"भारत में महिलाएं अभी भी एक छलनी के जरिये से चांद को देखती हैं और करवा चौथ पर अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं, जबकि अमेरिका, चीन जैसे देशों में महिलाएं विज्ञान की दुनिया में जीती हैं."
ये टिप्पणी दी है राजस्थान के मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने, शनिवार यानी 20 अगस्त को. उनके इस बयान के बाद से विवाद खड़ा हो गया है. इस पर BJP ने तीखी आलोचना करते हुए कहा है कि गोविंद राम मेघवाल को माफी मांगनी चाहिए और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक गोविंद राम ने ये भाषण जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में हुए डिजिफेस्ट के समापन समारोह में दिया था. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी वहीं मौजूद थे. उन्होंने भाषण में कहा,
"चीन और अमेरिका में महिलाएं विज्ञान की दुनिया में जी रही हैं, लेकिन यह दुर्भाग्य की बात है कि आज भी भारत में करवा चौथ पर महिलाएं छलनी से चांद और अपने पति को देखती हैं. अपने पति की लंबी उम्र की बात करती हैं. लेकिन एक पति कभी छलनी में चांद और अपनी पत्नी को देखते हुए अपनी पत्नी की लंबी उम्र की बात नहीं करता.लोग एक दूसरे को अंधविश्वास में धकेल रहे हैं, वे धर्म और जाति के नाम पर एक दूसरे से लड़ रहे हैं. महात्मा ज्योतिबा फुले ने देश में शिक्षा के लिए सबको जागरूक किया था. ज्योतिबा फुले की पत्नी सावित्री बाई फुले देश की पहली महिला शिक्षक थीं. सावित्री बाई फुले पर धर्म के ठेकेदार उस समय पत्थर फेंका करते थे. ज्योतिबा फुले को डॉ. अंबेडकर ने अपना गुरु माना और अंबेडकर कहते थे शिक्षा शेरनी का दूध है,जो पीएगा वह दहाड़ेगा. शिक्षा बहुत जरूरी हैं शिक्षा के बिना बुद्धि नहीं और बिना बुद्धि के पैसा नहीं आएगा और बिना पैसे के जीवन जानवर के बराबर हो जाएगा."
गोविंद राम के भाषण के बाद भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने गोविंद राम पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि अंतरिक्ष में जाने वाली कल्पना चावला भी थीं और कई भारतीय महिलाएं पायलट के रूप में काम कर रही हैं. शर्मा ने आगे कहा,
"उन्होंने देश की करोड़ों महिलाओं का अपमान किया है. उन्हें माफी मांगनी चाहिए और बयान वापस लेना चाहिए. मुख्यमंत्री को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए."
भाजपा नेता ने कहा कि भारतीय महिलाएं परंपराओं का पालन करने के लिए जानी जाती हैं और वे अपने निजी जीवन और काम के बीच संतुलन बनाना जानती हैं. और अपने पति की लंबी उम्र की कामना करना भी जानती हैं.
विवाद के बाद मेघवाल ने मीडिया से कहा कि वह केवल वैज्ञानिक सोच और शिक्षा को बढ़ावा दे रहे हैं. उन्होंने कहा,
"मैं करवा चौथ के खिलाफ नहीं हूं. जो कोई भी इसको मानना चाहता है वह ऐसा कर सकता है. "
उन्होेंने कहा कि वो सिर्फवैज्ञानिक स्वभाव के महत्व के बारे में बात कर रहे थे.
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