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यूक्रेन के राष्ट्रपति और उनकी पत्नी ने अब क्या कांड कर दिया, जो उन्हीं के देश के लोग उन्हें गरिया रहे

लोगों का कहना है कि इतने नाज़ुक समय पर, जब देश के लोग मर रहे हैं, तब इस तरह के फोटोशूट का कोई मतलब नहीं.

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वोग मैगज़ीन ने पहले भी ऐसे पॉलिटिकल फ़िगर्स पर कवर स्टोरी की है. (फोटो - सोशल मीडिया)

यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की और फ़र्स्ट लेडी ओलेना ज़ेलेंस्का. वोग मैगज़ीन ने अपने कवर पर इस 'पावर कपल' की फोटो छापी है. और, इत्ते पर बवाल हो गया. लोग ज़ेलेंस्की कपल की आलोचना करने लगे, कि युद्ध के बीच वो वोग में छपने के बारे में सोच कैसे सकते हैं. उन पर एलिटिस्ट होने के आरोप भी लगाए गए.

दरअसल, यूक्रेन फरवरी, 2022 से ही रूस के साथ युद्ध लड़ रहा है. छह महीने हो चुके हैं. हालिया आंकड़ों के मुताबिक़, कुल पांच हज़ार से ज्यादा नागरिकों की मौत हो चुकी है, जिनमें 348 बच्चे हैं. और, इसी बीच ये फोटोज़ आई हैं. प्रसिद्ध फोटोग्राफर एनी लिबोविट्ज ने ये तस्वीरें खीचीं हैं. टाइटल दिया, 'पोर्टरेट ऑफ़ ब्रेवरी'. एक फोटो में ओलेना और व्लादिमीर हाथ पकड़कर टेबल पर बैठे हैं. एक तस्वीर मिलिट्री बंकर की है. एक में ओलेना अकेली खड़ी हैं. पीछे एक टूटा हुआ विमान है और तीन यूक्रेनी सैनिक.

वोग मैगज़ीन ने पहले भी ऐसे पॉलिटिकल फ़िगर्स पर कवर स्टोरी की है. मसलन, अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, अमेरिकी पॉलिटिकल ऐक्टिविस्ट एलेक्जेंड्रिया ओकासियो-कोर्टेज़ और पूर्व फ़र्स्ट लेडी मिशेल ओबामा.

सांकेतिक चिंतन बैक-फायर कर गया

ओलेना ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर फोटोशूट की तस्वीरें पोस्ट कीं, जो अब इंटरनेट पर भयंकर वायरल हैं. कैप्शन में लिखा है,

"वोग जैसी प्रचलित मैगज़ीन के कवर पर होना दुनिया के सफल से सफल लोगों के लिए एक बड़ा सम्मान और सपना होता है. मैं उन सभी के लिए केवल एक चीज़ चाहती हूं कि उनके लिए इसकी वजह ये न हो कि उनके देश में युद्ध हो रहा है.

और, अब मैं चाहूंगी कि आप यहां मेरी जगह हर यूक्रेनी महिला को देखें. जो लड़ती है, वॉलंटियर करती है, रेफ्यूजी कैम्प्स में बस जाती है, सायरन की आवाज़ के साथ अपना काम करती है. उसे अधिकार है और वो हक़दार है कि वो पूरी दुनिया के कवर पर आए. यूक्रेन की साथी महिलाओ! आप सब ही हमारे देश का चेहरा और कवर हैं."

वोग ने भी इन तस्वीरों को अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर शेयर किया और लिखा,

"यूक्रेन में दसियों हज़ार महिलाएं पहली लाइन में खड़ी हैं और वहीं फ़र्स्ट लेडी ओलेना ज़ेलेंस्का भी कूटनीति की पहली लाइन में खड़ी रहीं."

हालांकि, इस तस्वीर के लिए मियां-बीवी को हचक के ट्रोल किया जा रहा है. लोगों का कहना है कि इतने नाज़ुक समय पर, जब देश के लोग मर रहे हैं, तब इस तरह के फोटोशूट का कोई मतलब नहीं. ये असंवेदनशील है. हालांकि, इस फोटो और ज़ेलेंस्का के कैप्शन में समझ आता है कि मिलिट्री बंकर और विमान के बैग्राउंड में फोटो खिंचाने का मक़सद यूक्रेन की त्रासदी को सामने लाना ही है. लेकिन अगर ऐसी है भी तो ये चला नहीं. 

एक यूज़र ने लिखा,

“जब आपका देश एक युद्ध के बीच में हो, लोग तड़प रहे हों, जवान मर रहे हैं तब स्नैपचैट जनरेशन को खुश रखना भी ज़रूरी होता है!”

एक यूजर ने लिखा,

“युद्ध को ग्लोरिफाई करना, ये बीमार मानसिकता है.”

इस पर एक शख्स ने अमेरिका द्वारा की गई मदद को लेकर कटाक्ष किया,

“इससे उन्हें कई बिलियन डॉलर मिले, जिससे अमेरिकी टैक्स पेयर्स को फायदा मिल सकता था. ये जानकर अच्छा लगा कि उसमें से कुछ पैसा अपने लिए डिज़ाइनर ड्रेस लेने में खर्च कर दिया.”

एक समय उनके प्रशंसक रहे लोगों ने भी इस शूट की आलोचना की है. कुछ लोकल यूक्रेनी लोगों का कहना है कि उन्होंने राष्ट्र-निर्माण के नाम पर टैक्स दिया है, इस शूट के लिए नहीं. हालांकि, टैक्स-पेयर के पैसे बर्बाद होने वाली बात मिशेल ओबामा पर स्टोरी आने के बाद भी आई थी. 

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