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रेप के विरोध में इस महिला नेता ने जो किया, वो किसी को नहीं करना चाहिए

ये महिला नेता इटली में प्रधानमंत्री पद की तगड़ी दावेदार हैं.

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जॉर्जिया राइट-विंग पार्टी ब्रदर्स ऑफ़ इटली की नेता हैं (फोटो - AP)

जॉर्जिया मिलोनी. इटली की एक दक्षिणपंथी नेता हैं. इटली के प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवार भी हैं और अगर वो चुनाव जीतती हैं, तो जॉर्जिया (Giorgia Meloni) इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री बन जाएंगी. हाल ही में मिलोनी ने ट्विटर पर एक यूक्रेनियन महिला (Ukranian Woman) के रेप का वीडियो ट्वीट किया था. ट्विटर ने अपनी गाइडलाइन्स का हवाला देते हुए वो वीडियो डिलीट कर दिया है.

न्यूज़ एजेंसी रायटर्स के मुताबिक़, घटना इटली के उत्तरी शहर पियासेंज़ा की है. स्थानीय अधिकारियों ने कहा है कि गिनी के एक शरणार्शी ने एक 55 साल की यूक्रेनी महिला का रेप किया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया है और पूछताछ कर रहे हैं. इस घटना का वीडियो, गली के सामने वाले किसी फ़्लैट से बनाया गया था. और, इंटरनेट पर पोस्ट कर दिया गया. पीड़िता की पहचान ज़ाहिर न हो, इसके लिए वीडियो को धुंधला तो कर दिया गया था, लेकिन ऑडियो पर उनकी आवाज़ साफ़-साफ़ सुनाई दे रही है. इतालवी अधिकारियों ने कहा है कि वो जांच कर रहे हैं कि वीडियो किसने बनाया और फैलाया. वीडियो को कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठनों ने भी पोस्ट किया. 

पूरे मामले में Meloni कहां आईं?

21 अगस्त की देर रात मेलोनी ने अपने हैंडल से भी वो वीडियो ट्वीट कर दिया. और लिखा कि वो यौन हिंसा के इस क्रूर प्रकरण के सामने चुप नहीं रह सकतीं.

मेलोनी के राजनीतिक राइवल्स और ह्यूमन राइट्स ऐक्टिविस्ट्स ने ट्वीट की कड़ी निंदा की. कहा कि पीड़िता की सहमति के बिना वीडियो डालकर मेलोनी ने पीड़िता की पीड़ा और बढ़ा दी है. ये भी आरोप लगाए कि जॉर्जिया मेलोनी एक राइट-विंगर नेता हैं और ये वीडियो डालकर उन्होंने इम्मीग्रेंट्स को निशाना बनाने की कोशिश की है.

22 अगस्त की सुबह ट्विटर ने इस ट्वीट को हटा दिया. नोटिफ़ाई किया कि ये ट्वीट ट्विटर के नियमों का उल्लंघन करता है.

मेलोनी की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. फिर 23 अगस्त को मेलोनी ने ट्विटर पर ही कहा,

"मैंने पीड़ित के साथ सॉलिडैरिटी व्यक्त करने और जो हुआ, उसकी निंदा करने के लिए ही वीडियो डाला था. मेरी मांग है कि इस मामले में न्याय हो."

इसके अलावा व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के लिए काम करने वाली स्टेट मशीनरी का कहना है कि जिन लोगों ने ये वीडियो पोस्ट किया या शेयर किया, उनकी जांच चल रही है. ये देखा जा रहा है कि कहीं उन्होंने ये वीडियो किसी मक़सद से तो नहीं शेयर किया था.

हालांकि, मकसद कुछ भी हो. रेप जैसे जघन्य अपराध के वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करना कभी भी सही नहीं माना जा सकता है. एक तो ये रेप विक्टिम की पहचान को उजागर करता है, दूसरा ये देखने वाले हर शख्स के लिए विचलित करने वाला होता है. इसके साथ ही अगर विक्टिम को पता चले कि उसके साथ हुई घटना का वीडियो इस तरह जगह-जगह पोस्ट किया जा रहा है, तो उसकी मानसिक स्थिति क्या होगी, इसका अंदाज़ा आप लगा सकते हैं.

चलते-चलते ये भी जान लीजिए कि इटली में 25 सितंबर को चुनाव होने वाले हैं. मेलोनी और उनकी सहयोगी दक्षिणपंथी पार्टी सत्ता में आ सकती हैं. मेलोनी की खु़द की पार्टी - ब्रदर्स ऑफ़ इटली - जनता के बीच बहुत पॉपुलर है और संसद में सबसे ज़्यादा सीट पा सकती है. अगर ऐसा होता है तो जॉर्जिया मेलोनी इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री भी बन सकती हैं.

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