साल 2007. T20I वर्ल्ड कप. इंग्लैंड के खिलाफ युवराज सिंह (Yuvraj singh) ने जब 12 गेंद पर फिफ्टी मार दी थी, तो ये रिकॉर्ड टूटना असंभव सा लगा था. कई खिलाड़ियों ने कोशिश तो की, लेकिन इस रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाए. पर करीब 14 साल बाद इस रिकॉर्ड को ध्वस्त किया है नेपाल के एक बल्लेबाज़ ने. दीपेंद्र सिंह ऐरी (Dipendra Singh), इस प्लेयर का नाम याद रख लीजिए. क्योंकि 27 सितंबर को इस खिलाड़ी ने ऐसा रिकॉर्ड बना दिया, जो क्रिकेट इतिहास में कभी टूट नहीं सकता. बशर्ते आगे आने वाले समय में क्रिकेट का कुछ नियम ना बदल जाए.
एशियन गेम्स (Asian games 2023) में मंगोलिया के खिलाफ मैच में दीपेंद्र सिंह ने सिर्फ 9 गेंदों में फिफ्टी जड़ दी. जिसमें 8 छक्के शामिल रहे. क्रिकेट के खेल में इससे कम गेंद पर ये कारनामा संभव भी नहीं है. इस मैच में सिर्फ एक यही नहीं, बल्कि कई और रिकॉर्ड भी बने. जो कि बारी-बारी से आपको बता रहे हैं.
एशियन गेम्स के एक मैच में इतने रिकॉर्ड टूटे, जितने ICC ने भी नहीं सोचे होंगे!
Dipendra Singh ने ऐसा रिकॉर्ड बना दिया, जो क्रिकेट इतिहास में टूटना लगभग असंभव है.
नेपाल के बल्लेबाज कुशल मल्ला ने केवल 34 गेंद पर सेंचुरी मार दी. ये T20I क्रिकेट इतिहास का सबसे तेज शतक है. इससे पहले ये रिकॉर्ड रोहित शर्मा और साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज़ डेविड मिलर के नाम था. दोनों ने 35-35 गेंद पर सेंचुरी लगाई थी. मल्ला ने मैच में 50 गेंद पर 137 रन की पारी खेली. जिसमें 8 चौके और 12 छक्के शामिल रहे.
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300 से ज्यादा रनमैच में नेपाल की टीम ने T20I क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया. नेपाल ने निर्धारित 20 ओवर में तीन विकेट खोकर 314 रन बना दिए. T20I क्रिकेट में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी टीम ने 300 या उससे ज्यादा रन बनाए हैं.
सबसे बड़ी जीतनेपाल के 314 रनों के जवाब में मंगोलिया की टीम केवल 41 रन बनाकर सिमट गई. यानी नेपाल ने इस मैच को 273 रनों के अंतर से जीत लिया. T20I क्रिकेट इतिहास में रन्स के लिहाज़ से ये किसी टीम की सबसे बड़ी जीत भी है.
एक और रिकॉर्ड के बारे में बताएं तो नेपाल ने इस मैच में कुल 26 छक्के लगाए. इससे पहले ये रिकॉर्ड वेस्टइंडीज और अफगानिस्तान के नाम था. दोनों टीम्स ने एक मैच में 22-22 सिक्स लगाए थे.