The Lallantop

गंभीर मिस्टेक! पूर्व क्रिकेटर ने हेड कोच को सुनाते हुए क्या बोल दिया!

बेंगलुरु टेस्ट की पहली पारी में भारतीय बैटिंग नाकाम रही. स्टार बल्लेबाज, विराट कोहली खाता भी नहीं खोल पाए. पूर्व क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने कोहली के इस हाल के लिए हेड कोच गौतम गंभीर को जिम्मेदार ठहराया है.

post-main-image
गंभीर ने बहुत ग़लत किया (AP/PTI)

बेंगलुरु टेस्ट में टीम इंडिया का बैटिंग ऑर्डर थोड़ा सा चेंज दिखा. शुभमन गिल की गर्दन में अकड़न थी. वह इस टेस्ट में नहीं खेले. और इसके चलते विराट कोहली को नंबर तीन पर बैटिंग करनी पड़ी. जबकि उनके पसंदीदा, नंबर चार पर सरफ़राज़ खान खेले. पहली पारी में इन दोनों का ही खाता नहीं खुला. और अब पूर्व क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने कोच के इस फैसले पर सवाल उठाया है.

कार्तिक का मानना है कि इस मैच में केएल राहुल या सरफ़राज़ खान को नंबर तीन खेलना चाहिए था. क्रिकबज़ से बात करते हुए वह बोले,

'मैं विराट कोहली को प्रोटेक्ट नहीं कर रहा हूं. उनके पास इस खेल के सबसे महानतम बैटर्स जैसा टेम्परामेंट और टेक्नीक है. अगर मैं कोई बदलाव करता हूं, तो ये इसलिए होगा क्योंकि मुझे यक़ीन रहेगा कि वो प्लेयर उस नंबर पर अच्छा करेगा, ना कि मैं विराट कोहली को प्रोटेक्ट करना चाहूंगा. वह हर वनडे में नंबर तीन पर खेलते हैं, T20 में ओपन करते हैं, अब आप कह सकते हैं कि गेंद अलग होती है. इतना मूव नहीं करती. ठीक बात है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली के लिए नंबर चार ही बेस्ट है.'

यह भी पढ़ें: फ़ील्ड पर नहीं उतरे ऋषभ पंत, ग़लत साबित हो गई कप्तान रोहित की बात!

कार्तिक ने इस बातचीत में कोहली की तारीफ़ भी की. वह इस बात से बहुत खुश थे कि कोहली ने जिम्मा उठाया और नंबर तीन पर आने का रिस्क लिया. हालांकि ये फैसला अच्छा नहीं साबित हुई. लेकिन कार्तिक के मुताबिक, टीम के बुरे प्रदर्शन का ज्यादा श्रेय कोच गंभीर के खाते में जाता है. कार्तिक बोले,

'विराट की भी तारीफ करनी होगी. वह आसानी से बोल सकते थे- नहीं, मुझे नंबर चार पर ही खेलने दीजिए. क्योंकि आप नंबर तीन पर केएल राहुल या सरफ़राज़ खान को भेज सकते हैं. यहां कोच बोलते- ठीक है, मैं ये देख लेता हूं. लेकिन फ़ैक्ट ये है कि विराट ने कहा- मैं नंबर तीन पर जाकर खुश हूं. ये उनका माइंडसेट बताता है. रिज़ल्ट्स अलग बात हैं, जाहिर तौर पर आज यह उनके पक्ष में नहीं गए.

लेकिन फ़ैक्ट ये है कि आज भारतीय टीम उस मोड़ पर है जहां लोग अडॉप्ट करने और कोच की सोच को सम्मान देने के लिए तैयार हैं. मैं ये नहीं कहूंगा कि ये सही फैसला है. मुझे अभी भी लगता है कि केएल को नंबर तीन पर खेलना चाहिए था, मैं यही सोचता हूं. मैं निश्चित तौर पर गंभीर की सोच से सहमत नहीं हूं कि बैटिंग ऑर्डर सेम रहना चाहिए, जिससे इनकी सोच में कंसिस्टेंसी रहे और अंत में रिज़ल्ट्स आएंगे ही.'

विराट आठ साल बाद टेस्ट में नंबर तीन पर बैटिंग करने उतरे थे. और उनके लिए ये फैसला सिरे से ग़लत साबित हुआ. विराट नौ गेंदों पर बिना खाता खोले वापस लौट गए. टेस्ट की पहली पारी में कुल पांच भारतीय बल्लेबाज बिना खाता खोले आउट हुए. 20 रन बनाने वाले ऋषभ पंत इस पारी के टॉप स्कोरर रहे, ओपनर यशस्वी जायसवाल ने 13 रन बनाए. न्यूज़ीलैंड के लिए मैट हेनरी ने पांच विकेट निकाले. भारत की पहली पारी सिर्फ़ 46 रन पर सिमटी. जवाब में न्यूज़ीलैंड ने पहली पारी में 402 रन बनाए. टीम के लिए रचिन रविंद्र ने शतक जड़ा, जबकि डेवन कॉन्वे ने 91 और टिम साउदी ने 65 रन जोड़े.

वीडियो: Ind vs NZ: भारत 46 पर ऑल आउट हुआ तो लल्लनटॉप न्यूज़रुम में क्या बातें होने लगीं?