महिला नेता, क्रॉप टॉप और बॉलीवुड गाने पर डांस. ये तीन चीज़ें हमारी जनता के आहत होने के लिए काफी थीं. उन्होंने महिला नेता का वीडियो न केवल रीट्वीट और फॉरवर्ड किया, बल्कि उन पर आपत्तिजनक कमेंट भी किए.
संजय गुप्ता नाम के यूज़र ने लिखा, 'सैफई महोत्सव में नाचने की तैयारी करती हमीरपुर की राठ विधानसभा से सपा की महिला प्रत्याशी चंद्रवती वर्मा.'
" भैया पार्टी का मनोरंजन भी कोई चीज़ है अब सैफई महोत्सव तो होगा नहीं कुछ तो करेंगे ही, चुनाव जाए भाड़ में सपाई मनोरंजन आवश्यक है."संजय गुप्ता नाम के यूज़र ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा,
"सैफई महोत्सव में नाचने की तैयारी करती हुई हमीरपुर की राठ विधानसभा से सपा की महिला प्रत्याशी चंद्रवती वर्मा. अपनी दो सहेलियों के संग ओले ओले कर रही हैं."भारद्वाज पी नाम के यूज़र ने लिखा,
"ओए ओए यूपी अखिलेश यादव ने पूर्व विधायक अनुरागी का टिकट काट कर हमीरपुर की राठ से जिस चंद्रवती वर्मा को टिकट दिया वो जब कोई लड़की देखूं...ओले ओले पर डांस करते हुए."वायरल की दुनिया में ओरिजनैलिटी की गारंटी नहीं है. तो ज्यादातर लोगों ने लिखा,
'इन मोहतर्मा का नाम चंद्रवती वर्मा. ये हमीरपुर की राठ विधानसभा से सपा उम्मीदवार हैं. अखिलेश यादव ने इनको टिकट देने के लिए विधायक गयादीन अनुरागी का टिकट काट दिया है.'कई लोगों ने सैफई महोत्सव का जिक्र किया. उनके कमेंट्स कुछ ऐसे थे.
- ये सपा की उम्मीदवार है या सैफई की नाचने वाली? - लगता है अब सैफई महोत्सव में बाहर से डांसर नहीं बुलाना पड़ेगा. - सैफई महोत्सव की यादें ताज़ा हो गईं.
Rath से सपा उम्मीदवार के डांस को लेकर किए गए एक पोस्ट का स्क्रीनशॉट.
एक उम्मीदवार को उनके डांस वीडियो के आधार पर जज किया जा रहा है. उन्हें नाचने वाली बताकर खारिज करने की कोशिश की जा रही है. वीडियो के जरिए ये नैरेटिव गढ़ने की कोशिश की जा रही है कि देखो अखिलेश ने इस नाचने वाली को टिकट देने के लिए विधायक का टिकट काट दिया. जबकि, नवभारत टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चंद्रवती लंबे वक्त से ग्राउंड पर काम कर रही थीं. उनकी जाति और समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेता उन्हें टिकट देने के पक्ष में थे, सपा ने पहले जब गयादीन अनुरागी को टिकट दिया तो स्थानीय नेताओं ने इसका विरोध किया था. इसके बाद उनका टिकट काटकर चंद्रवती को टिकट दिया गया. ऐसा पहली बार नहीं हुआ और ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. कुछ दिनों पहले कांग्रेस की हस्तिनापुर प्रत्याशी अर्चना गौतम के वीडियो भी इसी तरह वायरल किए गए थे. ट्रोल्स ने लिखा था- ये इलेक्शन है या ब्यूटी कॉन्टेस्ट. उनके कपड़ों को लेकर भद्दे कमेंट्स किए गए थे. कुछ और पीछे जाएंगे तो जुलाई, 2021 में बीजेपी नेता सोनाली फोगाट को उनके कपड़ों और टिकटॉक वीडियो को लेकर टारगेट किया गया था. जब टीएमसी सांसद नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती वेस्टर्न कपड़ों में संसद पहुंची थीं, तब उन्हें कपड़ों को लेकर संस्कार और मर्यादा का ज्ञान दिया गया था. सोनिया गांधी, जया प्रदा, हेमा मालिनी, स्मृति ईरानी... नामों की फेहरिस्त लम्बी है. कभी कपड़ों तो कभी प्रोफेशन को लेकर इन्हें टारगेट किया है. कभी उनकी खुद की फ्रैटर्निटी के लोगों यानी साथी नेताओं ने तो कभी ट्रोल आर्मी ने.
हम ये फैक्ट क्यों स्वीकार नहीं कर पाते कि राजनीति में एक्टिव महिलाएं भी हमारे बीच से निकली महिलाएं होती हैं. एक वक्त था जब ज्यादातर महिलाएं साड़ी पहना करती थीं. तो उनके बीच से निकली जन प्रतिनिधि भी हमें साड़ी में दिखती थीं. अब महिलाएं इंडियन, वेस्टर्न हर तरह के कपड़े पहनती हैं, तो ज़ाहिर है कि उनके बीच से निकलने वाली लीडर्स भी उनके जैसी ही होंगी. फिर चाहे बात कपड़ों की हो, चाहे किसी चीज़ को लेकर उनके अप्रोच की. उनकी करियर और लाइफ चॉइसेस भी अलग होंगी और होनी भी चाहिए. इससे राजनीति में डायवर्सिटी आएगी.
खैर, जाते-जाते फ्री की एक एडवाइस तो बनती है. क ई रिसर्चों में सामने आया है कि डांस करना स्ट्रेस लेवल और वज़न, दोनों ही कम करने में बहुत मददगार होता है. इनफैक्ट भागना अगर आपको बोरिंग लगता है तो डांस कार्डियो एक्सरसाइज़ का बढ़िया तरीका है. करके देखिए, अच्छा लगता है. और हां, चंद्रवती वर्मा कैसे कैम्पेन कर रही हैं, उनकी योजनाएं क्या हैं, अपने विधानसभा क्षेत्र के बारे में कितना जानती हैं... इन सबके आधार पर उनको परखिए ज़रूर, लेकिन वो डांस करती हैं ये कहकर उन्हें खारिज मत कीजिए.