एक बात सोचिए. आप दिनभर कितनी देर अपने कानों में ईयरफ़ोन या ईयरबड्स लगाकर रखते हैं. ऑफिस आने-जाने के रास्ते में. दिनभर काम करते हुए. या घर पर मोबाइल पर कुछ देखते हैं. कुल मिलाकर आपका ज़्यादातर समय कानों में ईयरफ़ोन लगाए-लगाए बीतता है. ये आपके कानों के लिए बहुत नुकसानदेह है. इससे क्या नुकसान होता है, इस पर बात करेंगे. उससे पहले ये जान लीजिए कि रोज़ के किन लक्षणों को देखकर आपको सतर्क हो जाने की ज़रुरत है.
लगातार कान फाड़ आवाज में ईयरफोन सुनना कब खतरनाक हो जाता है?
जो लोग लंबे समय तक ईयरफ़ोन इस्तेमाल करते हैं उनको हमेशा सतर्क रहना चाहिए.
ये हमें बताया डॉक्टर अंकुश सयाल ने.
जो लोग लंबे समय तक ईयरफ़ोन इस्तेमाल करते हैं उनको हमेशा सतर्क रहना चाहिए. अगर कुछ आवाज़ें सुन नहीं पा रहे या गाने की कुछ बीट्स सुनाई नहीं दे रहीं तो तुरंत ENT स्पेशलिस्ट से मिलकर चेकअप करवाना चाहिए. ख़ासतौर पर हाई फ्रीक्वेंसी साउंड को चेक करवाना चाहिए. ये कम सुनाई देने के शुरुआती लक्षण हैं. कान में खुजली, दर्द या उसमें से पानी निकलना अहम लक्षण हैं. इनसे सतर्क रहना बहुत ज़रूरी है.
लंबे समय तक ईयरफ़ोन इस्तेमाल करने के कारण हाई फ्रीक्वेंसी एक्सपोजर होता है. जिसके कारण सुनाई देना कम होने लगता है. कई लोग ईयरफ़ोन शेयर करते हैं. इसके कारण एक कान से इन्फेक्शन दूसरे के कान में हो सकता है. ईयरफ़ोन काफ़ी बार आपके कान के हिसाब से डिज़ाइन नहीं होते. जिसकी वजह से कान में असहजता और दर्द हो सकता है. ईयरफ़ोन के कारण कान के अंदर का वैक्स अंदर ही रहता है. इसके कारण वैक्स कान में जमा होता रहता है. वैक्स संबंधित दिक्कतें हो सकती हैं. जैसे दर्द और सुनाई कम देना.
इलाजअगर ये लक्षण महसूस हो रहे हैं तो ईयरफ़ोन का कम से कम इस्तेमाल करें. अगर इस्तेमाल कर रहे हैं तो आवाज़ 60% पर रखें. ईयरफ़ोन शेयर न करें. ईयरफ़ोन लंबे समय के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं तो बीच-बीच में इसे उतारते रहें ताकि कान में नमी जमा न हो. ईयरफ़ोन चुनते हुए ध्यान रखें कि वो कान में नर्म तरीके से बैठ सके और दर्द न हो. अगर सुनाई कम दे रहा है तो ENT स्पेशलिस्ट से मिलें ताकि बूस्टर दिए जा सकें. अगर कान से पानी आ रहा है, खुजली या दर्द हो रहा है तो डॉक्टर एंटीबायोटिक और ईयरड्रॉप्स देते हैं ताकि इसका इलाज हो सके.
ज़्यादा देर या लगातार ईयरफ़ोन इस्तेमाल करने के नुकसान आपने जान लिए हैं. इसलिए अगर आजकल आपको लगता है कि कम सुनाई दे रहा है या ऊंचा सुनाई दे रहा है तो ध्यान दीजिए. ये कान ख़राब होने की शुरुआत है, इसलिए डॉक्टर से मिलकर जांच ज़रूर करवाएं.
(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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