(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
कोरोना फैमिली का ये खोस्ता-2 वायरस क्या बला है?
ये वायरस पश्चिमी रूस में चमगादड़ों में पाया गया है.
भई ये चमगादड़ों को हम इंसानों से क्या दुश्मनी है? क्या बिगाड़ा है हमने इनका? साल 2019 में इन्होनें हमें दिया कोरोना वायरस. इस वायरस ने दुनियाभर में जो तबाही मचाई, वो तो आपको मालूम ही है. कम से कम अब तक जो रिसर्च हुई हैं, उनसे तो यही सामने आया है कि सब किया धरा चमगादड़ों का है. लेकिन भी इन्हें चैन नहीं आया है.
दरअसल, 2020 में रूस में एक वायरस के बारे में पता चला था जो चमगादड़ों में पाया गया था. तब एक्सपर्ट्स और दुनियाभर के लोगों ने इसको लेकर ज़्यादा टेंशन नहीं ली थी. क्योंकि उस वक़्त कोरोना वायरस ने पहले से ज़िंदगी नर्क बना रखी थी. लेकिन इस नए वायरस पर रिसर्च होती रही.
इस वायरस का नाम है खोस्ता-2 वायरस. अब कुछ समय पहले पता चला है कि ये वायरस कोविड की तरह चमगादड़ों से इंसानों में फैल सकता है. इसके बाद जानकारों के बीच अफरा-तफरी मच गई. कोविड की तरह इस वायरस के बारे में भी एक्सपर्ट्स को पूरी जानकारी नहीं है. लेकिन रिसर्च की जा रही है.
एक बात साफ़ कर देते हैं. अभी तक खोस्ता-2 वायरस किसी भी जानवर से इंसान में नहीं फैला है. इसलिए घबराने की ज़रुरत बिलकुल नहीं है. एक्सपर्ट्स अभी केवल अनुमान लगा रहे हैं कि ये इंसानों में फैल सकता है, इसलिए लोगों को सतर्क और जागरूक रहने की सलाह दे रहे हैं. अब ये समझ लीजिए खोस्ता-2 वायरस क्या है?
खोस्ता-2 वायरस क्या है?ये हमें बताया डॉक्टर जयंत ठकुरिया ने.
खोस्ता-2 वायरस कोरोना वायरस परिवार का ही एक सदस्य है. ये दो तरह का होता है. खोस्ता-1 वायरस और खोस्ता-2 वायरस. खोस्ता-1 वायरस माइल्ड होता है और आमतौर पर जानवरों में ही पाया जाता है. ये इंसानों में नहीं फैलता. खोस्ता-2 वायरस का इंसानों में फैलने का भी चांस है. अभी फ़िलहाल ये चमगादड़ों में ही पाया गया है. ये वायरस पश्चिमी रूस में पाया गया है.
क्या ये इंसानों में फैल सकता है?इसका इंसानों में फैलने का इसलिए चांस है क्योंकि इसका इंसानी शरीर में घुसने का एंट्री पॉइंट वही है, जो कोरोनावायरस का है. एक्सपर्ट्स को शक है कि ये वायरस जानवर से इंसान में फैल सकता है. अभी ये माइल्ड है. इसके बारे में ज़्यादा लोगों को जानकारी भी नहीं है. लक्षण क्या होंगे, ये भी नहीं पता है. लेकिन ये कोविड जैसा ही वायरस है. इसलिए ये एक महामारी की तरह फैल सकता है. इस वायरस के शरीर में घुसने के बाद, शरीर में कुछ बदलाव आते हैं. अगर ये आगे जाकर कोरोना वायरस के साथ मिल गया तो इसका एक नया रूप सामने आ सकता है, जो ख़तरनाक साबित होगा. इसको लेकर अभी रिसर्च चल रही है.
कोविड वैक्सीन का इस वायरस पर कोई असर होता नहीं देखा जा सकता. कोविड की दवाइयां भी इस वायरस से लड़ने में मदद नहीं कर सकतीं.
बचावकिसी भी संक्रमित जानवर से दूर रहें. कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करें. मास्क पहनें, हाथ धोएं, सामाजिक दूरी बनाए रखें. ये चीज़ें मदद कर सकती हैं.
क्या लक्षण हो सकते हैं?इसके लक्षण कोविड जैसे हो सकते हैं-
-चेस्ट इनफेक्शन
-लंग्स ख़राब हो सकते हैं
-इसलिए सावधानी बरतें
इलाजइसका कोई इलाज उपलब्ध नहीं है. अभी रिसर्च चल रही है. सिर्फ़ लक्षणों का इलाज किया जा सकता है. ये एकदम नया वायरस है. खोस्ता-2 वायरस जानवर से इंसानों में फैल सकता है. इसलिए इसपर नज़र रखना ज़रूरी है.
खोस्ता-2 वायरस क्या है, ये तो आपको समझ में आ गया होगा. तो सबसे ज़रूरी बात. आपने घबराना नहीं है. रिसर्च जारी है. जब भी WHO और एक्सपर्ट्स कोई प्रोटोकॉल या गाइडलाइन जारी करें, उनका पालन करें. तब तक मस्त रहें. अपनी सेहत का ख्याल रखें.
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