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ओलंपिक विलेज में बहन को लाने के आरोप पर पहली बार बोलीं अंतिम पंघाल

Paris Olympics 2024: फ्रेंच अथॉरिटीज़ के मुताबिक अंतिम पंघाल ने अपना आईडी कार्ड अपनी बहन को देकर उसकी Olympics खेलगांव में गलत तरीके से एंट्री कराई. इस पर अंतिम ने सफाई दी है.

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पेरिस ओलंपिक में विवादों में फंसी अंतिम ने दी सफाई (फोटो - इंडिया टुडे)

भारतीय रेसलर अंतिम पंघाल (Antim Panghal). बीते 24 घंटे से लगातार सुर्खियों में बनी हुई हैं. ज्यादातर गलत कारणों से. पहले वो Paris Olympics के 53 किलोग्राम भार वर्ग में अपना बाउट हारीं. इसके बाद उन पर ओलंपिक्स खेलगांव में अनुशासनहीनता के आरोप लगे. साथ ही उन्हें भारत डिपोर्ट किये जाने की खबरें सामने आईं. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यहां तक दावा कर दिया गया कि उन पर इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) तीन साल का बैन लगा सकता है. 

इन सब घटनाक्रम के बीच खुद अंतिम पंघाल नेे एक वीडियो जारी कर अपना पक्ष रखा है. साथ ही IOA ने उन रिपोर्ट्स को भी आधारहीन बता दिया है जिनमें उन पर बैन लगाए जाने की बात कही जा रही थी. आइए आपको पूरे घटनाक्रम को विस्तार से समझाते हैं. शुरुआत करते हैं अंतिम पंघाल की सफाई से. 

वीडियो में अंतिम कहती हैं, 

‘मेरे लिए कल का दिन बेहद खराब था. मैं बाउट हार गई. लेकिन जब से मुझे हार मिली है तब से मेरी बहन को लेकर चर्चा हो रही है. कहा जा रहा है कि मेरी बहन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मुझे पुलिस ने पकड़ लिया है. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. जब मैं कल अपना मैच हार गई थी तब मुझे बुखार आ गया था. मेरी बहन होटल में रुकी थी और वो मुझे वहां लेकर जाना चाहती थी. मैंने इसके बाद अपने कोच से भी परमिशन ली कि मुझे अच्छा नहीं लग रहा है. मुझे बाद में परमिशन मिली और मैं होटल आ गई. जब मैं होटल आई तब मुझे कुछ सामान की बहुत जरूरत पड़ी, जो सामान मैं खेलगांव में भूल गई थी. तबीयत ख़राब होने की वजह से मैं सो गई थी. फिर मेरी बहन मेरा एक्रीडेशन कार्ड लेकर खेलगांव गई. उसने अथॉरिटी से भी पूछा कि क्या वो मेरा सामान ले सकती है. लेकिन अथॉरिटी ने उससे मेरा एक्रीडेशन कार्ड ले लिया और उसे पुलिस स्टेशन लेकर चले गए. इसके बाद उन्होंने कार्ड वेरीफाई किया और वेरिफिकेशन के बाद पुलिस ने मेरी बहन को एक्रिडिटेशन कार्ड देकर वापस भेज दिया था.’

हालांकि, पेरिस ओलंपिक्स में अंतिम से जुड़ा ये इकलौता विवाद नहीं है. उनके सपोर्ट स्टाफ भगत सिंह और विकास भी विवादों में रहे हैं. इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि उन पर पुलिस केस किया गया है. आरोप है कि उन्होंने खेलगांव से होटल तक के लिए एक कैब बुक की थी. होटल पहुंचकर जब कैब के पैसे चुकाने की बारी आई तो उन्होंने पैसे नहीं दिए और ड्राइवर के साथ भी अभद्र व्यवहार किया. इस पर अंतिम ने वीडियो में बताया, 

“यह कहा जा रहा है कि मेरे कोच की कैब वाले से लड़ाई हो गई थी. ऐसा कुछ नहीं हुआ था. हम मैच के बाद अपने होटल आ गए थे. वो तब खेल गांव में ही रुके थे. हमने ही उनके लिए कैब बुक की थी. लैंग्वेज अलग होने की वजह से थोड़ी दिक्कत हुई थी क्योंकि कैब ड्राइवर बोल रहा था कि हमारे पास पूरे यूरो नहीं हैं. हम जब पैसे लेने के लिए ऊपर आए तो थोड़ी बहस हो गई थी. लेकिन इतना कुछ भी नहीं हुआ था, जितना फैलाया जा रहा है.”

इन सब घटनाक्रम के बीच ये खबर भी आई कि अंतिम पर लगे आरोपों के चलते उन्हें भारत वापस भेजा जा रहा है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार अंतिम और उनकी बहन को गुरुवार, 8 अगस्त को भारत डिपोर्ट किया जा सकता है. इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन द्वारा जारी एक स्टेटमेंट में कहा गया,  

"फ्रेंच अथॉरिटीज़ की ओर से एक शिकायत आई थी जिसमें अंतिम पंघाल पर अनुशासन के उल्लंघन की बात सामने आई है. इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने फैसला किया है कि अंतिम और उनके सपोर्ट स्टाफ को भारत वापस भेजा जाएगा."

इस पर अंतिम ने वीडियो में बताया, 

“जब मेरा मैच खत्म हो गया था तो मैंने ही फेडरेशन को कॉल किया कि मेरी टिकट कर दें, मैं इंडिया वापस आ रही हूं. ये सब होने से पहले ही मेरी फ्लाइट टिकट हो रखी थी. आप लोगों से विनती है कि ऐसी बातें न फैलाएं. मेरा दिन ठीक नहीं है और मेरा साथ दें.”

फिर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया कि अंतिम पंघाल पर IOA ने अनुशासनहीनता के चलते तीन साल का बैन लगाने का निर्णय किया है. हालांकि, IOA ने अंतिम पर बैन लगाए जाने के दावों का खंडन किया है. दूसरी तरफ IOA से जुड़े सूत्र के हवाले से पीटीआई ने बताया है कि इस मामले पर IOA अगले कुछ दिनों में सोच-विचार करके औपचारिक रूप से फैसले की घोषणा करेगा.

अंतिम का ओलंपिक गेम्स में सफर?

अंतिम पंघाल ने 53 किलोग्राम की कैटेगरी में अपना ओलंपिक डेब्यू किया था. उनसे मेडल की उम्मीदें थीं, पर वो तुर्कीए की पहलवान जेयनेप येतगिल से 10-0 के अंतर से हार गईं.

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