इस दुनिया में दो सवाल ऐसे हैं, जिनको लेकर बहस सालों से जारी है. पहला. मुर्गी पहले आई थी या अंडा. दूसरा सवाल. रिफाइंड तेल आपकी सेहत के लिए हेल्दी है या नहीं? हम सबके घरों में खाना बनाने के लिए तेल का इस्तेमाल होता है, कोई सनफ्लावर ऑयल इस्तेमाल करता है, कोई कोकोनट ऑयल, कोई सरसों का तेल वगैरह, वगैरह. इस बात पर बहस बनी रहती है कि खाना बनाने के लिए बेस्ट तेल कौन सा है? आज इसी मुद्दे पर बात होगी. एक्सपर्ट्स से जानेंगे रिफाइंड तेल आपके लिए ठीक है या नहीं और कच्चे तेल और रिफाइंड तेल में कौन सा बेहतर है.
रिफाइंड तेल खाने से क्या आपकी सेहत को बड़ा नुकसान हो सकता है?
रिफाइंड ऑयल खाएं या कच्चा तेल, एक्सपर्ट ये बता रहे हैं...
ये हमें बताया आशीष रानी ने.
- रिफाइंड ऑयल पेड़-पौधों के बीज से निकलने वाले तेल से बनता है
- इस तेल को कच्चा तेल भी कहते हैं
- इस कच्चे तेल को रिफाइन यानी साफ किया जाता है
- अशुद्धता निकालने के बाद ये तेल रिफाइंड ऑयल बन जाता है
- तेल की सफाई में कुछ केमिकल भी इस्तेमाल होते हैं
- जैसे कि कास्टिक एसिड, सिट्रिक एसिड, फॉस्फोरिक एसिड और एक्टिवेटिड कार्बन
रिफाइंड तेल सेहत के लिए कैसा है?- रिफाइंड तेल में ओरिज़ानॉल (Oryzanol) होता है
- ओरिज़ानॉल दिल के लिए अच्छा होता है और कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है
- साथ ही ये मोटापे को भी बढ़ने नहीं देता
- रिफाइंड तेल में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो इम्यूनिटी को भी मजबूत करते हैं
- वहीं कच्चा तेल बीजों को पीसकर निकाला जाता है
- इसे 'कोल्ड प्रेस' ऑयल भी कहते हैं
- कच्चा तेल, रिफाइंड तेल की तुलना में बहुत अच्छा होता है
- लेकिन कच्चे तेल को लंबे समय के लिए स्टोर नहीं किया जा सकता
- साथ ही कच्चे तेल में मिलावट की आशंका भी रहती है
- इस वजह से भी रिफाइंड तेल इस्तेमाल किया जाता है
- ये सेहत के लिए इतना बुरा भी नहीं है
- इसके अलावा कच्चा तेल काफी महंगा भी होता है, जिस वजह से कई लोग इसे नहीं ले पाते
- ऐसे में रिफाइंड तेल का इस्तेमाल करने में कोई बुराई नहीं है
- सिर्फ एक ही तरह का रिफाइंड तेल न इस्तेमाल करें
- हर थोड़े समय बाद किसी दूसरे बीज का रिफाइंड तेल इस्तेमाल करें
एक महीने के लिए रिफाइंड ऑयल न खाएं तो क्या होगा?- अगर 1-2 महीने रिफाइंड तेल नहीं खाया तो इससे कोई दिक्कत नहीं होगी
- क्योंकि इसकी जगह आप कोई दूसरा तेल इस्तेमाल कर रहे होंगे
- लेकिन हमारी डाइट में अलग-अलग तरह के तेल होना भी जरूरी है
- क्योंकि इन तेलों में ओमेगा-3 फैटी एसिड और ओमेगा-6 फैटी एसिड होते हैं
- अलसी के तेल में ओमेगा 3-फैटी एसिड होता है
- सूरजमुखी के तेल में ओमेगा-6 फैटी एसिड होता है
- इसलिए समय-समय पर तेल बदलना जरूरी होता है ताकि सारे पोषक तत्व मिल सकें
हेल्दी रहने के लिए कौन सा कुकिंग ऑयल बेस्ट है?- कौन सा तेल सबसे अच्छा है, इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता
- क्योंकि कोई भी एक चीज सुपरफूड नहीं हो सकती
- जैसे खाने में अलग-अलग चीजें शामिल करना जरूरी है, वैसे ही अलग-अलग तेल भी इस्तेमाल करना जरूरी है
- इसलिए 2-3 महीने बाद तेल बदल दें ताकि सारे पोषक तत्व मिल सकें
कुल मिलाकर एक्सपर्ट के मुताबिक रिफाइंड तेल खाने में कोई बुराई नहीं है, पर ज़रूरी है कि हर कुछ समय में आप अपना तेल ज़रूर बदलें.
(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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