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यूपी : ससुराल में घुसने के लिए औरत पुलिस-बुलडोजर लेकर पहुंच गई, एंट्री मिल गई!

पति दहेज के लिए मारपीट करता था, मांग पूरी नहीं हुई तो घर से निकाल दिया.

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सांकेतिक फोटो बुलडोजर, पुलिस थाना (साभार राइट फोटो: Pixabay, लेफ्ट फोटो: आजतक)

उत्तरप्रदेश के बिजनौर (Bijnor) में एक महिला को ससुराल में एंट्री दिलाने के लिए पुलिस को बुलडोज़र (Bulldozer) लेकर आना पड़ा. दरअसल, महिला ने अपने पति पर दहेज प्रताड़ना और घर से निकाल देने के आरोप लगाए थे. महिला के ससुराल वाले उसे ससुराल में घुसने नहीं दे रहे थे. महिला ससुराल वालों के खिलाफ कोर्ट पहुंची. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने महिला को ससुराल में जाने देने का आदेश दिया, ससुराल वाले फिर भी अड़े रहे तो पुलिस बुलडोज़र लेकर पहुंची. घर पर बुलडोज़र चलने के डर से ससुराल वालों ने महिला को ससुराल में एंट्री दी. घटना 28 अगस्त की है.

क्या था बुलडोज़र मामला?

टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, कोतवाली शहर के गांव धोकलपुर के रहने वाले एडवोकेट शेर सिंह ने अपनी बेटी नूतन मलिक की शादी हल्दौर के हरिनगर में रहने वाले रोबिन के साथ की थी. करीब पांच साल पहले. आरोप है कि शादी के कुछ महीने बाद ही ससुराल वाले दहेज का दबाव बनाने लगे. मांग पूरी नहीं होने पर उन्होंने नूतन के साथ मारपीट की. और कुछ दिन बाद उसे घर से भी निकाल दिया. नूतन के पिता ने 23 जून, 2019 को रोबिन के खिलाफ FIR दर्ज करवाई.  

रिपोर्ट के मुताबिक, नूतन के पिता ने कहा,

"मेरी बेटी की 2017 में से शादी हुई शुरू में सब कुछ ठीक था. लेकिन बाद में, पर्याप्त दहेज नहीं लाने के लिए उसे उसके ससुराल वालों ने घरेलू हिंसा का शिकार बनाया. जब हम उनकी मांगों को पूरा नहीं कर सके तो उन्होंने उसे घर से निकाल दिया. 2019 में हल्दौर थाने में उसके पति और ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद भी, उन्होंने उसे वापस घर में नहीं लिया. अब इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उसे घर में एंट्री दिलाने आदेश दिया था."  

पुलिस लाउडस्पीकर से ससुराल वालो को बुलाती हुए (साभार: आजतक)

हाई कोर्ट के आदेश पर 28 अगस्त को जिला प्रोबेशन अधिकारी रूबी गुप्ता, DPO संजय कुमार, लीगल असिस्टेंट सुपरवाइजर रवेंद्र कुमार, सीनियर असिस्टेंट DPO महबूब अली, जिला महिला इंस्पेक्टर पुष्पा देवी व हल्दौर थाना SHO (हल्दौर) उदय प्रताप सिंह, नूतन के ससुराल पहुंचे. SP (हल्दौर) प्रवीण रंजन ने कहा, 

''पुलिस को कोर्ट का आदेश मिला था कि पीड़ित महिला को किसी भी तरीके से उसके घर में एंट्री दिलवाई जाए. 28 अगस्त की सुबह पुलिस की टीम उसके ससुराल पहुंची. पुलिस ने उन्हें लाउडस्पीकर पर बार-बार चेतावनी दी. लेकिन पीड़िता के ससुरालवालों ने दरवाजा नहीं खोला. इसलिए हमें बुलडोजर लेना पड़ा. और कुछ देर बाद उन्होंने महिला को घर में घुसने दिया. नूतन को पुलिस सुरक्षा भी दी गई है."

कार्रवाई के बाद नूतन के पिता शेर सिंह ने कहा कि उन्हें खुशी है कि अब उनकी बेटी अपने ससुराल में सही तरीके से रह सकती है. 

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