एशिया कप 2023 (Asia Cup 2023) का दूसरा फाइनलिस्ट तय हो गया है. रविवार, 17 सितंबर 2023 को होने वाले फाइनल मुकाबले में भारत की भिड़ंत होगी श्रीलंका से. उसी श्रीलंका से जिसने बीते गुरुवार पाकिस्तान को ग्रुप 4 के एक मुकाबले में 2 विकेट से हरा दिया. लेकिन स्कोरकार्ड पर गौर करेंगे तो आप टेंशन में पड़ जाएंगे, क्योंकि पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 42 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 252 रन बनाए. इसके जवाब में श्रीलंका ने इतने ही ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 252 रन बनाए. अब आपके मन में ये सवाल उठेगा कि जब दोनों टीम ने बराबर ही रन बनाए तो मैच टाई क्यों नहीं घोषित हुआ. एक टीम के सिर पर विजेता का ताज क्यों पहना दिया गया? इसी सवाल का जवाब ढूंढने के लिए हमने इतना लंबा माहौल बनाया है और आगे भी बनाएंगे, फिर इसकी वजह भी ठीक से समझाएंगे.
पाकिस्तान और श्रीलंका, दोनों ने बनाए 252 रन, फिर भी श्रीलंका जीतकर फाइनल में क्यों?
अब आपके मन में ये सवाल उठेगा कि जब Pakistan vs SriLanka दोनों टीम ने एक बराबर ही रन बनाए तो मैच टाई क्यों नहीं घोषित हुआ. एक टीम के सिर पर विजेता का ताज क्यों पहना दिया गया? इसी सवाल का जवाब मिलेगा आपको.
पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच मैच टाइम पर शुरू नहीं हो पाया. वजह वही पुरानी वाली. श्रीलंका और भादो की बारिश. मौसम वैज्ञानिक की भाषा में. रीट्रीटिंग मॉनसून. मतलब जो बरखा हमें भिगोने और धरती की प्यास बुझाने आई थी. वो लौट रही है. वापसी के रास्ते में एक पड़ाव है श्रीलंका. तो वहां पर अपनी बची खुची भड़ास निकाल रही है. लेकिन ऐसा नहीं था बारिश ने पूरा मैच ही कैंसल करवा देने का लक्ष्य रखा था. बादलों के अरमानों पर अल्पविराम लगा. नीचे ग्राउंड स्टाफ ने पुरजोर मेहनत की. फिर पिच और मैदान तैयार हो गए. मैच होना भी बहुत जरूरी था. क्योंकि विनर के बहाने फाइनलिस्ट खोजा जाना था. तय हुआ कि समय बर्बाद हो गया है, इसलिए मुकाबला 45-45 ओवर का होगा. पाकिस्तान ने टॉस जीता फिर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. पाकिस्तान की शुरुआत टेस्ट मैच वाली रही. धीमे धीमे आगे बढ़ते हुए. शुरुआती झटके भी लगे थे. लेकिन पाकिस्तानी पारी के 27.4वें ओवर में ओल्ड विलेन ने रीएंट्री मारी. इस वक्त पर पाकिस्तानी पारी का भी बुरा हाल था. 5 बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे. स्कोरकार्ड पर 130 रन का आंकड़ा बोल्ड में नज़र आ रहा था. अच्छी बात यह रही कि यह रुकावट बहुत लंबी नहीं थी. पारी फिर शुरू हुई. लेकिन कुछ देरी के बाद. इस कारण से ओवर घटाकर 42 कर दिए गए. इसके बाद पाकिस्तानी पारी में जान फूंकी इफ़्तिखार और रिज़वान ने. ताबड़तोड़ बाउंड्री ठोकी. आखिर में लगातार विकेट ज़रूर गिरे. पर पाकिस्तानी टीम ने 42 ओवर में 7 विकेट पर 252 रन बना लिए.
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अब बारी थी श्रीलंकाई पारी की. टीम ने बेहतरीन क्रिकेट खेला. शुरुआत से अटैकिंग मोड में रहे. साफ दिख रहा था कि टीम एक लक्ष्य के साथ उतरी है. फाइनल तो खेलना है. टार्गेट भी नामुमकिन सा नहीं था. और टीम ने ज्यादा संभल कर खेलने के चक्कर में कोई गलती ना करने का मन बना रखा था. लेकिन आखिरी दो ओवर में मैच में रोमांच की गजब वापसी हुई. 12 गेंदों पर 12 रनों की जरूरत. 41वां ओवर फेंका शाहीन शाह अफ़रीदी ने. इस ओवर में खर्चे सिर्फ 4 रन और झटके दो विकेट. अब आखिरी ओवर में श्रीलंका को चाहिए थे 6 गेंदों में 8 रन. 42वें की पहली तीन गेंद में बने सिर्फ 2 रन. यानी मैच की आखिरी तीन गेंदों में 6 रनों की ज़रूरत. इसके बाद चौथी गेंद पर एक विकेट और गिरा. रन आउट की वजह से. अब आखिर की दो गेंदों पर 6 रनों की दरकार. पांचवीं गेंद पर बॉल ने असलंका के बल्ले का किनारा लिया. गेंद निकली कीपर से थोड़ी दूर, शॉर्ट थर्ड मैन को छकाते हुए पहुंच गई बाउंड्री के पार. चार रन आ गए. अब आखिरी गेंद पर दो रनों की जरूरत थी. और वो भी पूरे हो गए. और श्रीलंका 11वीं बार एशिया कप के फाइनल में पहुंच गया. लेकिन कंफ्यूजन तो यही है कि श्रीलंका का स्कोर 42 ओवर पूरा होने के बाद था 252 रन. ठीक पाकिस्तान वाला स्कोर. लेकिन मैच श्रीलंका जीत चुका था.
अब आप सोच रहे होंगे कि इतना कुछ बता दिया. मैच का मिनी हाइलाइट लिख डाला. पर स्कोरलाइन सेम रहने पर दोनों के बीच विनर कैसे तय हुआ ये तो बताया ही नहीं. तो धीरज रखिए. आगे पढ़ते चलिए. दोनों की पारियों के बीच ब्रेक हुआ था. उस ब्रेक में टीमें आराम कर रही थीं, या कहें कि अगली पारी की तैयारी. और रेफरी साहब डकवर्थ लुइस कैलकुलेशन कर श्रीलंका का टार्गेट तय कर रहे थे. जोड़ घटाव के बाद तय हुआ कि डकवर्थ लुइस के हिसाब से श्रीलंका का लक्ष्य रहेगा 252.
दरअसल, जब पाकिस्तानी पारी के दौरान मैच बारिश के कारण रुका था, तब टीम के पांच विकेट गिर चुके थे. पर देरी की वजह से मैच की परिस्थितियां बदल गईं थीं. इसलिए पाकिस्तान के स्कोर से 1 रन काट लिए गए. इस आधार पर तय हुआ कि श्रीलंका का लक्ष्य 252 होगा.
अब आप कहेंगे कि ये क्या मजाक है? रन क्यों काट लिए? दरअसल, जब मैच में बारिश ने दूसरी बार बाधा डाली थी. तब तक पाकिस्तान के पांच विकेट गिर चुके थे. यानी आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी. और डकवर्थ लुइस कैलकुलेशन में विकेट गिरने का भारी नुकसान होता है. अब इसे ऐसे समझिए कि अगर पारी के 28वें ओवर में पाकिस्तान ने मोहम्मद नवाज का विकेट नहीं खोया होता तो श्रीलंका का लक्ष्य 255 होता. यानी क्रिकेट की पुरानी वाली सलाह, शुरुआत में विकेट बचाकर खेलो बाद में रन बनाएंगे. खासकर बारिश से बाधित मैच में तो और भी एहतियात बरतने की जरूरत होती है. क्योंकि डकवर्थ लुइस भाई साब विकेट को लेकर बहुत टची हो जाते हैं. इतने टची कि हम सबका भारत-पाकिस्तान फाइनल देखने का सपना टूट गया.
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