ऋषि 25 साल के हैं. वाराणसी के रहने वाले हैं. उनका हमें मेल आया है. करीब दो महीने पहले उनके कान के पीछे एक फोड़ा सा निकल आया. इस फोड़े का मुंह नहीं था. ऐसा लगता था जैसे स्किन के अंदर एक बॉल है. दरअसल ये फोड़ा नहीं था. ये थी गांठ. जो स्किन के अंदर बन गई थी. ऋषि ने जब डॉक्टर से जांच करवाई तो मालूम चला ये एपिडरमाइड सिस्ट है. सिस्ट यानी गांठ. ये बहुत आम है. वैसे तो ये शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है. पर ज़्यादातर इसे कान के पीछे, गले और चेहरे पर देखा जाता है. ऋषि चाहते हैं कि हम एपिडरमाइड सिस्ट पर जानकारी हासिल करें और लोगों तक पहुंचाएं. तो सबसे पहले ये जान लेते हैं कि एपिडरमाइड सिस्ट क्या है और इससे कैंसर का ख़तरा तो नहीं?
क्या होता है एपिडरमाइड सिस्ट?
ये हमें बताया डॉक्टर गोविंद ने.
डॉक्टर गोविंद भारतीय, डर्मेटोलॉजिस्ट, मेकओवर क्लिनिक, औरंगाबाद
हमारे शरीर में कई जगह पर गांठें देखी जाती हैं. ये गांठ छोटी से लेकर काफ़ी बड़ी तक होती हैं. आमतौर पर गांठ दो ही प्रकार की होती हैं. स्किन के ऊपर या स्किन के नीचे. एपिडरमाइड सिस्ट भी इसी तरह की एक छोटी गांठ होती है जो स्किन के अंदर पाई जाती है. मेडिकल भाषा में एपिडरमाइड सिस्ट को केराटिन सिस्ट, सिबेसियस सिस्ट भी कहा जाता है. ये बहुत ही छोटी और सख्त गांठ होती है जो स्किन के अंदर अपने आप तैयार होती है. ये धीरे-धीरे विकसित होती है. आमतौर पर ये किसी भी तरह की कोई तकलीफ़ नहीं देती. इनसे कैंसर का खतरा नहीं होता, आमतौर पर इनमें कोई लक्षण भी नहीं पाए जाते हैं. कभी-कभार सेकेंडरी इन्फेक्शन होने के बाद इसमें सूजन आ सकती है या ये बड़ी हो सकती है.
इसका साइज़ आमतौर पर कुछ मिलीमीटर से लेकर दो इंच तक होता है. सेकेंडरी इन्फेक्शन होने के बाद इसके अंदर लाल या पीले रंग का बदबूदार पदार्थ भी पाया जाता है.
ये बहुत ही छोटी और सख्त गांठ होती है जो स्किन के अंदर अपने आप तैयार होती है
क्यों होता है एपिडरमाइड सिस्ट?
-एपिडरमाइड सिस्ट हमारी स्किन के अंदर केराटिन नाम के प्रोटीन के जमा होने से बन जाते हैं
-केराटिन प्रोटीन हमारी स्किन की ऊपर की सतह में, बालों में पाया जाता है. बाल बनाने में जो प्रोटीन लगता है उसे केराटिन कहते हैं
-जब फ़ोलिकल या स्किन की किसी समस्या के कारण केराटिन अंदर फंस जाता है तो ये गांठ बनती है
-ये अपने आप विकसित हो जाता है, 80 प्रतिशत केसेज़ में अपने आप ठीक भी हो जाता है
-आमतौर पर ये सिस्ट पीठ, सिर, चेहरे या प्राइवेट अंगों पर होता है
-इसमें दर्द नहीं होता
-लेकिन कई बार कॉस्मेटिक कारणों से आपको इन्हें निकलवाना पड़ता है
चलिए ये तो पता चल गया कि इस गांठ से आपको कैंसर का ख़तरा नहीं है. पर क्या किसी और तरह की हेल्थ कॉम्प्लिकेशन हो सकती है? साथ ही इसका बचाव और इलाज क्या है?
क्या इससे कोई ख़तरा हो सकता है?
-एपिडरमाइड सिस्ट के कारण कोई भी संबंधित रोग नहीं हो सकता
- 99 प्रतिशत एपिडरमाइड सिस्ट हानिकारक नहीं होते
-ये दर्द न देने के कारण या नज़र में न आने के कारण पहचान में नहीं आते
80 प्रतिशत केसेज़ में अपने आप ठीक भी हो जाता है
-चेकअप करवाने के बाद ये आपकी समझ में आते हैं
क्या ये गांठ निकलवा लेनी चाहिए?
-एपिडरमाइड सिस्ट निकलवा लेनी चाहिए
-कोई भी सिस्ट या गांठ शरीर में रखना हानिकारक हो सकता है
-भले ही इस सिस्ट से आपको कोई तकलीफ़ न हो, लेकिन सेकेंडरी इन्फेक्शन होने के चांसेज़ हो जाते हैं
-अगर सेकेंडरी इन्फेक्शन हो जाए तो सूजन, दर्द होना, लाल हो जाना, पस हो जाना, ऐसी तकलीफ़ हो सकती है
डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए?
-जब गांठ की साइज़ बढ़ जाए
-लाल हो जाए
-अगर इसके दिखने से आप असहज महसूस करें
इलाज
-अपने आप ये गांठ ठीक न हो तो डॉक्टर इंजेक्शन के द्वारा इसमें दवाई डालकर इसे ठीक करते हैं.
- सेकेंडरी इन्फेक्शन होने पर चीरा लगाकर इसके अंदर का इन्फेक्शन बाहर निकालना पड़ता है
-एंटीबायोटिक या पेन किलर भी डॉक्टर दे सकते हैं
-एडवांस्ड सर्जरी जैसे लेज़र, electrocautery के जरिए बिना दर्द के सिस्ट निकाल सकते हैं
डॉक्टर साहब ने जो बातें बताई हैं, उन्हें ज़हन में रखिएगा. अगर ऐसी गांठ आपको या आपके किसी जानने वाले को दिखे तो आपको पता है क्या करना है.
वीडियो