडियन टीम भी किसी से हल्की नहीं है. इंडिया ने इस फॉर्मेट में अपने पिछले छह मैच लगातार जीते हैं. यह सिलसिला T20I वर्ल्ड कप में अफ़ग़ानिस्तान, स्कॉटलैंड और नामीबिया के खिलाफ मिली जीत से शुरू हुआ था. और इस टूर्नामेंट के तुरंत बाद भारत ने अपने ही घर में न्यूज़ीलैंड को 3-0 से हराया था. अपने घर में भारतीय बल्लेबाजी अपने शबाब पर होती है. और उन्हें थामने के लिए विंडीज़ को अपने प्रदर्शन में निरंतरता लानी ही होगी. इस सीरीज में भले ही इंडियन टीम के पास कई दिग्गज नहीं हैं, लेकिन इसके बाद भी भारत को कमजोर नहीं माना जा सकता. # चुनौतियां भारत के लिए इस मैच की सबसे बड़ी चुनौती ओपनिंग जोड़ी है. केएल राहुल के ना रहने के चलते भारत को देखना होगा कि रोहित के साथ ओपनिंग करने कौन जाएगा. लगभग साल भर पहले, अपनी कप्तानी के दौर में विराट कोहली ने दावा किया था कि वह रोहित के साथ ओपनिंग करेंगे. ईशान किशन, रुतुराज गायकवाड़ और वेंकटेश अय्यर जैसे युवाओं ने IPL में इस रोल को बखूबी निभाया है. विंडीज़ के खिलाफ वनडे सीरीज में भारत ने ऋषभ पंत को भी ओपनर के तौर पर आजमाया था. लेकिन यहां पंत और विराट के मिडल ऑर्डर में खेलने के चांस ज्यादा हैं. ऐसे में ईशान किशन को ओपनिंग करते देखा जा सकता है. बाकी की टीम में जाने-पहचाने चेहरे ही दिखने की उम्मीद है. जबकि वेस्ट इंडीज़ की बात करें तो उनके पास पावर हिटर्स की भरमार है. और उनकी सबसे बड़ी चुनौती उन पावर हिटर्स से उनका बेस्ट लेने की है. # उम्मीदें टीम इंडिया के बिग हिटर्स में शामिल ऋषभ पंत का T20I रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं है. उनके स्टेटस के हिसाब से पंत का 122.87 का स्ट्राइक रेट बहुत अच्छा नहीं माना जा सकता. इस सीरीज में वह टीम के वाइस कैप्टन हैं. साथ ही उम्मीद है कि इस बार उनका रोल भी क्लियर रहेगा. और वह इस रोल को अच्छे से निभाएंगे. विंडीज़ की ओर से जेसन होल्डर टेस्ट और वनडे में तो छाए रहते हैं. लेकिन T20I वर्ल्ड कप के दौरान वह मुख्य टीम से बाहर रहे थे. लेकिन हाल ही में हुए IPL 2022 ऑक्शन के दौरान जिस तरह से उन पर बोलियां लगीं, उम्मीद है कि वह अपने प्रदर्शन से इन्हें सही भी साबित करेंगे. वह गेंद और बल्ले दोनों से विंडीज़ की बड़ी उम्मीदों में शामिल रहेंगे. # कौन अंदर- कौन बाहर? ईशान किशन से ओपनिंग कराने की स्थिति में इंडिया का नंबर पांच और छह कौन होगा? इन दो स्थानों में से एक सूर्यकुमार यादव को मिलने की उम्मीद रहेगी. जबकि दूसरे के लिए टीम की स्ट्रैटेजी पर ध्यान देना होगा. अगर उन्हें छठा बोलिंग ऑप्शन चाहिए तो वेंकटेश या दीपक हूडा में से किसी एक को मौका मिल सकता है. या फिर टीम श्रेयस अय्यर के साथ जा सकती है. बोलर्स में लेफ्ट-आर्म रिस्ट स्पिनर कुलदीप यादव को मौका मिल सकता है. क्योंकि बाकी के दो स्पिनर्स युज़वेंद्र चहल और रवि बिश्नोई एक जैसे लेग स्पिनर्स ही हैं. पेस बोलिंग में भारत के पास छह शुद्ध ऑप्शंस हैं. और जैसा कि रोहित ने कहा, भारत अब T20I वर्ल्ड कप को ध्यान में रखकर टीम बनाएगा. ऐसे में टीम भुवनेश्वर कुमार या दीपक चाहर पर आवेश खान को वरीयता दे सकती है. और डेथ बोलिंग के चलते शार्दुल ठाकुर की जगह हर्षल पटेल को मिल सकती है. बात वेस्ट इंडीज़ की करें तो उनका सबसे बड़ा सरदर्द कप्तान कायरन पोलार्ड की फिटनेस थी. निगल के चलते उन्होंने आखिरी के दो वनडे मैच नहीं खेले थे. और इस दौरान विंडीज़ की टीम ने उन्हें बुरी तरह से मिस किया था. अब वह फिट हैं. और इससे विंडीज़ को काफी आराम मिला होगा. हालांकि विंडीज़ को अब भी ब्रावो या रोस्टन चेज में से किसी एक को चुनने में माथा-पच्ची करनी होगी. टीम के पास इतने ऑलराउंडर ऑप्शन हैं कि उनमें से किसे चुनें और किसे बाहर करें वाली समस्या भी बनी ही रहती है. स्टैट्स की बात करें तो भारत और वेस्ट इंडीज़ के बीच हुए कुल 17 मैच में भारत ने 10 जबकि विंडीज़ ने छह मैच जीते हैं.