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रोज़ कॉमेंट करता था- 'तेरा रेप होगा'; लड़की ने जेल में डलवा दिया!

सोशल मीडिया पर परेशान करने वालों को छोड़ देना बहुत महंगा पड़ता है.

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'लॉजिकल कनेक्ट' क़ानून से जुड़े एजुकेशनल वीडियोज बनाती हैं (फोटो - इंस्टाग्राम)

इंटरनेट और सोशल मीडिया के आने के साथ ही आमद हुई साइबर-क्राइम और साइबर-हरासमेंट की. क्राइम और हरासमेंट पहले भी थे. इंटरनेट आया तो साइबर शब्द और जुड़ गया. कैंसिल कल्चर के दौर में कॉमेंट्स में गालियां आम बात है. हमें भी सुननी पड़ती ही है. कई ऐसी रिपोर्ट्स और ऐनालिसिस हैं, जिनमें पता चलता है कि लड़कियों और महिलाओं के हालात सबसे ख़राब हैं. और, इंटरनेट आने के शुरुआती सालों में इस हरासमेंट से निपटने का कोई पुख़्ता तरीक़ा भी नहीं था. हालांकि, चीज़ें अब बेहतर हुई हैं. सरकार ने इंटरनेट सेक्युरिटी को लेकर कई नियम बनाए. साइबर सेल्स बनाए. एक ऐसी यूनिट, जो इसी तरह के मामलों से डील करती है. 

लेकिन साइबर हरासमेंट के मामले कम नहीं हो रहे, ऐसा ही एक मामला सामने आया है. 

इंस्टाग्राम पर एक अकाउंट है - 'लॉजिकल कनेक्ट' नाम से. क़ानून से जुड़ी वीडियोज़ इस चैनल पर अपलोड होते हैं. इस चैनल को चलाती हैं रुपाली शर्मा. वकील हैं और कानूनी सलाह देती हैं. उन्हें एक यूज़र रेप थ्रेट देता था. लगातार. उन्होंने साइबर सेल में शिकायत की और उस व्यक्ति को गिरफ़्तार कर लिया गया. इस पूरे वाकिये का वीडियो भी बनाया और अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर दिया. महिला ने वीडियो में सबसे पहले वो स्क्रीनशॉट्स दिखाए, जहां पर वो शख़्स उसे रेप थ्रेट्स देता था. कॉमेंट में लिखता था, 'तेरा रेप होगा!' पर्सनल मैसेज करके भी उसे धमकियां देता था. फिर महिला ने साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. और इसके बाद, वीडियो में उसकी गिरफ़्तारी की तस्वीर साझा की.

वीडियो के कैप्शन में लिखा,

"ये बहुत डरावना है कि हमारे देश में कुछ लोग कितनी सहजता से बलात्कार और मौत की धमकी भेज देते हैं. किसी भी वजह से, किसी भी महिला या लड़की को. वो उसे जानते हों, या नहीं. ये बदलना चाहिए. सोचो बलात्कार या मौत की धमकी कितनी आसानी से एक वास्तविक बलात्कार या हत्या में बदल सकती है. अगर आपको लगता है कि आप धमकी देकर बच जाएंगे, तो बेहतर होगा कि आप सुधर जाएं. आपको जेल में होना चाहिए. मैं ऐसे घटिया लोगों को कॉल-आउट करती रहूंगी. हर एक को. केवल इसलिए कि तुम्हें पता चले कि मैं तुमसे नहीं डरती."

ये भी लिखा कि इस पूरी घटना की वजह से उनके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ा. लिखा,

"ये कहना झूठ होगा कि मैं डरी नहीं थी. पिछले कुछ महीने मेरे मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत मुश्किल रहे. इसलिए मैंने इंस्टाग्राम से ब्रेक ले लिया क्योंकि मुझे नहीं पता था कि कैसे करना है, क्या करना है. फिर मुझे लगा कि ये शेयर करने लायक है. मैं लड़ती रहूंगी, जो मुझे सही लगता है, उसके लिए."

साइबर क्राइम को अवॉयड नहीं करना चाहिए. बल्कि सबसे पहले आपको पुलिस में केस दर्ज करवाना चाहिए. सामने आकर पुलिस को फ़ोन करना चाहिए. अगर आप पुलिस स्टेशन नहीं जाना चाहती हैं तो आप ऑनलाइन पोर्टल जैसे कि नेशनल साइबर क्राइम पर भी ऐसे अपराध को रिपोर्ट कर सकती हैं.

कई बार लड़कियां ऐसे मामलों को रिपोर्ट नहीं करती हैं, ये सोचकर कि कानून-पुलिस के झमेले में कौन पड़े. पर ऐसे लोग एक समय पर केवल एक महिला को हरास नहीं कर रहे होते हैं. वो कई महिलाओं को गालियां लिखकर भेज रहे होते हैं, नग्न तस्वीरें भेज रहे होते हैं. कई महिलाओं की मेंटल हेल्थ को प्रभावित कर रहे होते हैं, उन्हें डरा रहे होते हैं. इसलिए ऐसे लोगों को रिपोर्ट करना ज़रूरी होता है ताकि साइबर हरासमेंट का ये सिलसिला रुके.

न्यूड कॉल के लिए मैसेज आए तो भूल कर भी ये ना करें!