शॉट लगा. बैटर भगा. फ़ील्डर ने गेंद पकड़ी. थ्रो किया. थ्रो कलेक्ट हुआ. गिल्लियां उड़ा दी गईं. बैटर क्रीज़ में नहीं पहुंचा था. नतीजा क्या होगा? आउट. यही ना. आप यही सोच रहे होंगे. और यही सोचा था ऑस्ट्रेलिया वालों ने. लेकिन असल में ऐसा नहीं होता सर. तभी तो ऑस्ट्रेलिया वालों को विकेट नहीं मिला. बात है ऑस्ट्रेलिया, वेस्ट इंडीज़ के बीच एडिलेड ओवल में हुए दूसरे T20I मैच की.
साफ़ रन आउट बैटर, जश्न मनाती टीम... अंपायर क्यों बोला- आउट नहीं दूंगा
अल्ज़ारी जोसेफ़ साफ़ रन आउट थे. रीप्ले में भी दिखा कि वह क्रीज़ तक नहीं पहुंच पाए थे. लेकिन इसके बावजूद अंपायर ने उन्हें आउट देने से मना कर दिया. और जश्न मनाती ऑस्ट्रेलियन टीम निराश हो गई.
वेस्ट इंडीज़ वाले चेज़ कर रहे थे. पारी का 19वां ओर. स्पेन्सर जॉनसन के हाथों में गेंद. अल्ज़ारी जोसेफ़ ने ओवर की दूसरी गेंद को ड्राइव किया. कैप्टन मिचल मार्श ने गेंद को कलेक्ट किया और तुरंत बोलर की ओर थ्रो कर दिया. बोलर ने गेंद पकड़ी और गिल्लियां उड़ा दीं. जोसेफ़ क्रीज़ से ठीकठाक दूर थे. मार्श और जॉनसन तुरंत सेलिब्रेट करने लगे. और देखते ही देखते बाक़ी ऑस्ट्रेलिया वाले भी इसमें जुड़ गए. लेकिन ऑनफ़ील्ड अंपायर ने चिल्लाकर उन्हें रोका. और कहा,
'किसी ने अपील नहीं की.'
ऑस्ट्रेलियन कैप्टन का मुंह बन गया. मार्कस स्टोइनिस और जॉश हेज़लवुड हंसने लगे. जबकि टिम डेविड ने दावा किया कि उन्होंने अपील की थी. लेकिन अंपायर ने उनकी बात नहीं मानी और गेम दोबारा शुरू करने का आदेश दे दिया. ऑस्ट्रेलिया वाले गुस्साए, लेकिन अंपायर ने एक ना सुनी. उन्हें दोबारा अपील भी ना करने दी.
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ऑस्ट्रेलिया वाले बेचारे. जोसेफ़ को आउट नहीं कर पाए. नियमों के मुताबिक अंपायर ने एकदम ठीक किया. MCC नियमों के सेक्शन 31.1 के मुताबिक अंपायर्स बिना अपील के बल्लेबाज को आउट नहीं दे सकते. नियम कहता है,
'अंपायर बिना फ़ील्डर्स की अपील के बैटर को आउट नहीं दे सकता, भले ही वह नियमों के तहत आउट हो. हालांकि यह किसी भी नियम के तहत आउट हुए बल्लेबाज को अपील किए बिना विकेट छोड़ने से नहीं रोकेगा.'
यानी बैटर चाहे तो ऐसे हाल में वॉक कर सकता है. लेकिन बिना अपील के अंपायर किसी बैटर को आउट नहीं देगा. बात मैच की करें तो ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग की. उनके लिए ग्लेन मैक्सवेल ने कमाल कर दिया. मैक्सवेल ने सिर्फ़ 50 गेंदों पर सेंचुरी मार दी. वह 55 गेंद पर 120 रन बनाकर नाबाद लौटे. ऑस्ट्रेलिया ने बीस ओवर्स में 241 रन बनाए. यह वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ़ इस फ़ॉर्मेट में ऑस्ट्रेलिया का सबसे बड़ा स्कोर है.
जवाब में वेस्ट इंडीज़ 20 ओवर्स में 207 रन ही बना पाया. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने तीन मैच की सीरीज़ में 2-0 की अजेय बढ़त ले ली. इससे पहले उन्होंने वनडे सीरीज़ 3-0 से अपने नाम की थी. जबकि टेस्ट सीरीज़ 1-1 से बराबर छूटी थी.
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