'गुरु याद रखना, हारेंगे पर सीखकर जाएंगे.' हाल के सालों में हमने क्रिकेट के मैदान पर तमाम लाइंस सुनी. लेकिन ये लाइन आने वाले वक्त में सबसे पॉपुलर लाइंस में से एक होने वाली है. ये बोलने वाले व्यक्ति सच में मैच हार गया, लेकिन उसे सीख जरूर मिली. सीख, कि आखिरी विकेट या आखिरी गेंद तक क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है. एक पार्टनरशिप मैच पलट सकती है. और एक दिन किसी भी ज़ीरो को हीरो बना सकता है.
हारेंगे पर... अंडर-19 वर्ल्ड कप की हार का दुख कम कर देगा लड़कों का ये हौसला!
कहते हैं कि या तो आप जीतते हो, या फिर सीखते हो. ये लाइन हमने कई दफ़ा सुनी होगी. लेकिन इस बार हमने सुना- 'गुरु याद रखना, हारेंगे पर सीखकर जाएंगे.' और यक़ीन मानिए, ये लाइन सालों तक याद रहेगी.
अंडर-19 वर्ल्ड कप का फ़ाइनल. भारतीय लड़कों को ऑस्ट्रेलिया ने हरा दिया. पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन खेलने वाली टीम, फ़ाइनल में जीत से दूर रह गई. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने साउथ अफ़्रीका में जिस तरह का खेल दिखाया, वो क़ाबिल-ए-तारीफ़ है. BCCI सेक्रेटरी जय शाह ने इनकी तारीफ़ में X पर पोस्ट किया,
‘भले ही हमारे अंडर-19 लड़के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में हार गए हों, लेकिन उनकी यात्रा ने प्रेरणा की अमिट छाप छोड़ी है. जीत से लेकर कठिन पलों तक, प्रत्येक मैच हमारी टीम की अटूट भावना, दृढ़ संकल्प और कौशल का प्रमाण बन गया.
पूरी टीम ने क्रिकेट के असली सार का प्रदर्शन किया. उदय सहारन प्रेरक नेतृत्व, सौम्य पांडे असाधारण स्पिन गेंदबाजी. मुशीर खान का निडरता से गेंदबाजों का सामना करना और राज लिम्बनी का तेज गति की सनसनी के रूप में उभरना देखने लायक था.
मैं टीम के हर एक सदस्य का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. यह गेम जितना सुंदर है उतना ही अप्रत्याशित भी. आपने जिस तरह से खेल खेला है उससे आपने हमें गौरवान्वित किया है - दिल से, गर्व से और कभी न हार मानने वाले रवैये से! ICC अंडर-19 विश्व कप ट्रॉफी जीतने के लिए ऑस्ट्रेलिया U19 टीम को बधाई!’
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अब बात उस लाइन की, जिससे हमने ये कहानी शुरू की थी. अंडर-19 वर्ल्ड कप के फ़ाइनल में भारत को 75 गेंदों पर 103 रन की जरूरत थी. जबकि टीम के आठ विकेट गिर चुके थे. यानी जीत की सारी उम्मीदें तक़रीबन खत्म हो चुकी थीं. मुरुगन अभिषेक एक एंड से जितने हो सके रन जोड़ रहे थे. और तभी उनका साथ दे रहे नमन तिवारी ने ये बात कही.
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीता और पहले बैटिंग का फैसला किया. टीम ने 50 ओवर्स में सात विकेट खोकर 253 रन बनाए. यह अंडर-19 वर्ल्ड कप फ़ाइनल का सबसे बड़ा स्कोर था. यानी भारत को चैंपियन बनने के लिए वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना था. लेकिन भारतीय लड़के चूक गए. तमाम कोशिशों के बाद भी ये 174 रन ही बना पाए. ऑस्ट्रेलिया ने मैच 79 रन से जीत लिया.
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