मनोज 29 साल के हैं. छह महीने पहले उन्हें कोविड हुआ था. उस दौरान उन्हें खांसी की भयंकर समस्या हुई थी. ऑक्सीजन देना पड़ा था. मनोज कोविड से तो ठीक हो गए पर उनकी खांसी अभी तक ठीक नहीं हुई है. मनोज को शक हुआ था कि उन्हें खांसी कहीं टीबी की वजह से तो नहीं आ रही. पर जांच में टीबी नहीं निकला. मनोज जानना चाहते हैं कि लंबी खांसी के क्या कारण हो सकते हैं?
बुखार कब का चला गया, खांसी नहीं जा रही, वजह ये है!
लंबी खांसी की सबसे बड़ी वजह और इलाज डॉक्टर ने बता दिया
हम हमेशा सुनते आए हैं कि अगर खांसी तीन हफ़्ते से ज़्यादा चल रही है तो टीबी की जांच करवानी चाहिए. हालाकि टीबी के अलावा और भी कुछ कारण हैं, जिनसे ऐसा हो सकता है. जैसे आजकल लोगों को फ्लू हो रहा है. अब फ्लू ठीक हो जाता है. बुखार ठीक हो जाता. पर खांसी नहीं जा रही. ऐसे में अगर आप केवल घरेलू नुस्खों के भरोसे इलाज टाल रहे हैं तो जान लीजिए इससे आगे जाकर क्या रिस्क हो सकते हैं.
लंबी खांसी किन कारणों से हो सकती है?ये हमें बताया डॉक्टर कमलेश पांडेय ने.
लंबी खांसी की एक वजह है एलर्जी. ये एलर्जी नाक में हो सकती है. जिसे एलर्जिक रायनाइटिस कहते हैं या ये एलर्जी सांस की नलियों में हो सकती है. जिसको एलर्जिक अस्थमा बोलते हैं. जिन लोगों को बार-बार एसिडिटी होती है. खाना या एसिड गले में आता है. सीने में जलन होती है. इन लोगों को गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज होती है. इसमें एसिड रिफ्लक्स गले तक आता है. इसकी वजह से लंबे समय तक खांसी हो सकती है. सही समय पर बीमारी पकड़ने और इलाज करने से खांसी ठीक हो सकती है.
एक और बड़ी वजह है टीबी यानी ट्यूबरक्लोसिस. टीबी में पेशेंट को खांसी के साथ बुखार भी होगा. भूख कम लगेगी. वज़न कम होगा. टीबी का समय से इलाज हो तो खांसी ठीक हो जाती है. लंबे समय से खांसी आने की एक वजह इंटरस्टीशियल लंग डिजीज भी है. इसमें फेफड़ों में सूजन आ जाती है. लंबे समय तक सूजन रहने से फाइब्रोसिस का रिस्क होता है. अगर ये बीमारी समय से पकड़ में आ जाए तो इलाज हो सकता है.
आगे जाकर क्या रिस्क हैं?जो भी इंसान लंबे समय से खांसी से परेशान है उसे चेस्ट स्पेशलिस्ट से मिलना चाहिए. समय से डायग्नोसिस होना चाहिए ताकि इलाज से खांसी को पूरी तरह से कंट्रोल किया जा सके. अगर समय पर जांच न की जाए तो कुछ रिस्क होते हैं. जैसे एलर्जिक रायनाइटिस या एलर्जिक अस्थमा को समय पर कंट्रोल नहीं किया गया तो इलाज ठीक से नहीं हो पाता. अगर इंटरस्टीशियल लंग डिजीज का समय से इलाज नहीं किया गया तो लंग्स में फाइब्रोसिस बढ़ता जाता है. कुछ समय के बाद पेशेंट ऑक्सीजन पर निर्भर हो जाता है.
इसका बचाव इसके कारण पर निर्भर करता है. अगर सही से समस्या डायग्नोसिस हो जाए तो उस हिसाब से इलाज किया जा सकता है.
खांसी किन वजहों से ठीक नहीं हो रही, डॉक्टर साहब ने ये बता दिया. अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो चेस्ट स्पेशलिस्ट को ज़रूर दिखाएं. देर न करें.
(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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