अरशद नदीम (Arshad Nadeem). पाकिस्तान के जैवलिन थ्रोअर ने पेरिस ओलंपिक्स (Paris Olympics 2024) में इतिहास रच दिया. उन्होंने 92.97 मीटर का ऐतिहासिक थ्रो कर गोल्ड मेडल जीता. इस शानदार उपलब्धि पर अरशद को दुनियाभर से खूब बधाई मिली. अरशद को बधाई देने वालों में एक नाम पूर्व इंडियन क्रिकेटर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) का भी शामिल रहा. हालांकि भज्जी से इस दौरान एक गलती हो गई. और इस चक्कर में सोशल मीडिया पर उनकी ट्रोलिंग हो गई.
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अरशद नदीम और नीरज चोपड़ा की एक फोटो शेयर की गई. अरशद नदीम नाम की प्रोफाइल से. इस फोटो के कैप्शन में लिखा था,
अरशद नदीम को बधाई देने के चक्कर में ऐसी ट्रोलिंग होगी, भज्जी ने सोचा भी नहीं होगा!
Paris Olympics 2024 में इतिहास रचने वाले Arshad Nadeem को बधाई देते हुए Harbhajan Singh से एक गलती हो गई. जिसके बाद उनकी काफी ट्रोलिंग हो रही है.
'हम हमेशा सच्चे दोस्त रहेंगे.'
हरभजन ने इस पोस्ट को अपने ऑफिशल अकाउंट से शेयर कर दिया और लिखा,
‘अरशद आपको जीत की बधाई. शानदार फोटो, खेल सभी को जोड़ देता है.’
लेकिन यहां हरभजन सिंह से एक गड़बड़ हो गई. उन्होंने जिस अकाउंट को नदीम का समझा वो एक पैरोडी अकाउंट था. यहां तक कि इस प्रोफाइल के बायो में भी ये बात लिखी गई थी. बस फिर क्या था, सोशल मीडिया पर भज्जी का मजाक बनना शुरू हो गया.
एक यूजर ने लिखा,
‘फेक अकाउंट्स को रिप्लाई करना और पाकिस्तान के क्रिएटर्स को धो देना- ये काम सिर्फ भज्जी पा ही कर सकते हैं.’
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एक और यूजर ने लिखा,
‘फेक अकाउंट पर विश कर रहे सिंह साहब.’
वहीं एक यूजर ने लिखा,
‘अरे भाई. भावनाओं में मत बहो. चेक करो, कौन क्या ट्वीट कर रहा है.’
एक और यूजर ने लिखा,
'भाई ये पैरोडी अकाउंट है.'
हालांकि, भज्जी ने अपने ट्वीट में अरशद के असली अकाउंट को टैग किया था. लेकिन जनता को इस बात से क्या मतलब. उन्होंने तो बस क़ोट देखा और ट्रोलिंग शुरू कर दी.
नदीम ने रचा था इतिहासबात अरशद नदीम की करें तो उन्होंने 92.97 मीटर का भाला फेंक गोल्ड मेडल जीता था. साथ ही नया ओलंपिक्स रिकॉर्ड भी अपने नाम किया था. नदीम ओलंपिक्स में मेडल जीतने वाले पाकिस्तान के पहले ट्रैक एंड फील्ड एथलीट भी बन गए. फाइनल मैच में नदीम का पहला थ्रो फाउल रहा था. इसके बाद उन्होंने दो बार 90 मीटर से ज्यादा दूर भाला फेंका. नदीम ने दूसरा थ्रो 92.97 मीटर का मारा. उन्होंने अपना आखिरी थ्रो 91.79 मीटर तक किया. नीरज चोपड़ा ने 89.45 मीटर के थ्रो के साथ दूसरा स्थान हासिल किया.
ओलंपिक्स में 32 साल के लंबे इंतजार के बाद पाकिस्तान के लिए कोई मेडल आया था. इससे पहले 1992 ओलंपिक्स में पाकिस्तान को ब्रॉन्ज मेडल मिला था. जबकि देश के लिए आखिरी गोल्ड मेडल साल 1984 में आया था.
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