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22 साल के लड़के ने सच किया IPL ट्रॉफी पर लिखा संस्कृत श्लोक

आयुष बदोनी नाम है, छक्के मारना काम है.

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आयुष बदोनी (फोटो क्रेडिट : PTI)
कभी आपने IPL ट्रॉफी पर गौर से ध्यान दिया है? अगर दिया होगा तो संस्कृत में लिखे इस श्लोक को जरूर पढ़ा होगा. ट्रॉफी पर लिखा रहता है- 'यत्र प्रतिभा अवसर प्राप्नोति'. हिंदी में इसका मतलब है-जहां प्रतिभा को मौके मिलते हैं. IPL के अब तक के 15 सीजन में इस श्लोक को कई खिलाड़ियों ने सच साबित किया है. IPL एक ऐसा टूर्नामेंट है, जहां खिलाड़ी रातोंरात स्टार बन जाते हैं. और ऐसे स्टार्स की लिस्ट में अब एक नया नाम जुड़ गया है. आयुष बदोनी. #Ayush Badoni आयुष बदोनी सिर्फ 22 साल के हैं. लखनऊ सुपर जायंट्स ने मेगा ऑक्शन में इन्हें सिर्फ 20 लाख की रकम में खरीदा था. और फिर इस लड़के को सोमवार, 28 मार्च को गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच खेलने का मौका मिला. और आयुष ने इस मौके को पूरी तरह से भुनाते हुए अपना नाम बना लिया. आयुष बदोनी ने इस मैच में अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया. बता दें कि वानखेड़े में IPL 2022 का चौथा मुकाबला खेला गया. गुजरात के कप्तान हार्दिक पंड्या ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी. उनका ये फैसला सही साबित हुआ. गुजरात ने 29 रन के भीतर ही लखनऊ के चार खिलाड़ियों को आउट कर दिया. कप्तान केएल राहुल खाता नहीं खोल सके. क्विंटन डी कॉक सात रन बनाकर आउट हुए. एवन लूइस ने 10 और मनीष पांडे ने छह रन बनाए. ऊपर के तीन बल्लेबाजों को मोहम्मद शमी ने आउट किया. और एवन लूइस को वरुण आरोन ने. लखनऊ सुपर जायंट्स की हालत एकदम पतली थी. नौ ओवर तक लखनऊ के सिर्फ 42 रन ही बने थे और चार बल्लेबाज पविलियन में थे. अब क्रीज़ पर दीपक हूडा और आयुष बदोनी थे. लग तो यही रहा था कि लखनऊ बमुश्किल तीन अंकों तक जा पाएगी. लेकिन दीपक और आयुष ने वानखेड़े में मौज कर दी. दीपक हूडा ने 36 गेंदों में अपना पचासा पूरा किया. जिसमें पांच चौके और दो छक्के शामिल थे. हूडा 55 रन बनाकर आउट हुए. और उनके आउट होने के बाद आयुष ने अपना काम शुरू किया. उन्होंने राशिद खान जैसे आला दर्जे के स्पिनर को शानदार छक्का लगाया. आयुष ने 41 गेंदों में चार चौके और तीन छक्कों की मदद से 54 रन की पारी खेली. और टीम के स्कोर को 158 रन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई. हालांकि आयुष की शुरुआत अच्छी नहीं हुई थी. जब वह बल्लेबाजी के लिए आए तो टीम दबाव में थी. स्टार खिलाड़ी आउट हो चुके थे. और आयुष खुद स्ट्रगल कर रहे थे. 13वें ओवर के खत्म होने तक आयुष बदोनी 20 गेंदों में 11 रन बनाकर खेल रहे थे. T20 में ऐसी बल्लेबाजी देखना कोई पसंद नहीं करता. लेकिन आयुष ने इस बात का लोड लिए बिना ना सिर्फ पारी आगे बढ़ाई, बल्कि अगली 21 गेंदों पर 43 रन भी ठोक डाले. अपने IPL डेब्यू पर आयुष पचासा जड़कर आउट हुए. कमाल की पारी और काबिल-ए-तारीफ बल्लेबाजी. आयुष ने ड्रीम IPL डेब्यू के बाद अपनी पारी के बारे में कहा,
'मैं स्कोरबोर्ड की तरफ नहीं देख रहा था. कुछ देर बाद मुझे पता चला कि मैंने पचासा लगाया है. इस मुकाबले से पहले मैं काफी नर्वस था और पिछली रात सो नहीं सका था. लेकिन जैसे ही अपनी पहली बाउंड्री लगाई. लगा कि मैं तो इसी के लिए यहां हूं. बल्लेबाजी के लिए ये विकेट काफी अच्छी है. छह ओवर्स के बाद बॉल बैट पर आ रही थी.'
# U-19 Asia Cup 2018 बता दें कि आयुष बदोनी दिल्ली से ताल्लुक रखते हैं. मशहूर कोच तारक सिन्हा से कोचिंग ली है. और उभरते हुए अग्रेसिव ऑलराउंडर हैं. आयुष 2018 में U-19 एशिया कप जीतने वाली टीम इंडिया का अहम हिस्सा थे. उन्होंने टूर्नामेंट में पांच मैच खेलते हुए 67 की ऐवरेज से 200 रन ठोके थे. यशस्वी जायसवाल के बाद आयुष टूर्नामेंट के दूसरे लीडिंग रन स्कोरर थे. श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में आयुष ने सिर्फ 28 गेंदों में दो चौके और पांच छक्कों की मदद से 52 रन की पारी खेली थी. आयुष की धुआंधार बल्लेबाजी की वजह से भारत फाइनल जीतने के कामयाब रहा था.