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पकड़ा गया बांग्लादेशी फ़ैन का झूठ, मिल रही है बहुत बड़ी सजा

बांग्लादेश के सुपर फ़ैन रोबी टाइगर ने कानपुर में भारतीय फ़ैन्स पर मारपीट करने के आरोप लगाए थे. ये मामला झूठा पाया है. रोबी को कानपुर से वापस भेज दिया गया है. उनके ऊपर जल्दी ही कड़ा एक्शन भी लिया जाएगा.

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रोबी ने लगाया था मारपीट का आरोप (PTI File)

भारत-बांग्लादेश के बीच दो मैच की सीरीज़ का दूसरा टेस्ट कानपुर में खेल जा रहा है. इस टेस्ट के दो दिन बीत चुके हैं. और इन दो दिनों में कुल 35 ओवर का ही खेल हो पाया है. लेकिन इसके बीच कानपुर से आई एक ख़बर ने खूब चर्चा बटोरी थी. दावा किया गया था कि बांग्लादेश क्रिकेट टीम के एक सुपरफ़ैन को कानपुर में लोगों ने पीट दिया. बाद में कहा गया कि वो बीमार था, और किसी ने उनकी पिटाई नहीं की. अब इस पर एक और अपडेट है. दावा है कि रोबी टाइगर नाम के इस फ़ैन को कानपुर से दिल्ली भेज दिया गया है. और वहां से उनको ढाका डिपोर्ट कर दिया जाएगा.

दैनिक जागरण के अभिषेक त्रिपाठी ने X पर ये अपडेट दी. उन्होंने लिखा,

'मेडिकल वीजा पर भारत आकर मार खाने की नौटंकी करने वाले बांग्लादेशी फैन राबी टाइगर को कानपुर से डिपोर्ट कर दिया गया है. वह कानपुर से दिल्ली और कल दिल्ली से ढाका जाएगा. वह अब एक भी मैच नहीं कवर कर पाएगा. उसे भारत आने से पांच साल के लिए प्रतिबंधित भी किया जा सकता है. इसने मेडिकल वीजा लिया लेकिन कोई जांच नहीं कराई.'

इससे पहले लंच ब्रेक के दौरान, रोबी स्टेडियम के एक गेट के पास लड़खड़ाते दिखा था. उसे मीडिया गेट के पास देखा गया. क्रिकइंफ़ो के मुताबिक, इसके बाद सिक्योरिटी और उत्तर प्रदेश क्रिकेट असोसिएशन (UPCA) के लोगों ने मिलकर रोबी को कुर्सी पर बिठाया. पानी पिलाया और फिर एंबुलेंस बुलाकर अस्पताल भेजा.

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रोबी ने इस वक्त तक आरोप लगाया था कि उन्हें मारा गया है. इस घटना से पहले, रोबी ग्रीन पार्क के स्टैंड सी में दिखे थे. यह वही स्टैंड है जिसे मैच से पहले असुरक्षित बताया गया था. रोबी इस स्टैंड में मौजूद इकलौते फ़ैन थे. कुछ फ़ैन्स ने क्रिकइंफ़ो से बताया था कि रोबी की कुछ भारतीय फ़ैन्स के साथ कहासुनी हो गई थी.

जिसके बाद थोड़ी धक्का-मुक्की हुई और लोगों ने रोबी से बांग्लादेश का झंडा छीनकर फेंक दिया था. अस्पताल में भर्ती होने के कुछ वक्त बाद, जब रोबी की हालत सुधरी. तो उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा,

‘मेरी तबीयत खराब थी. पुलिस मुझे अस्पताल लेकर आई, और अब इलाज के बाद मुझे बेहतर लग रहा है.’

इस बातचीत में रोबी ने एक बार भी मारपीट या धक्का-मुक्की का ज़िक्र नहीं किया. शुक्रवार, 27 सितंबर की शाम तक ही रिपोर्ट्स आने लगी थीं कि रोबी ने मारपीट की झूठी कहानी बताई थी. बता दें कि कानपुर में कुछ संगठनों ने इस टेस्ट के खिलाफ़ प्रदर्शन भी किया था. स्टेडियम के क़रीब हुए इन प्रदर्शनों में शामिल लोगों का कहना था कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं. ऐसे में हमें बांग्लादेश के साथ क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए.

 

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