सर्विकल कैंसर. औरतों को होने वाला सबसे आम कैंसर है ये. एचपीवी सेंटर के डेटा के मुताबिक, हिंदुस्तान में हर साल, 96 हज़ार से ज़्यादा औरतों को ये होता है. और हर साल 60 हज़ार से ज़्यादा औरतें इस से मरती हैं. पर दुखद ये है कि इतनी आम बीमारी होने के बावजूद, आंकड़े इतने ज्यादा होने के बावजूद इसे लेकर लोगों में जागरूकता नहीं है. ज्यादातर औरतों को ये मालूम ही नहीं है कि किन लक्षणों से सतर्क होकर डॉक्टर के पास जाना चाहिए. इसलिए सर्विकल कैंसर का डाइग्नोसिस बहुत लेट होता है. और तब तक बहुत देर हो चुकी होती है. तो सबसे पहले ये जानते हैं कि सर्विकल कैंसर क्या होता है इसके होने के पीछे कारण क्या है?
क्या होता है सर्विकल कैंसर?
ये हमें बताया है डॉक्टर विभोर महेंद्रू ने.
डॉक्टर तरुण महेंद्रू, कैंसर स्पेशलिस्ट, सहारा हॉस्पिटल, लखनऊ
-सर्विकल कैंसर हिंदुस्तान में औरतों को होने वाला सबसे कॉमन कैंसर है
-इसमें बच्चेदानी के मुंह पर एक गांठ बनती है जो आसपास के टिश्यू को डिस्ट्रॉय करती है
लक्षण:
-गंदा पानी आना
-ब्लीडिंग होना बच्चेदानी के रास्ते
रोकथाम:
-बाकी कैंसर में एक बार कैंसर बनता है तो उसे शुरुआत में पकड़ने की कोशिश करते हैं. पर सर्विकल कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो एक वायरल इन्फेक्शन की वजह से होती है. ह्यूमन पैपिलोमा वायरस के कारण सर्विकल कैंसर होता है
-एक बार ये वायरल इन्फेक्शन बॉडी में घुसने के बाद कम से कम 10 से 15 साल लगते हैं कैंसर बनने में. ये कई स्टेप्स में कैंसर बनता है, जिसे हम प्री कैंसर स्टेज कहते हैं. हम प्री कैंसर स्टेज में ही इस कैंसर को एक छोटी सी जांच से पता लगा सकते हैं. इसे पैप स्मीयर टेस्ट कहते हैं.
-पैप स्मीयर एक बहुत ही सिंपल सी जांच है. इसमें एक स्पैचुला (चम्मज जैसी चीज़) की मदद से बच्चेदाने के मुंह पर बनने वाले तरल पदार्थ को कलेक्ट किया जाता है. और इसमें कैंसर सेल्स की जांच की जाती है
सर्विकल कैंसर में बच्चेदानी के मुंह पर एक गांठ बन जाती है जो आसपास के टिश्यू को खत्म कर देती है
सर्विकल कैंसर क्या होता है ये तो पता चल गया. अब इसके इलाज के बारे में थोड़ा जानते हैं.
इलाज:
-सर्विकल कैंसर के दो ट्रीटमेंट हैं
-सर्जरी और रेडियो थैरेपी
-ये कैंसर स्टेज पर निर्भर करता है कि हम कौन सा ट्रीटमेंट पहले इस्तेमाल करते हैं
-कई बार दोनों इस्तेमाल करना पड़ता है
-शुरुआती स्टेज में दोनों ही ट्रीटमेंट असरदार हैं
-सर्जरी के लॉन्ग टर्म साइड इफ़ेक्ट कम हैं, इसलिए सर्जरी प्रेफ़र की जाती है
21 साल की उम्र के बाद पैप स्मीयर टेस्ट ज़रूर करवाएं
-स्टेज 1 और 2 A में सर्जरी से फ़ायदा मिल जाता है और बीमारी ठीक हो जाती है
-जब बीमारी थोड़ी एडवांस्ड हो जाती है. जिसे लोकली एडवांस्ड सर्विकल कैंसर कहते हैं, उसमें सर्जरी का रोल ख़त्म हो जाता है सिर्फ़ रेडियो थैरेपी के ज़रिए ही इलाज किया जाता है.
- शुरुआती स्टेज में इलाज किया जाए तो 100 में से 70 लोग पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं.
ये मेरी सारी औरतों से ख़ास अपील है. सर्विकल कैंसर को सीरियसली लीजिए. अगर आपको लक्षण दिखते हैं तो देर मत कीजिये. फौरन डॉक्टर के पास जाइए.
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