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पटना में थिएटर आर्टिस्ट साज़िना राहत की मौत, सात दिन तक फ्लैट में पड़ा रहा शव

बताया जा रहा है कि साजिना कुछ समय से मानसिक समस्याओं से परेशान थीं.

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साज़िना राहत (साभार: आजतक)

रंगकर्म की दुनिया से जुड़ी साज़िना राहत की मौत हो गई. साज़िना सामाजिक मुद्दों पर थिएटर करती थीं. जानकारी के मुताबिक, 9 सितंबर को पुलिस ने साज़िना के फ्लैट से उनका शव रिकवर किया था. बताया जा रहा है कि थिएटर आर्टिस्ट की मौत सात दिन पहले ही हो चुकी थी. लेकिन, इसका खुलासा तब हुआ जब पड़ोसियों ने फ्लैट से आ रही बदबू के आधार पर पुलिस को सूचना दी थी. 

आजतक से जुड़े सुजीत झा की रिपोर्ट के मुताबिक, साज़िना की मौत हार्ट अटैक से हुई है. कहा जा रहा है कि उन्हें समय पर मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं मिला. साज़िना की मौत पर उनकी साथी निवेदिता झा ने कहा, 

"बहुत हैरान हूं और सदमे में हूं साज़िना राहत की मौत हुई और लाश कमरे के अंदर 7 दिनों तक पड़ी रही. जब पड़ोसियों को कमरे से बदबू आनी शुरू हुई तो उन्होंने पुलिस को फोन किया. फिर उसके बेटे को बुलाया गया. साज़िना लंबे समय तक रंगकर्म से जुड़ी थीं. कविता लिखती थी. हर जुलूस, हर नाटक में मौजूद रहती थी. 

निवेदिता ने बताया कि साजिना कुछ समय से मानसिक समस्याओं से परेशान थीं.

“अकेलेपन की आदत ने उसकी जान ली. बेटा, बेटी और इतने बड़े समाज से जुड़ाव के बावजूद इतनी भयानक मौत हुई. मुझे बेहद दुख है. साज़िना पिछले कुछ दिनों से मानसिक रूप से भी बीमार थी. पति से अलग होने के बाद दोस्तों ने उसकी खूब मदद की, पर अचानक क्या हुआ उसके साथ ये कोई नहीं जानता. मैं पिछले कई महीने से बेटे की बीमारी को लेकर लगातार दिल्ली में रह रही हूं. आज ये खबर मिली. बहुत दुखद है. अकेली औरतों की जिन्दगी हमारे समाज में आसान नहीं है. साज़िना को अंतिम सलाम.”

कौन थीं साजिना?

साज़िना पेशे से पत्रकार थी. लेकिन उन्हें थिएटर करना पसंद था. इसके साथ ही वो कविताएं भी लिखती थीं. हमेशा सामाजिक मुद्दों से जुड़ी रहती थी. जब भी पटना में सामाजिक चीज़ों को लेकर कोई धरना प्रदर्शन होता था तब साज़िना हमेशा वहां मौजूद होती थी. साज़िना अपने पति सफ़दर इमाम कादरी से अलग रहती थीं. उनके दो बच्चे हैं एक बेटा और एक बेटी. दोनों दिल्ली में रहते हैं. 

साजिना का बेटा क्रिकेटर हैं. वो रणजी में खेलते हैं. पति से अलग होने के बाद साज़िना की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. तब उनके दोस्तों ने उनकी मदद की. बाद में लंबी कानूनी लड़ाई के बाद उन्हें पति से हक़ मिला. और उनकी आर्थिक तंगी दूर हुई. लेकिन इन सब चीज़ों से उनकी मानसिक पर प्रभाव पड़ा. जानकारी के मुताबिक साज़िना राहत ने यूनिसेफ में भी काम किया हुआ है. 

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