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कौन हैं स्वप्ना पाटकर, जिन्होंने संजय राउत के खिलाफ FIR करवाई

स्वप्ना पाटकर महाराष्ट्र में पात्रा चॉल घोटाला मामले में मुख्य गवाहों में से एक हैं, जिसमें शिवसेना सांसद संजय राउत आरोपी हैं.

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स्वप्ना पाटकर, संजय राउत (फोटो-आजतक)

शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) कुछ दिनों से चर्चा में हैं. पात्रा चॉल घोटाले को लेकर. अब ED ने उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया है. ऐसे में इस मामले को लेकर एक और नाम सामने आया है. स्वप्ना पाटकर. 29 जुलाई को एक ऑडियो क्लिप सामने आया. जिस में संजय राउत कथित तौर पर स्वप्ना पाटकर (Swapna Patkar) को अश्लील गालियां और धमकी दे रहे हैं. इस मामले में स्वप्ना ने संजय राउत के खिलाफ IPC धारा 509 (महिला की गरिमा का अपमान),506 (आपराधिक धमकी) और 504 (शांतिभंग) के तहत FIR दर्ज करवाई है. और पात्रा चॉल घोटाले में स्वप्ना, संजय के खिलाफ गवाह भी हैं.

कौन है स्वप्ना पाटकर?

स्वप्ना पाटकर मुंबई के सांताक्रूज इलाके में रहती हैं. एक साइकोलॉजिस्ट हैं. मुंबई में अपना क्लिनिक भी चलाती हैं. आजतक से जुड़े पंकज उपाध्याय की रिपोर्ट के मुताबिक, स्वप्ना पाटकर की मुलाकात संजय राउत से 2007 में हुई थी. उस समय संजय एक न्यूजपेपर के कार्यकारी संपादक थे. पुलिस को दिए बयान में स्वप्ना ने कहा,

"2007 में मैं संजय राउत से मिली. उसके बाद धीरे-धीरे हमारे पारिवारिक संबंध मजबूत होते गए. संजय राउत चाहते थे कि मैं उनकी बिजनेस पार्टनर बनूं. लेकिन मैंने मना कर दिया. और इस बात से संजय बहुत नाराज हुए. लेकिन 20 नवंबर, 2016 को जब मैं संजय राउत के ऑफिस मिलने गई तो संजय ने मेरा हाथ पकड़ा. और जोर-जोर से मेरे ऊपर चिल्लाने लगे. मुझे पुलिस कार्यवाई की धमकी देने लगे."

क्या है पात्रा चॉल मामला?

मुंबई के उत्तरी भाग में गोरेगांव नाम का एक उपनगर है. यहां एक इलाका है सिद्धार्थ नगर. इसी सिद्धार्थ नगर को पात्रा चॉल के नाम से भी जाना जाता है. पात्रा चॉल में 47 एकड़ में कुल 672 घर बने हुए हैं. साल 2008 में महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) ने पात्रा चॉल को रीडेवलप करने का प्रोजेक्ट तैयार किया और कॉन्ट्रैक्ट दिया गुरू आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (GACPL) को. इस प्रोजेक्ट के तहत पात्रा चॉल के लोगों का पुनर्वास भी करना था.

प्रोजेक्ट के लिए एक एग्रीमेंट साइन हुआ. इसमें तीन पार्टियां शामिल हुईं. GACPL, पात्रा चॉल में रहने वाले लोगों का समूह और MHADA. एग्रीमेंट के तहत GAPCL को पात्रा चॉल के लोगों को 672 फ्लैट उपलब्ध कराने थे. MHADA के लिए फ्लैट्स डेवलप करने थे और बची हुई जमीन को प्राइवेट डेवलपर्स को बेचना था. इधर 14 साल बीतने के बाद भी पात्रा चॉल के लोगों को फ्लैट्स का इंतजार है.  

ED ने 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में संजय राउत को 1 अगस्त को गिरफ्तार किया है. इससे पहले रविवार को राउत को ED ने हिरासत में लिया था लेकिन गिरफ्तार नहीं किया गया था. ED ने संजय राउत को कई समन भेजे थे, जिसे उन्होंने छोड़ दिया, जिसके बाद अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

वीडियो: संजय राउत की गिरफ्तारी पर उद्धव ने बीजेपी और एकनाथ शिंदे को दे दी चेतावनी