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गंभीर की मर्जी से गई अभिषेक नायर की नौकरी? BCCI के एक्शन की इनसाइड स्टोरी

Abhishek Nayar और Gautam Gambhir की जोड़ी ने KKR में साथ काम किया था. और उन्होंने KKR के दस साल के खिताबी सूखे को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई थी. लेकिन ये जोड़ी इंडियन ड्रेसिंग रूम में क्लिक नहीं कर पाई.

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गंभीर ने अभिषेक नायर का बचाव नहीं किया. (BCCI)

BCCI ने अभिषेक नायर (Abhishek Nayar) को टीम इंडिया के असिस्टेंट कोच के पद से हटा दिया है. नायर की इस पद पर नियुक्ति में हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) की बड़ी भूमिका थी. लेकिन खबर है कि गंभीर ने नायर को हटाने का विरोध नहीं किया है. क्योंकि वो बतौर असिस्टेंट कोच नायर के प्रदर्शन से खुश नहीं थे.

अभिषेक नायर और गौतम गंभीर की जोड़ी ने KKR में साथ काम किया था. और उन्होंने KKR के दस साल के खिताबी सूखे को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई थी. लेकिन ये जोड़ी इंडियन ड्रेसिंग रूम में क्लिक नहीं कर पाई. BCCI से जुड़े एक सूत्र ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि अभिषेक नायर टीम के सीनियर मेंबर्स के साथ अच्छी बॉन्डिंग नहीं बना पाए. उनके मुताबिक, 

बोर्ड के अधिकारियों ने सीनियर क्रिकेटरों से फीडबैक लिया. कुछ लोग ड्रेसिंग रूम में नायर की भूमिका से खुश नहीं थे. कुछ दिन पहले ही उन्हें उनका कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बारे में बताया गया था.

अभिषेक नायर को गंभीर की सिफारिश पर टीम इंडिया का कोच बनाया गया था. BCCI में ये एक अलिखित नियम सा है कि हेड कोच अपना सहयोगी स्टाफ चुन सकता है. नायर के अलावा गंभीर ने फील्डिंग कोच के लिए रेयान टेन डेशकाटे और बॉलिंग कोच के लिए मोर्ने मोर्कल के नाम की सिफारिश की.

सीनियर क्रिकेटर और बोर्ड के मेंबर फील्डिंग कोच टी दिलीप के परफॉर्मेंस से खुश थे. और उनका कॉन्ट्रैक्ट खत्म नहीं हुआ था. इसलिए उनको एक्सटेंशन दे दिया गया. यहीं से दिक्कतें शुरू हुईं. गंभीर की सिफारिशों को भी मानना और दिलीप को फील्डिंग कोच बनाए रखना. इसके लिए बोर्ड के पास एक ही रास्ता था कि एक और पोस्ट तैयार की जाए. इसके बाद इंडियन क्रिकेट टीम के इतिहास में पहली बार एक हेड कोच को दो नॉमिनेटेड असिस्टेंट कोच मिले. नायर और डेन डेशकाटे. गंभीर की मूल सिफारिश के मुताबिक नायर को बैटिंग कोच बनाया जाना था.

न्यूजीलैंड के खिलाफ होम टेस्ट सीरीज में 3-0 की हार के बाद BCCI ने सपोर्ट स्टाफ के परफॉर्मेंस पर बारीकी से नजर रखना शुरू कर दिया. इसके बाद हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भी टीम को 3-1 से हार मिली. इसके बाद गंभीर के सपोर्ट स्टाफ पर सवाल उठने खड़े हो गए. इसके बाद गंभीर और रोहित शर्मा के साथ हुई समीक्षा बैठक के बाद BCCI ने सितांशु कोटक को बैटिंग कोच नियुक्त किया. कोटक इंग्लैंड के खिलाफ वॉइट बॉल सीरीज में टीम से जुड़े. और चैंपियंस ट्रॉफी में भी टीम के साथ ट्रेवल किया.

जब बोर्ड ने उनके सहयोगी स्टाफ में कटौती करने का फैसला किया तो गंभीर ने कोई आपत्ति नहीं की. सूत्रों के मुताबिक, गंभीर ने नायर को हटाने का विरोध नहीं किया. क्योंकि उन्हें डेशकाटे और मोर्केल को लाने के लिए काफी मशक्क्त करनी पड़ी थी. और वो उन्हें इतनी जल्दी जाने नहीं देना चाहते थे. अब माना जा रहा है कि कोटक बैटिंग कोच के पद पर बने रहेंगे. जबकि असिस्टेंट कोच का पद समाप्त होने की संभावना है. डेशकाटे अब फील्डिंग कोच की भूमिका में आ जाएंगे, क्योंकि टी दिलीप का कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो गया है. 

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अभिषेक नायर ने दिनेश कार्तिक, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर और वरुण चक्रवर्ती जैसे कई टॉप लेवल क्रिकेटर्स के साथ काम किया  है. और उन्हें अपने खेल को बेहतर करने में मदद की है. कार्तिक और चक्रवर्ती के करियर को रिवाइव करने में तो उनकी बेहद महत्वपूर्ण भूमिका रही है. असल में कार्तिक ने ही KKR का कप्तान रहते हुए नायर को सहायक कोच के तौर पर चुना था.

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