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15 साल की लड़की से अनजान औरत ने दोस्ती की, मदद के बहाने लड़के के हवाले किया और फिर रेप!

पुलिस के मुताबिक, महिला इसी तरीके से कई लड़कियों को शिकार बना चुकी है.

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सांकेतिक फोटो (साभार: इमेज हब)

नोएडा में 15 साल की एक लड़की के रेप का मामला सामने आया है. आरोप है कि रेप में एक महिला ने आरोपी की मदद की. इस अनजान महिला ने पहले नाबालिग से दोस्ती की, फिर बहला-फुसलाकर घर छोड़ने की बात कही और उसे आरोपी की बाइक पर बैठा दिया. इसके बाद आरोपी उसे जंगल में ले गया और कथित तौर पर उसका रेप किया. घटना 19 अगस्त की है. पुलिस ने आरोपी और महिला दोनों को गिरफ्तार कर लिया है.

आजतक से जुड़े तनसीम हैदर की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी का नाम राजा और आरोपी महिला का नाम रीना है. रेप की घटना के बाद नाबालिग जंगल से भागकर अपने घर पहुंची और उसने अपने परिवार को घटना की जानकारी दी. इसके बाद घरवालों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. नोएडा पुलिस ने 19 अगस्त को ही राजा को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन रीना फरार थी. रीना को 21 अगस्त को गिरफ्तार किया गया. मिली जानकारी के मुताबिक रीना दनकौर की रहने वाली है. और पुलिस ने रीना को वहीं से गिरफ्तार किया.

रिपोर्ट के मुताबिक, रीना ने अपने कुछ क्लाइंट्स बना रखे हैं. इन क्लाइंट्स से पैसे लेकर वो उन्हें लड़कियां उपलब्ध कराती है. इसके लिए रीना छोटी लड़कियों को बहला-फुसलाकर अपने कथित क्लाइंट्स के साथ भेज देती है, इसके बाद कथित क्लाइंट्स इन लड़कियों का रेप करते हैं.

पुलिस ने रीना और राजा के खिलाफ IPC की रेप से जुड़ी धाराओं और नाबालिगों को यौन उत्पीड़न से बचाने वाले POCSO एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है. पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि और कितनी लड़कियों को इन लोगों ने शिकार बनाया है.

कुछ दिन पहले राजस्थान के धौलपुर से भी एक गैंगरेप का मामला सामने आया था. यहां 26 जुलाई को 14 साल की नाबालिग को एक शख्स ने कहा कि वो उसके पिता का दोस्त है. उसने नाबालिग को घर छोड़ देने की बात कही. लड़की उसके साथ बाइक पर चली गई, इसके बाद उस शख्स ने उसे सात लोगों के हवाले कर दिया. इन लोगों ने चलती कार में नाबालिग का कथित तौर पर रेप किया था. 

बच्चों को सिखाएं ये बातें 

इस तरह की घटनाएं अक्सर सामने आती हैं. मदद के बहाने, किसी रिश्तेदार से जान-पहचान का बहाना करके आरोपी छोटी बच्चियों और बच्चों को शिकार बनाते हैं. चॉकलेट, आइसक्रीम या किसी और चीज़ का लालच देकर बच्चों को यौन उत्पीड़न और रेप जैसी घटनाओं का शिकार बनाते है. ऐसी घटनाओं से बच्चों को बचाया जा सके, इसके लिए ज़रूरी है कि छोटे बच्चों को गुड टच-बैड टच का अंतर बताया जाए. उन्हें ये बात सिखाई जाए कि अनजान शख्स के साथ उसकी गाड़ी में न बैठें, उससे कोई चीज़ लेकर न खाएं. ये उनके लिए खतरनाक हो सकता है. इसके साथ ही ये ज़रूरी है कि बच्चों को अपने परिवारवालों का नंबर ज़ुबानी याद हो, ताकि कहीं फंसने पर या असुरक्षित महसूस करने पर वो परिवार को फोन करके मदद के लिए बुला सकें.

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