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रीति-रिवाज से शादी के लिए घरवाले लड़की को ले गए, फिर मौत की खबर आई, 'ऑनर किलिंग' का आरोप

लड़की के पति ने उसके माता-पिता पर लगाया हत्या का आरोप. धरने पर बैठे.

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बाएं से दाएं: प्रीति के साथ अंकित. पुलिस थाने पर धरने में बैठे सपा नेता अंकित.

उत्तर प्रदेश का चंदौली ज़िला. यहां का अलीनगर क्षेत्र. 29 नवंबर को यहां एक 21 बरस की लड़की की मौत हो गई. उसके माता-पिता ने पोस्टमॉर्टम कराए बिना ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया. लड़की के पति अंकित यादव ने 2 दिसंबर को अलीनगर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया. लड़की के माता-पिता पर बेटी की हत्या का आरोप लगाया. अंकित इस केस को 'ऑनर किलिंग' का मामला बता रहे हैं. वो लगातार सोशल मीडिया पर न्याय की मांग कर रहे हैं और पुलिस पर लेटलतीफी के आरोप लगा रहे हैं.

क्या है पूरा मामला?

'ऑडनारी' की टीम ने अंकित से बात की. 24 साल के अंकित, समाजवादी पार्टी (SP) से जुड़े हुए हैं. उन्होंने बताया,


मैं और प्रीति यादव पिछले पांच बरस से एक-दूसरे को जानते थे. शादी करना चाहते थे, लेकिन दोनों के परिवार को ये रिश्ता पसंद नहीं था. कुछ महीने पहले प्रीति के घरवालों ने उसकी शादी बनारस में तय कर दी. प्रीति ने जब ये बात मुझे बताई तो हम दोनों ने कोर्ट मैरिज करने का फैसला किया. परिवार वालों की मर्ज़ी के खिलाफ 9 नवंबर को कोर्ट में शादी कर ली. प्रीति मेरे घर रहने लगी. मेरे परिवार वालों ने भी इस शादी को एक्सेप्ट कर लिया. हालांकि, प्रीति के माता-पिता अभी भी इस शादी को मानने के लिए तैयार नहीं थे.

और क्या बताया अंकित ने?

अंकित के मुताबिक,


कोर्ट मैरिज के बाद प्रीति के पिता महेंद्र यादव मेरे घर आए. मेरी और प्रिति की शादी रीति रिवाज़ के साथ कराने की बात कही. मेरे परिवार वाले भी राजी हो गए. सगाई के लिए 2 दिसंबर और शादी के लिए 15 दिसंबर की तारीख तय हुई. प्रीति के परिवार वाले 23 नवंबर को उसे घर ले गए.

अंकित का आरोप है कि 29 नवंबर को प्रीति के परिवार वालों ने उसकी हत्या कर दी. और जानकारी दिए बिना ही अंतिम संस्कार कर दिया. उन्हें अंतिम संस्कार में भी नहीं बुलाया गया. प्रीति की मौत की जानकारी उन्हें एक लड़के के ज़रिए मिली.

पुलिस में दी शिकायत

अंकित ने अलीनगर थाने में लड़की के माता-पिता, दो चाचा और दो चचेरे भाइयों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया है. प्रीति को न्याय दिलाने के लिए वो थाने के बाहर धरना भी दे रहे हैं. अंकित ने कथित तौर पर प्रीति की तरफ से लिखे गए एक लेटर के बारे में भी बताया. इस लेटर में प्रीति ने कथित तौर पर लिखा है कि वो अपने घर जा रही है और अगर इस दौरान उसे कुछ होता है, तो इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से उसके परिवार वालों की होगी. प्रीति ने  इस लेटर में अंकित से शादी और प्यार का ज़िक्र भी है. ये भी लिखा है कि अगर उसे कुछ हो जाता है तो अंकित और उनके परिवार वालों को परेशान न किया जाए.


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प्रीति के साथ अंकित.

प्रीति का परिवार क्या कहता है?

हमने इस मामले में प्रीति के माता-पिता से भी बात करने की कोशिश की, हालांकि, उन्होंने हमारे फोन कॉल्स का कोई जवाब नहीं दिया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रीति के परिवार का कहना है कि 29 नवंबर को प्रीति कपड़ों पर प्रेस कर रही थी. इस दौरान उसे करंट लग गया. परिजनों का दावा है कि वो प्रीति को इलाज के लिए बनारस ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. इसके बाद प्रीति का अंतिम संस्कार कर दिया गया.

पुलिस क्या कहती है?

चंदौली के एडिशनल SP (सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस) प्रेमचंद का कहना है,


अंकित यादव की तहरीर पर प्रीति यादव के परिजनों के खिलाफ धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस मामले के सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है. अभी तक 'ऑनर किलिंग' के संबंध में सबूत नहीं मिले हैं. कोर्ट मैरिज के बाद लड़की के परिजन रीति-रिवाज़ के साथ शादी कराने के लिए तैयार हो गए थे. और प्रीति को घर ले आए थे. इसी दौरान 29 नवंबर को प्रेस करते हुए प्रीति की करंट लगने से मौत हो गई.

अंकित पुलिस पर आरोपियों को बचाने और जांच में लीपापोती करने का भी आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि परिवार वालों ने इमोशनल कार्ड खेलकर प्रीति को घर बुलाया और केवल इसलिए उनकी हत्या कर दी, क्योंकि दोनों ने उनकी मर्ज़ी के खिलाफ जाकर शादी की. अंकित बताते हैं कि प्रीति के पिता जौनपुर में दरोगा के रूप में तैनात हैं, इसलिए पुलिस जानबूझकर ढंग से जांच नहीं कर रही है.

पुलिस पर लग रहे आरोपों पर चंदौली के SP अमित कुमार का कहना है कि पुलिस अपना काम ढंग से कर रही है. इस मामले के सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है. खुद CO के नेतृत्व में जांच की जा रही है और बहुत जल्द ही नतीजा सामने आ जाएगा.

ये पूछने पर कि शव का पोस्टमॉर्टम क्यों नहीं किया गया, अमित कुमार ने बताया कि क्योंकि प्रारंभिक जांच में मामला करंट लगने से मौत का था, इसलिए पोस्टमॉर्टम नहीं कराया गया.

बहरहाल, इस मामले में किसकी बात सही है किसकी गलत, हम अभी कुछ नहीं कह सकते. लेकिन इतना तो सच है कि 21 बरस की लड़की ने अपनी जान गंवा दी है.

(ये स्टोरी हमारे साथी मुरारी ने लिखी है)