The Lallantop

कमर दर्द नहीं जा रहा, रीढ़ की हड्डी घिस तो नहीं गई?

'लंबेगो' के दर्द को नजरंदाज करने से बड़ी परेशानी उठानी पड़ सकती है.

post-main-image
'लंबेगो' एक ऐसी समस्या है जो हर इंसान को होती है. (सांकेतिक फोटो)

कमर में दर्द (Back pain) होना एक बहुत ही आम समस्या है. अगर आप घंटों बैठे रहते हैं, आपका बॉडी पोस्चर ख़राब है, आप टेढ़े-मेढ़े सोते हैं तो ये 'आ बैल मुझे मार' वाली बात है. ये न सिर्फ़ कमर दर्द के कारण बनते हैं, पर इसका असर आपकी रीढ़ की हड्डी और उसके आसपास वाली मांसपेशियों पर भी पढ़ता है. इसको कहते हैं लंबेगो (Lumbago). अगर आप कमर दर्द को लंबे समय के लिए इग्नोर करते हैं तो ये बहुत नुकसानदेह हो सकता है. आज बात करेंगे लंबेगो के बारे में. डॉक्टर्स से जानेंगे ये क्या होता है, किन कारणों से होता है और इसका इलाज क्या है.

लंबेगो क्या होता है?

ये हमें बताया डॉक्टर अनूप खत्री ने.

( डॉक्टर अनूप खत्री, सीनियर कंसल्टेंट, ओर्थोपेडिक्स, ग्लोबल हॉस्पिटल, मुंबई )

लंबेगो (Lumbago) या कमर दर्द एक आम समस्या है. इसमें पीठ के निचले हिस्से यानी कमर में दर्द होता है. ये समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति हो सकती है. मरीज के लक्षण और कारण जानने के बाद लंबेगो का इलाज किया जाता है. कमर दर्द के कई कारण हो सकते हैं. जैसे मांसपेशियों और रीढ़ की हड्डी में दर्द. रीढ़ की हड्डी कमजोर होने या घिस जाने के कारण भी हड्डी में दर्द होता है. 'डिस्क प्रोलैप्स' (Disc Prolapse) यानी रीढ़ की हड्डियों के बीच मौजूद कार्टिलेज के घिस या फट जाने पर भी कमर दर्द होता है. 'डिस्क प्रोलैप्स' होने पर नसों पर दबाव पड़ता है, जिस वजह से कमर का दर्द पैरों की तरफ भी जा सकता है.

कारण

> लंबे समय तक बैठे रहने से लंबेगो होता है, जैसे देर तक कंप्यूटर पर काम करने के कारण.

> या अच्छी कुर्सी का इस्तेमाल न करने से भी लंबेगो हो सकता है.

> इसके अलावा ज्यादा वजन उठाने या गलत तरीके से वजन उठाने, कैल्शियम और विटामिन D की कमी से भी लंबेगो होता है.

लक्षण

> कमर में दर्द होना.

> ये दर्द हल्का और तेज दोनों तरह का हो सकता है.

> ये दर्द उठने-बैठने और मुड़ने पर बढ़ सकता है.

> कमर में अकड़न, कमर का दर्द पैरों की तरफ जाना.

> पैरों का सुन्न पड़ना या पैरों में झुनझुनी होना लंबेगो के लक्षण होते हैं.

बचाव

> कमर में तेज दर्द होने पर आराम करें.

> गर्म पानी या हीटिंग पैड से सिकाई करें.

> दर्द कम करने वाले स्प्रे या जेल का इस्तेमाल करें.

> डॉक्टर की सलाह के मुताबिक दवा लें.

> लंबेगो की समस्या बार-बार हो सकती है.

> इससे बचने के लिए ठीक से बैठें.

> लंबे समय तक न बैठें, गलत कुर्सी का इस्तेमाल न करें.

> पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए योग करें.

> फिजियोथेरेपिस्ट की मदद से सही एक्सरसाइज और पोस्चर ट्रेनिंग करें.

> वजन कम करें और सही मात्रा में कैल्शियम और विटामिन D का सेवन करें.

इलाज

> अगर दो महीनों से ज़्यादा कमर दर्द है या कमर दर्द के साथ पैरों में कमजोरी, या सुन्नपन महसूस हो रहा है तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं.

> एक्स-रे और MRI स्कैन करने के बाद ही आगे का इलाज किया जाता है.

रोज़ की गलत आदतें आपकी रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंचाती हैं, जिससे लंबेगो की समस्या बढ़ती है. इसलिए डॉक्टर साहब ने जो बचाव के टिप्स बताए हैं, उन्हें फॉलो करें.

(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)