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BSF के जवान पर रेप का आरोप, सीमा पार कर बांग्लादेश जा रही थी महिला

दोनों आरोपियों को BSF ने पश्चिम बंगाल पुलिस को सौंपा.

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सांकेतिक फोटो (साभार: आजतक)

पश्चिम बंगाल पुलिस ने 26 अगस्त को देर रात राज्य के उत्तर 24 परगना जिले के बगदा में BSF के दो जवानों को गिरफ्तार किया है. भारत-बांग्लादेश सीमा चौकी में तैनात दोनों जवानों में से एक पर एक महिला का कथित तौर से रेप करने जबकि दूसरे पर रेप में मदद करने का आरोप है. गिरफ्तार किए गए BSF जवानों में एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर एस.पी. चेरो और दूसरे कांस्टेबल अतलाफ हुसैन हैं. बताया जा रहा है कि दोनों आरोपियों को BSF ने ही पकड़ कर पुलिस के हवाले किया है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक BSF के दोनों जवान फोर्स की 68वीं बटालियन से जुड़े थे. ये बटालियन अभी बगदा के बजीतपुर इलाके में तैनात है. खबर के मुताबिक गुरुवार यानी 25 अगस्त को महिला भारत से बांग्लादेश में प्रवेश करने की कोशिश कर रही थी, और तभी यह घटना हुई. पुलिस से शिकायत में महिला ने बताया, 

"हमे पता चला कि हमारा एक रिश्तेदार बीमार पड़ गया है तो 25 अगस्त को रात मैं अपने परिवार के साथ बगदा सीमा पर जितपुर से सीमा पार करने की कोशिश कर रही थी. उसी समय BSF के दो जवानों ने मुझे पकड़ा और पास के खेत में ले गए. वहां एक ने मेरा रेप किया और एक ने उसकी सहायता की."

रिपोर्ट के मुताबिक महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने BSF से संपर्क किया. BSF के अधिकारी ने कहा कि घटना के बारे में जानने के बाद, हमने दोनों को पकड़ा, दोनों को निलंबित किया और पुलिस को सौंप दिया.

कथित रेप के बाद TMC सांसद काकोली घोष ने ट्वीट किया और कहा, 

“एक महिला का 2 BSF जवानों ने यौन उत्पीड़न किया और उसे आवाज न उठाने की धमकी दी गई. ये है बीजेपी के बढ़े हुए अधिकार क्षेत्र की भयावह हकीकत! PM नरेंद्र मोदी, रक्षकों के भक्षक बनने की जिम्मेदारी कौन लेगा?"


TMC लगातार इस मामले में केंद्र सरकार पर हमलावर है. एक ट्वीट में तृणमूल कांग्रेस ने कहा, 

"PM नरेंद्र मोदी, आपको भाषणों से आगे अब कर्तव्यों की तरफ जाना चाहिए. लाल किले से नारी शक्ति के सम्मान की बात करना तो आसान है लेकिन अगर महिलाएं अपने ही देश में सुरक्षित जगह के लिए भटकती रहेंगी तो इसका कोई मतलब नहीं है.'नया भारत' महिलाओं का देश नहीं!"


इधर भाजपा सांसद और पार्टी के वाइस प्रेसिडेंट दिलीप घोष ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस मामले में प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि इससे पहले कश्मीर में भी सेना के जवानों के खिलाफ इस तरह के कई आरोप लगते रहे हैं, लेकिन उनमें से ज्यादातर झूठे आरोप ही थे. पता नहीं ये आरोप सही है या झूठ?  उन्होंने कहा कि अगर सच है तो यह एक जघन्य अपराध है और दोषियों को उचित सजा दी जानी चाहिए.