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Paris Olympics की स्वर्ण पदक विजेता महिला मुक्केबाज इमान खलीफ 'पुरुष' हैं: रिपोर्ट

पेरिस ओलंपिक्स के दौरान भी इमान खलीफ की महिला वर्ग में पात्रता पर सवाल उठे थे. उनकी इटली की प्रतिद्वंदी ने मुकाबला बीच में ही छोड़ दिया था.

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पेरिस ओलंपिक्स में अल्जीरिया की इमान खलीफ के साथ इटली की एंजेला कैरिनी. (Photo: Reuters)

पेरिस ओलंपिक्स की महिला मुक्केबाजी प्रतियोगिता में अल्जीरियाई स्वर्ण पदक विजेता इमान खलीफ कथित तौर पर एक पुरुष हैं. फ्रांसीसी पत्रकार जाफर ऐत औदिया ने खलीफ की एक मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी है. इस रिपोर्ट के हवाले से दावा किया गया है कि खलीफ का जन्म ‘अंडकोष’ और ‘सूक्ष्म लिंग’ के साथ हुआ था. यह रिपोर्ट खलीफ द्वारा इस साल जुलाई-अगस्त में पेरिस ओलंपिक में महिला मुक्केबाजी में स्वर्ण पदक जीतने के कुछ महीने बाद आई है.

फ्रेंच मीडिया ले करस्पोंडेंट में प्रकाशित औदिया की रिपोर्ट के मुताबिक, खलीफ की मेडिकल रिपोर्ट में लिखा गया कि ‘गर्भाशय मौजूद नहीं है’ और उनके ‘पेट में अंडकोष’ पाया गया है. साथ ही "एक ब्लाइंड वजाइना" और ‘क्लिटोरल हाइपरट्रॉफी’ के रूप में एक माइक्रो-पेनिस (सूक्ष्म लिंग) की उपस्थिति का संकेत मिला है.

इस रिपोर्ट को फ्रांस के पेरिस में क्रेमलिन-बिसेट्रे अस्पताल और अल्जीरिया के अल्जीयर्स में मोहम्मद लामिन देबाघिन अस्पताल ने मिलकर तैयार किया था. इसमें यह भी बताया गया कि इमान खलीफ 5-अल्फा की कमी से प्रभावित थे.

5-अल्फा की कमी मुख्य रूप से पुरुषों को प्रभावित करती है. यह जन्म के समय ही बच्चे के यौन अंगों के सामान्य विकास को प्रभावित करती है. इस कमी के कारण, जननांग विकृत हो जाते हैं और मेल शिशु को फीमेल मान लिया जाता है. मेडिकल रिपोर्ट ने यह भी बताया गया है कि इमान खलीफ का जन्म ‘ऐसे माता-पिता से हुआ है जो संभवत: ब्लड रिलेटिव थे’.

पेरिस ओलंपिक में मुक्केबाजी प्रतियोगिता के दौरान इमान खलीफ को उनके जैविक लिंग और लिंग पहचान के लिए कई जांचों का सामना करना पड़ा. कई लोगों ने यहां तक ​​दावा किया कि खलीफ ट्रांसजेंडर हैं. 2023 में, इमान खलीफ को कथित तौर पर एलिजिबिलिटी में विफल होने के बाद विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप से अयोग्य घोषित कर दिया गया था.

इसके बाद इस बहस ने तब ज्यादा ध्यान आकर्षित किया जब अंतिम 16 मुकाबले में खलीफ की प्रतिद्वंद्वी इटली की एंजेला कैरिनी ने अपने मुकाबले के पहले दौर में ही फाइट छोड़ दी थी. उन्होंने कहा कि 'इस तरह का पंच उन्होंने कभी महसूस नहीं किया.' उनके प्रतियोगिता के अंतिम मुकाबले में पीछे हटने के बाद फलीख को विजेता मान स्वर्ण पदक दिया गया था.

वीडियो: महिला मुक्केबाज इमान खलीफ 'बायोलॉजिकल मेल' हैं या नहीं? डॉक्टर ने क्या बताया?