(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
सुबह सोकर उठने के बाद कमर में दर्द होता है? तुरंत डॉक्टर को दिखाएं
सुबह सोकर उठने पर कमर दर्द होना नॉर्मल नहीं है.

सिया की उम्र 30 साल है. वो पिछले कुछ महीनों से बहुत परेशान हैं. क्योंकि वो जब भी सुबह सोकर उठती हैं तो उनकी कमर में तेज़ दर्द हो रहा होता है. ज़्यादातर उनकी आंख इसी दर्द की वजह से खुलती है. अब उठने के बाद जब वो चलती-फिरती हैं तब उनका दर्द थोड़ा कम हो जाता है. पर कई बार ये दिन में भी हल्का-हल्का बना रहता है. शुरुआत में सिया को लगा था कि ऐसा उनके गद्दे की वजह से हो रहा है. तो उन्होंने अपना गद्दा बदल लिया. खूब महंगा वाला गद्दा खरीदा. पर उससे भी कोई फ़ायदा नहीं है, कमर दर्द फिर भी बना रहा. दर्द से निपटने के लिए वो कई बार पेन किलर खा लेती हैं, पर उनको डर है कि ज़्यादा पेन किलर खाने से उनकी किडनियों पर असर पड़ सकता है. इसलिए वो हमारी मदद चाहती हैं.
सिया चाहती हैं कि हम डॉक्टर्स से बात कर के पता लगाएं कि सुबह सोकर उठने के बाद कमर दर्द किन वजहों से हो सकता है और क्या ये कोई ख़तरे की बात है. साथ ही उन्हें कुछ ऐसी एक्सरसाइज के बारे में भी बताएं जिनसे आराम मिल सकता है. तो जी बिल्कुल बताएंगे. पर सबसे पहले जान लेते हैं सुबह होने वाले इस दर्द के कारण.
ये हमें बताया डॉक्टर राजीव ठुकराल ने.

-सुबह सोकर उठने पर कमर दर्द होना नॉर्मल नहीं है.
-आमतौर पर जब इंसान सो रहा होता है तो कमर को आराम मिलता है.
-इसलिए दर्द नहीं होना चाहिए.
-पर अगर आपकी मांसपेशियां कमज़ोर हैं तो ऐसा हो सकता है.
-कभी-कभी अगर एक ख़ास तरह का आर्थराइटिस जिसे एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस कहते हैं, इसके होने पर कमर में दर्द होता है.
-या कोई और किस्म का गठिया हो तब भी ऐसा होता है.
-कई बार डिस्क या कनाल स्टेनोसिस की प्रॉब्लम होने पर, जिसका इलाज न किया गया हो, उसमें भी दर्द होता है.
-ये तीन-चार कारण हैं जिनकी वजह से सुबह-सुबह दर्द होता है.
-पर इसकी जांच ज़रूर करवानी चाहिए.
किन लक्षणों को देखकर डॉक्टर को दिखाने की ज़रुरत पड़ती है?-अगर कमर में दर्द सिर्फ़ सोकर उठने के बाद होता है और 5 मिनट में ठीक हो जाता है.
-तो ऐसा आमतौर पर शरीर और मांसपेशियों की कमज़ोरी के कारण होता है.
-पर अगर साथ में बाकी जोड़ों में भी दर्द या सूजन है तो डॉक्टर से मिलें.
-या अगर उठने के बाद आधे घंटे से ज़्यादा अकड़न रहती है जब तक शरीर को थोड़ी गर्माहट नहीं मिल जाती.
-तब ये गठिया होने का संकेत हो सकता है.

-ऐसे में डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है.
-अगर रात को भी दर्द हो रहा और सुबह भी दर्द हो रहा है तो ये इन्फेक्शन के कारण हो सकता है.
-जैसे रीढ़ की हड्डी का ट्यूबरकुलोसिस.
-अगर ये दर्द सिर्फ़ कमर में न होकर पांव में भी जाए तो इसका मतलब है कि आपकी नसों पर दबाव पड़ रहा है.
-ये दर्द कमर से शुरू तो हो रहा है पर नसों पर दबाव पड़ने के कारण पैरों तक जा रहा है.
-ऐसे में डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं.
किन तरह की एक्सरसाइज से आराम मिल सकता है-अगर ये पता चल जाए कि कोई इन्फेक्शन, डिस्क की प्रॉब्लम या गठिया नहीं है.
-दर्द का कारण केवल कमज़ोर मांसपेशियां हैं तो ऐसे में कुछ बहुत सिंपल एक्सरसाइज मदद कर सकती हैं.
-ऐसे दर्द के लिए 3 योग आसन बहुत अच्छे होते हैं.
-पहला है पवनमुक्तासन.
-इसमें सीधा लेटकर, घुटनों को मोड़कर अपने पेट तक दबाकर रखते हैं.
-कुछ समय के लिए रखते हैं.
-फिर छोड़ देते हैं.
-दूसरा है सेतु बंधासन.
-इसको ब्रिजिंग पोज़ भी कहा जाता है.
-इसमें सीधा लेटकर कमर को उठाया जाता है.

-तीसरा है भुजंगासन या नौकासन.
-इसमें पेट के बल लेटकर हाथ के सहारे से या बिना सहारे से सिर और छाती को पीछे की तरफ़ उठाया जाता है.
इलाज-कमर दर्द के केस में डॉक्टर को दिखाना बहुत ज़रूरी है.
-क्योंकि डॉक्टर जांच कर के पता लगा सकता है कि कमर दर्द किस कारण से हो रहा है.
-कारण पता चल जाए तो उसका इलाज आसान है.
-जहां कारण साफ़ हो वहां उसका ख़ास इलाज हो सकता है.
-अगर कारण कोई इन्फेक्शन है तो उसका इलाज करने से दर्द ठीक हो जाता है.
-पर अगर इनमें से कोई कारण नहीं है तो जो योग आसन बताए गए हैं वो करें.
तो भई अगर आपके भी कमर में सुबह उठने के बाद दर्द होता है तो इसे हल्के में न लें. डॉक्टर साहब ने तो साफ़ कह दिया है कि एक बार जांच करवा लें. असली वजह पता चल जाए तो उसी हिसाब से इलाज हो सकता है. बिल्कुल सही बात है, अगर रातभर कमर को आराम देने के बाद भी दर्द हो रहा है तो ध्यान देने की ज़रुरत, इसलिए देरी न करें.
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