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हेमंत सोरेन ने दुमका केस पर कहा-'ऐसी घटनाएं तो होती रहती हैं', लोग खौल गए

झारखंड के दुमका में दो हफ्ते के अंदर दो नाबालिग लड़कियों की हत्या की घटनाएं सामने आई हैं.

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पहले तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर दुख जताया फिर कहा रेप कहां नहीं होता? ऐसी घटनाएं होती रहती हैं.

झारखंड के दुमका में दो हफ्ते में दो लड़कियों की हत्या हो गई. एक को जलाकर मार दिया गया, दूसरी की हत्या करके उसे पेड़ से लटका दिया गया. अब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इन मामलों पर कहा है कि ऐसी घटनाएं होना तो आम बात है. उन्होंने कहा,

“ऐसी घटनाएं होती रहती हैं. ये कहां नहीं होती?”

दुमका में 2 सितंबर को नाबालिग आदिवासी लड़की की हत्या कर दी गई. उसका शव पेड़ से लटकता मिला था. रास्ते से गुज़र रहे लोगों की नज़र पड़ी तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी. लोगों ने बताया कि लड़की पास के एक घर में काम करती थी. पुलिस के मुताबिक, नाबालिग दुमका में अपनी मौसी के साथ रहती थी. यहां उसकी दोस्ती अंसारी नाम के लड़के से हुई. अंसारी एक कंस्ट्रक्शन वर्कर है. लड़की की मौसी का आरोप है कि नाबालिग और अंसारी के बीच संबंध बने और लड़की गर्भवती हो गई. इसके बाद अंसारी पर शादी का दबाव बनाया गया तो उसने लड़की की हत्या कर दी.

CM Hemant Soren ने दुमका रेप केस पर क्या कहा?

इस घटना पहले तो मुख्यमंत्री ने दुख जताया और ट्वीट किया,

"दुमका में हुई घटना से मैं दुखी हूं. इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही मैंने दुमका पुलिस को सख्त कानूनी कदम उठाने के आदेश भी दिए हैं. भगवान परिवार को दुख सहने की शक्ति दे."

फिर इसके बारे में पत्रकारों से बात करते हुए कहा,

"ऐसी घटनाएं तो होती रहती है. ऐसी घटनाएं कहां नहीं होती. घटना कोई बोलकर तो आती नहीं है. तो इसको किस तरह से लिया जाए. मैंने अपनी सोच आपके समक्ष रखी है."

उनके इस बयान की हर तरफ आलोचना हो रही है और इसे असंवेदनशील बताया जा रहा है.

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबुलाल मारांडी ने ट्वीट किया,

"पूत के पांव पालने में ही पहचाने जाते हैं. दया आती है झारखंड के इस “होनहार” मुख्यमंत्री के घटिया सोच एवं भावना पर. इन्हें थोड़ी सदबुद्धि दे दीजिये भगवान."

झारखंड की गोद्दा सीट से लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने लिखा,

"15-16 साल की लड़की को शाहरुख ने ज़िंदा जला दिया. अंसारी ने लड़की की हत्या कर पेड़ से लटका दिया और मुख्यमंत्री कह रहे हैं ऐसी घटनाएं होती रहती हैं."

डॉ प्रज्ञा शुक्ला ने लिखा,

"कोई दुख, शर्म, संवेदना का भाव?
जो लोग ऐसे बयान देकर अपनी बात शुरू करते हैं उन्हें ऐसे कोई भाव महसूस नहीं होते"

सीपीआईएम नेता एनी राजा ने एएनआई से बात करते हुए कहा,

"ऐसी घटना झारखंड में पहले भी हुई है तो हेमंत सोरेन कुर्सी पर क्यों बैठे हैं? वो कुर्सी पर इसलिए ही बैठे थे ताकि ऐसी घटनाएं ना हो. उनका ये बयान बेहद शर्मनाक है.देश में ऐसी वारदातें ना हों ये सुनिश्चित करने के लिए बहुत सारे कानून हैं. एक मुख्यमंत्री के तौर पर उन्हें कोशिश करनी चाहिए कि राज्य में सारे कानूनों को अमल में लाया जाए और उनका पालन हो"

मृत्युंजय नाम के यूजर ने ट्वीट किया,

"कितना शर्मानाक है.आप अपराध को आम घटना बता रहे हैं. ये मुलायम सिंह के 'लड़कों से गलतियां हो जाती है' वाले बयान जितना ही घटिया है."

शिवम भट्ट ने लिखा,

"झारखंड के CM हेमंत सोरेन को तुष्टीकरण का प्रोफेसर घोषित कर देना चाहिए.एक मुख्यमंत्री की ऐसी भाषा? सिर्फ दो लाइनें कहनी थीं कि दुमका में जो हुआ वो बर्बर और अमानवीय है, आरोपियों को ऐसी सजा दिलवाएंगे कि भविष्य में ऐसा सोचने वाले की रूह कांप जाएगी.
मगर सोरेन साहब का बयान सुनिए.."

दुमका में नाबालिग लड़की को जलाया

दुमका में 23 अगस्त को नाबालिग लड़की को शाहरुख नाम के शख्स ने जला दिया था. लड़की का शरीर 90 प्रतिशत तक जल चुका था, 28 अगस्त को उसकी रांची के रिम्स अस्पताल में मौत हो गई. लड़की ने मजिस्ट्रेट को दिए अपने बयान में कहा था कि आरोपी लंबे समय से उसे परेशान कर रहा था. उस पर रिलेशन में आने का दबाव बना रहा था. लड़की के परिवार ने बताया था कि 19 अगस्त को आरोपी ने पीड़िता के घर पर हंगामा किया था. घर के कांच तोड़े थे, तब आरोपी के भाई और मामा ने परिवार से माफी मांगी थी, इस वजह से वो पुलिस के पास नहीं गए थे.

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