डूरंड कप (Durand cup). दुनिया के सबसे पुराने फुटबॉल टूर्नामेंट्स में से एक. रविवार को इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में बेंगलुरू एफसी ने मुबंई सिटी एफसी को 2-1 हरा दिया. इसके साथ ही सुनील छेत्री (Sunil chhetri) की कप्तानी वाली टीम ने अपना पहला डूरंड कप टाइटल जीता. बेंगलुरू एफसी के लिए शिवशक्ति नारायण और एलेन कोस्टा ने गोल किया. जबकि मुंबई के लिए लालेंगमाविया राल्टे ने एकमात्र गोल दागा.
बंगाल के गवर्नर ने सुनील छेत्री के साथ ऐसा सलूक किया? वीडियो मूड ख़राब कर देगा
सुनील छेत्री की कप्तानी वाली टीम ने अपना पहला डुरंड कप टाइटल जीता.
ये जीत टीम के कप्तान सुनील छेत्री के लिए काफी खास रहा. उनके लिए पिछला सीज़न अच्छा नहीं रहा था, ऐसे में इस खिताब से उनका मनोबल भी काफी बढ़ेगा. टीम को मिली महत्वपूर्ण जीत की खुशी भी उनके चेहरे पर साफ नजर आ रही थी. लेकिन इस खुशी के दौरान स्टार फुटबॉलर को बंगाल के गर्वनर La Ganesan के द्वारा अपमानित भी किया गया. जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
दरअसल जब सुनील छेत्री जीत के बाद डुरंड कप ट्रॉफी लेने पहुंचे तो वहां बंगाल के गर्वनर La Ganesan समेत तमाम लोग मौजूद थे. जीत के बाद छेत्री को ट्रॉफी सौंपी गई और फोटो सेशन होने लगा. लेकिन इसी दौरान छेत्री के बगल में खड़े बंगाल के गर्वनर ने उन्हें पीछे की तरफ धक्का दिया, जिससे की वो भी फोटो फ्रेम में आ सकें. ऐसा लग रहा था मानों ये ट्रॉफी छेत्री ने नहीं बल्कि La Ganesan ने जीती है.
# फैन्स के निशाने पर आए La Ganesanये वीडियो सोशल मीडिया पर तुंरत ही वायरल हो गया और फैन्स ने बंगाल के गर्वनर को निशाने पर ले लिया. फैन्स ने उनकी इस हरकत के बाद पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट कप्तान रिकी पोटिंग को याद किया. जब उन्होंने और टीम के साथी प्लेयर्स ने साल 2006 की चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद ट्रॉफी लेने के दौरान, BCCI के तात्कालीन अध्यक्ष शरद पवार को मंच से हटने को कहा था.
एक फैन ने ट्वीट करते हुए लिखा,
सिर्फ एक फोटो के लिए यह एक खिलाड़ी का अपमान है.
एक और यूजर ने ट्वीट करते हुए पूछा,
क्या उन्हें पता भी है कि वो किनको दूर धकेल रहे हैं?
एक यूजर ने ट्वीट करते हुए लिखा,
दुर्भाग्य से वो रिकी पोंटिंग को यह पुरस्कार नहीं सौंप रहे थे.
एक और यूजर ने लिखा,
सुनील छेत्री को रिकी पोंटिंग की तरह पेश आना चाहिए था
एक यूजर ने सवाल किया,
#मैच में क्या हुआ?क्या कोई भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के साथ ऐसा व्यवहार करने की हिम्मत भी कर सकता है? ये कितनी शर्म की बात है.
नए कोच साइमन ग्रेसन के साथ बेंगलुरु की टीम ने ये मैच 2-1 से जीता. मुकाबले के पहले हॉफ में युवा प्लेयर शिवशक्ति नारायण ने गोल किया. जिसके जवाब में मुंबई के लिए लालेंगमाविया राल्टे ने गोल कर टीम की वापसी करवाई. लेकिन दूसरे हॉफ में ब्राज़ील के डिफेंडर एलेन कोस्टा ने एक शानदार हेडर से गोल कर बेंगलुरु को खिताब जिता दिया. डूरंड कप की बात करें तो ये दुनिया के सबसे पुराने टूर्नामेंट्स में से एक है. 1888 में शुरू हुआ ये टूर्नामेंट इंडियन फुटबॉल के लिए ख़ास रहा है. इस टूर्नामेंट को कोलकाता के दोनो बड़े क्लब्स - ईस्ट बंगाल और मोहन बागान ने सर्वाधिक 16-16 बार जीता है.
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