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प्रोफेसर ने इंस्टा पर तस्वीर डाली, छात्र के परिजन भड़के, नौकरी ही चली गई!

कोलकाता की सेंट जेवियर्स यूनिवर्सिटी का मामला. एक छात्र के परिजन ने आरोप लगाया था कि टीचर ने अपनी अश्लील फोटो इंस्टा पर शेयर की थी, जो ठीक नहीं है.

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कोलकाता की सेंट जेवियर्स यूनिवर्सिटी. (तस्वीर- इंडिया टुडे)

कोलकाता की सेंट जेवियर्स यूनिवर्सिटी की एक पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर ने आरोप लगाया है कि उनके इंस्टाग्राम पर एक 'आपत्तिजनक' फोटो के चलते उन्हें नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था. साथ ही संस्थान ने विश्वविद्यालय की छवि को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाकर उनसे 99 करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग की.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, नाम न उजागर करने की शर्त पर पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर ने कहा कि इस सिलसिले में यूनिवर्सिटी के एक अंडरग्रेजुएट छात्र के परिजन ने शिकायत दायर की थी, जिसके बाद कथित तौर पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें समन जारी किया और उनसे इस्तीफा देने के लिए कहा था.

संस्थान की इस पूर्व प्रोफेसर का दावा है कि ये सब सिर्फ उनके एक इंस्टाग्राम पोस्ट के चलते हुआ, जिसमें उन्होंने अपनी एक तस्वीर साझा की थी और वह एक छात्र के परिजनों को 'आपत्तिजनक' लग गया. परिजनों की शिकायत में कहा गया था, 

'हाल ही में, मुझे ये देखकर काफी आश्चर्य हुआ कि मेरा बेटा एक प्रोफेसर की कुछ तस्वीरों को देख रहा था, जो कि काफी अश्लील थीं और जानबूझकर ऐसा किया गया था. एक टीचर द्वारा सोशल मीडिया पर अंडरगारमेंट में तस्वीरें पोस्ट करना काफी शर्मिंदगी भरा है. एक 18 वर्षीय छात्र के लिए यह अश्लील और अनुचित है कि वह अपने प्रोफेसर को कम कपड़े पहने हुए देखे.'

प्रोफेसर ने बताया कि इसके चलते उनके खिलाफ एक कमेटी का गठन किया गया था, जिसमें उन्हें यूनिवर्सिटी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया. बाद में उन्होंने अक्टूबर 2021 को इस्तीफा दे दिया था. रिपोर्ट के मुताबिक अब उनका कहना है,

'जिस चीज की बात की जा रही है वह पोस्ट नहीं है, बल्कि फोटो-शेयरिंग ऐप पर एक स्टोरी थी. उसे 13 जून 2021 को अपलोड किया गया था. यह यूनिवर्सिटी द्वारा मुझे ऑफर देने से काफी पहले की बात है. इसके साथ ही मेरा प्रोफाइल एक प्राइवेट अकाउंट है. मुझे ये बताया गया था कि ड्रेस कोड को लेकर एक नियम है. इस पर मैंने उनसे कहा था कि यह यूनिवर्सिटी अपने क्षेत्र तक ही सीमित है.'

प्रोफेसर ने दावा किया कि पद छोड़ने से एक दिन पहले 24 अक्टूबर, 2021 को उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके निजी इंस्टाग्राम अकाउंट को हैक किया गया था और फिर उनकी तस्वीरें लीक की गई थीं. उन्होंने कहा कि शुरुआत में तो इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन जब उन्होंने कोलकाता पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा तब पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की.

इस मामले को लेकर बाद में प्रोफेसर ने यूनिवर्सिटी को लीगल नोटिस भी भेजा था, जिसके जवाब में इस साल 28 मार्च को संस्थान के वकील ने कहा था कि ये नोटिस 'दुर्भावना' से प्रेरित है और एक बंद हो चुके मामले को फिर से खोलने की कोशिश है.

अब बताया गया है कि यूनिवर्सिटी ने प्रोफेसर से 'बिना शर्त माफी' मांगने और 99 करोड़ रुपये का हर्जाना भरने की भी मांग की थी. हालांकि प्रोफेसर का कहना है कि यदि संस्थान उनसे माफी नहीं मांगता है तो वह कलकत्ता हाई कोर्ट जाएंगी.

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