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प्रेग्नेंसी में इन वजहों से सूज जाते हैं हाथ-पैर, ऐसे मिलेगा आराम

सूजन आने पर ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है.

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सांकेतिक फोटो.

(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

शिप्रा कानपुर की रहने वाली हैं. उनकी प्रेग्नेंसी का पांचवा महीना चल रहा है.  ज़ाहिर सी बात है, उनके शरीर में काफ़ी बदलाव आया है. रोज़ कुछ न कुछ नया होता है, जिससे डील करना उनके लिए मुश्किल होता जा रहा है. हाल-फ़िलहाल में उनके हाथों और पैरों में काफ़ी ज़्यादा सूजन आ गई है. इतना कि उनकी अंगूठियां टाइट हो गई हैं. पुरानी चप्पलें पैरों में फ़िट नहीं आ रहीं. शिप्रा जानना चाहती हैं कि क्या ये सूजन नॉर्मल है? कोई घबराने वाली बात तो नहीं. ये उनकी पहली प्रेग्नेंसी है, इसलिए वो काफ़ी घबराई हुई हैं. साथ ही वो जानना चाहती हैं कि इसका इलाज क्या है. तो सुनिए डॉक्टर्स क्या कहते हैं.

प्रेग्नेंसी में हाथ-पैरों में सूजन क्यों हो जाती है?

ये हमें बताया डॉक्टर अर्चना धवन बजाज ने.

Dr. Archana Dhawan Bajaj , Gynecology in New Delhi, Delhi | Book Doctor  Appointments Online - Femicure
डॉक्टर अर्चना धवन बजाज, नर्चर क्लिनिक, नई दिल्ली

प्रेग्नेंसी बढ़ने के साथ, हर प्रेग्नेंट औरत के हाथों और पैरों में सूजन होती है. सूजन आना प्रेग्नेंसी में नॉर्मल बात है. इसकी कई वजह होती हैं:

-हॉर्मोनल बदलाव

-खून का पतला होना

-खून में हीमोग्लोबिन का कम होना

-मां का वजन बढ़ जाना

-शरीर की नसों में खून का प्रेशर बढ़ जाता है, जिस वजह से एक प्रेग्नेंट औरत के शरीर में सूजन होती है

सूजन आने पर ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है. इस दौरान गर्भवती महिला को कुछ खास बातों का ख्याल रखना जरूरी है. जैसे हीमोग्लोबिन लेवल का ठीक होना. डाइट में प्रोटीन लें. जैसे मांसाहारी लोग एग व्हाइट, चिकन, फिश ज्यादा खाएं. शाकाहारी लोग दूध, दही, पनीर, सोया, ब्रोकली, मटर, बीन्स और साबुत दालें खाएं.

डॉक्टर को दिखाने की ज़रुरत कब पड़ती है?

प्रेग्नेंसी के दौरान अगर सूजन एकदम से बढ़ जाती है तो डॉक्टर को दिखाना जरूरी है. प्रेग्नेंसी के कुछ मामलों में सूजन, ब्लड प्रेशर बढ़ने की निशानी होती है. इसे प्री-एक्लेमसिया या प्रेग्नेंसी इंड्यूस्ड हाइपरटेंशन कहते हैं. हाथों की उंगलियों की अंगूठी टाइट हो जाती है. चूड़ियां कस जाती हैं. पैरों में काफी ज्यादा सूजन आ जाती है. पैरों को लटकाने पर सूजन होती है. ऐसे में ब्लड प्रेशर जरूर चेक करें. अगर ये सब हो रहा है तो डॉक्टर को जरूर बताएं. ये लक्षण प्री-एक्लेमप्सिया(Pre-eclampsia) या प्रेग्नेंसी इंड्यूस्ड हाइपरटेंशन के हो सकते हैं. सूजन के साथ आंखों के सामने धुंधलापन आ जाता है. सिर में दर्द होता है. लिवर का दर्द. बच्चे की मूवमेंट कम होना. घबराहट होना या छाती में जलन होना जैसी समस्याएं हैं, तो भी डॉक्टर को जरूर बताएं. प्रोटीन कम होने और हीमोग्लोबिन कम होने की वजह से ये सूजन आ सकती है. थायरॉइड लेवल कम होने या हाइपो थायरॉइड होने से भी पैरों में सूजन आ सकती है.

RACGP - Itchy skin in pregnancy
प्रेग्नेंसी के दौरान अगर सूजन एकदम से बढ़ जाती है तो डॉक्टर को दिखाना जरूरी है.
बचाव और इलाज

-अच्छी डाइट लें

-जैसे पालक, हरी सब्जियां, फ्रूट, नट्स, बेरी, प्रोटीन, विटामिन सी वाली चीजें खाएं

-ये आयरन को सोखने में मदद करती हैं और हीमोग्लोबिन लेवल को ठीक करती हैं

-प्रेग्नेंसी में नॉर्मल सूजन से बचने के लिए ये करें

-ज्यादा देर तक खड़ी न हों

-वर्किंग महिलाएं पैर लटका कर न बैठें, पैरों के आगे स्टूल रख लें

-घर में काम के दौरान पैरों को आराम दें

-पैरों को स्टूल या किसी टेबल के ऊपर रख लें, या फिर बिस्तर पर पैरों के नीचे दो तकिया रखें

-फुटवियर पर भी खासा ध्यान दें

-जैसे ज्यादा टाइट स्ट्रैप वाली चप्पल न पहनें

-हील और अनकम्फर्टेबल फुटवियर न पहनें

-गर्म पानी में रॉक सॉल्ट मिलाकर उसमें पैर डालें

Pregnancy Stretch Marks: Prevention & Treatment | Pampers
प्रोटीन कम होने और हीमोग्लोबिन कम होने की वजह से ये सूजन आ सकती है. 

-हॉट ऑलिव ऑयल से पैरों का मसाज करें

-मसाज नीचे से ऊपर की तरफ करें

-एड़ी को दिन में 30 बार रोटेट करें

-15 बार क्लॉक वाइज, 15 बार एंटी क्लॉक वाइज

-दिन में 8 से 10 बार एड़ी को ऊपर नीचे करें

-दिन में 25 मिनट की वॉक करें

-एंटेनेटल एक्सरसाइज और एंटेनेटल योगा से हाथों से सूजन जा सकती है

-ये सब उपाय करने के बाद भी अगर आपकी सूजन नहीं जा रही है तो डॉक्टर को जरूर बताएं

-हाथों पैरों की सूजन कम करने के लिए एक्सरसाइज काफी फायदेमंद है

-इसके लिए आप डॉक्टर, फिजियोथेरेपिस्ट से सलाह ले सकते हैं

-प्रेग्नेंसी में हेल्दी डाइट लें

-रेस्ट जरूर लें, दिन में दो घंटे और रात में आठ घंटे

-ब्लड प्रेशर, प्रोटीन इनटेक और शुगर लेवल की वक्त- वक्त पर जांच कराएं

-सूजन कम करने के लिए कई लोगों को कम्प्रेशन स्टॉकिंग और कम्प्रेशन बैंडेज की जरूरत पड़ सकती है

-अगर इन सब उपायों के बाद भी आपकी सूजन कंट्रोल नहीं हो रही तो डॉक्टर की सलाह लें

जैसा कि आपने सुना, प्रेग्नेंसी के दौरान हाथ-पैरों में सूजन आना नॉर्मल है. लेकिन अगर बताए गए लक्षण आपको महसूस हो रहे हैं तो डॉक्टर से ज़रूर मिलें. 

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