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आपके बच्चे के दांत टेढ़े-मेढ़े नहीं होंगे! बस डॉक्टर की ये बात मान लीजिए

दांतों का टेढ़ापन 40 साल की उम्र तक ठीक किया जा सकता है

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टेढ़े-मेढ़े दांतों का इलाज 2-3 तरीकों से हो सकता है.

दांतों से जुड़ी समस्याओं में से एक बहुत आम है टेढ़े-मेढ़े दांत. कुछ लोगों के दांत टेढ़े निकलते हैं. अब ये केवल एक कॉस्मेटिक प्रॉब्लम नहीं है. यानी यहां सिर्फ़ दिखावे की बात नहीं है, पर टेढ़े दांतों की वजह से कुछ दिक्कतें भी होती हैं. हो सकता है आपके साथ ये दिक्कतें सालों से हो रही हों, और आपको मालूम ही न हो कि ऐसा दांतों की वजह से है. इसलिए आज बात करेंगे टेढ़े दांतों को कैसे ठीक करें. पर उससे पहले ये जान लीजिए दांत टेढ़े निकलते क्यों हैं.

कुछ लोगों के दांत टेढ़े-मेढ़े क्यों निकलते हैं?

ये हमें बताया डॉक्टर गरिमा यादव ने.

Dr. Garima Yadav - Prosthodontist - Book Appointment Online, View Fees,  Feedbacks | Practo
डॉक्टर गरिमा यादव, हेड, डेंटल डिपार्टमेंट, फ़ोर्टिस, नई दिल्ली

कुछ बच्चों को अंगूठा चूसने की आदत होती है. जब बच्चा अंगूठा चूसता है तो अंगूठे का प्रेशर जबड़े की हड्डी को बढ़ा देता है. जिसकी वजह से ऊपर के दांत ज़्यादा आगे हो जाते हैं. दूसरा कारण. कई बच्चों को जीभ दांतों पर लगाने की आदत होती है. ये आदत दांतों को आगे की तरफ़ धक्का देती है और हड्डी के विकास में भी समस्या बनती है. जिसकी वजह से दांत टेढ़े-मेढ़े हो जाते हैं. तीसरा कारण है दांतों को सही तरह बंद न करना. कई बच्चों की आदत होती है दांत आगे या पीछे ला कर बंद करना. इसकी वजह से दांत टेढ़े-मेढ़े हो जाते हैं. कई बार जेनेटिक कारणों से ऐसा होता है.

क्या दिक्कतें आती हैं?

-मसूड़ों में सूजन आ जाती है

-जब दांत सही से मिलते नहीं हैं तो इंसान ठीक तरह चबा नहीं पाता

-आगे जाकर कान के पास मौजूद हड्डी में दिक्कत शुरू हो जाती है

-अगर दांत आपस में ठीक से नहीं मिलते तो ये हड्डी दुखने लगती है

-जिससे दांतों का कटकटाना, हड्डियों का कटकटाना, दांतों के पास दर्द रहना जैसी समस्याएं होती हैं

Crooked Teeth: Causes, Concerns, and How to Straighten
कई बच्चों को जीभ दांतों पर लगाने की आदत होती है. ये आदत दांतों को आगे की तरफ़ धक्का देती है
इलाज

टेढ़े-मेढ़े दांतों का इलाज 2-3 तरीकों से हो सकता है. सबसे अच्छा और सुरक्षित तरीका है दांतों पर तार लगवाना. जिसको ब्रेसेस बोलते हैं. तार 2-3 तरह से लगते हैं. ये होते हैं मेटल ब्रेसेस, सेरामिक ब्रेसेस, इनविजिलाइन अलाइनर्स. बच्चों को ब्रेसेस लगवाने की सबसे सही उम्र 12-14 साल होती है. तब दूध के दांत सारे टूट जाते हैं और पक्के दांत सारे आ जाते हैं. इस समय हड्डियों में भी लचीलापन होता है. इस समय दांत बहुत जल्दी ठीक हो सकते हैं. दांत सही दिशा में लाए जा सकते हैं. 40 साल की उम्र तक दांतों का टेढ़ापन ठीक किया जा सकता है. अलाइनर्स बड़े लोगों के लिए एक अच्छा इलाज है. अलाइनर्स ज़्यादा दिखाई नहीं देते.

अगर आपको टेढ़े दांतों की वजह से कोई भी डेंटल समस्या हो रही है तो डेंटिस्ट को ज़रूर दिखाएं. इसका इलाज आसानी से 40 साल के उम्र तक किया जा सकता है. 

(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

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