कानपुर टेस्ट का चौथा दिन बहुत कमाल का रहा. बांग्लादेश को 233 रन पर समेटने के बाद टीम इंडिया ने Test20 खेलना शुरू कर दिया. इन्होंने पहले ओवर से ऐसी कुटाई मचाई, कि बैज़बॉल वाले छिपने की जगह खोजने लगे. लेकिन इसी दौरान कुछ ऐसा हुआ, जिससे लेजेंडरी सुनील गावस्कर गुस्सा हो गए.
रोहित-गंभीर की ऐसी चाल, कॉमेंट्री बॉक्स में बैठे गावस्कर गुस्सा गए!
रोहित शर्मा और गौतम गंभीर. कानपुर टेस्ट में जब भारत ताबड़तो़ड बैटिंग कर रहा था, तो इन दोनों ने विराट कोहली को नंबर चार पर बैटिंग नहीं करने दी. और इस बात ने सुनील गावस्कर को गुस्सा दिला दिया है.
भारतीय टीम ने सिर्फ़ तीन ओवर्स में 51 रन बना डाले थे. रोहित-यशस्वी ने मिलकर टेस्ट इतिहास का सबसे तेज पचासा जड़ दिया. रोहित के आउट होने के बाद भी रन बनाने की स्पीड नहीं रुकी. नंबर तीन पर आए शुभमन गिल ने भी अच्छे हाथ दिखाए. 127 के टोटल पर भारतीय टीम ने दूसरा विकेट गंवाया.
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लोगों को उम्मीद थी कि अब विराट कोहली बैटिंग पर आएंगे. विराट काफी देर से तैयार होकर बैठे भी थे. लेकिन कप्तान रोहित और कोच गंभीर ने नंबर चार पर विराट की जगह ऋषभ पंत को भेज दिया. और इस बात से गावस्कर नाखुश लगे. उन्होंने इस फैसले के पीछे के लॉजिक पर ही सवाल उठा दिया.
गावस्कर के साथ कॉमेंट्री कर रहे मुरली कार्तिक ने कहा कि शायद भारतीय टीम लेफ़्ट-राइट का कॉम्बिनेशन देख रही थी. इसलिए विराट से पहले पंत को उतारा गया. लेकिन गावस्कर के हिसाब से ये चौंकाने वाली कॉल थी. उन्होंने कहा,
'आप ऐसे बंदे की बात कर रहे हैं जिसने नंबर चार पर बैटिंग करते हुए टेस्ट में लगभग नौ हजार रन बनाए हैं.'
बता दें कि विराट कोहली लगातार टीम इंडिया के लिए नंबर चार पर खेलते आए हैं. लेकिन हाल के दिनों में एक से ज्यादा बार ऐसा हो चुका है, जब टीम इंडिया ने विराट को नंबर चार पर बैटिंग करने से रोक दिया हो. बीते बरस वेस्ट इंडीज़ में भी ऐसा ही हुआ था.
ईशान ने पोर्ट ऑफ़ स्पेन में अपने डेब्यू पर ही पचासा जड़ा था. और उस रोज़ इन्होंने नंबर चार पर ही बैटिंग की थी. उससे पहले, बांग्लादेश के खिलाफ़ ही मीरपुर टेस्ट में अक्षर पटेल को विराट से पहले, नंबर चार पर भेजा गया था.
ओवरऑल बात करें तो हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, विराट ने अपने टेस्ट करियर में 31 बार नंबर चार से नीचे बैटिंग की है. उन्होंने इन पारियों में चार शतक जड़े हैं. इनमें से तीन शतक नंबर पांच और एक नंबर छह पर आया है. विराट ने 2012 में आखिरी बार नंबर छह पर बैटिंग की थी.
वापस कानपुर टेस्ट पर लौटें तो भारत ने टेस्ट क्रिकेट के कई रिकॉर्ड बदल डाले. इन्होंने सबसे तेज टीम फ़िफ़्टी, सेंचुरी, 150, 200 और 250 रन का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. इनमें से कुछ रिकॉर्ड पहले से भारत के नाम थे, जबकि कुछ इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के. भारत ने अपनी पहली पारी 285-9 के टोटल पर घोषित की. पहली पारी के आधार पर टीम इंडिया को 52 रन की लीड मिली थी.
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