(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
क्या कोविड-19 वैक्सीन ने आपके दिल को कमज़ोर कर दिया है?
क्या कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के बाद हार्ट की प्रॉब्लम होने लगी है?
हिमांशु 42 साल के हैं. दिल्ली में रहते हैं. उन्होंने कोविड वैक्सीन, दूसरों के मुकाबले बहुत लेट लगवाई. वजह थी अफ़वाहें. उन्होंने कई सारे लोगों से सुना था कि कोविड-19 की वैक्सीन सेफ़ नहीं है. इसको लगवाने से हार्ट अटैक पड़ सकता है. वगैरह, वगैरह. घरवालों के बहुत जोर देने पर उन्होंने वैक्सीन लगवा ली. वैक्सीन लगवाने के बाद उनको एहसास हुआ कि जो अफ़वाहें उन्होंने सुनी थीं, सब झूठी निकलीं. वो एकदम ठीक हैं. पर इस सब के बावजूद उनके मन में शक बना रहा. इस शक हो हवा तब मिली जब उनके कुछ जानकारों को 1 साल के अंदर दिल से जुड़ी कुछ कंडीशंस हो गईं. सबको वैक्सीन लगवाने के बाद ऐसा हुआ. ये कंडीशंस थीं Myocarditis और Pericarditis. Myocarditis यानी दिल के बीच वाली मांसपेशी में सूजन और Pericarditis यानी दिल के आसपास मौजूद टिश्यू यानी ऊतकों में सूजन. हालांकि अब ये सारे लोग ठीक हैं, पर हिमांशु सच जानना चाहते हैं. आजकल लगभग हर दिन ख़बर आ रही है कि किसी न किसी शख्स की हार्ट अटैक पड़ने से मौत हो गई. ऐसे में हिमांशु का सवाल है कि कहीं ये कोविड वैक्सीन के कारण तो नहीं हो रहा. कहीं दिल की कमज़ोरी वैक्सीन का कोई साइड इफ़ेक्ट तो नहीं है.
हिमांशु ने जो सवाल हमसे पूछे हैं, वो और भी कई दर्शक पूछ चुके हैं. ऐसे में ज़रूरी है कि लोगों तक सही जानकारी पहुंचे. तो चलिए डॉक्टर्स का इसपर क्या कहना है.
ये हमें बताया डॉक्टर नित्यानंद त्रिपाठी ने.
आजकल लोगों में ये भ्रांति हैं कि कोविड-19 वैक्सीन लगाने के बाद से हार्ट की बहुत सारी प्रॉब्लम्स होने लगी हैं. ये कुछ हद तक सही है. पर ये बात पूरी तरह से सही नहीं है. बहुत कम लोगों को दिल की प्रॉब्लम होती है. जिसमें मायोकार्डिटिस (Myocarditis) यानी दिल की बीच वाली मांसपेशी में सूजन , पेरिकार्डिटिस (Pericarditis) यानी दिल के आसपास मौजूद टिश्यू यानी ऊतकों में सूजन और ट्रांसिएंट एवी ब्लॉक (Atrioventricular block) यानी दिल के इलेक्ट्रिक सिग्नल में गड़बड़ जैसी समस्याएं होती हैं. पर ये प्रॉब्लम्स जितने लोगों को हुई हैं वो लगभग सारे ही ठीक हो गए. कोविड-19 वैक्सीन लगवाना ज़रूरी है. क्योंकि अभी तक कोविड-19 का कोई पक्का इलाज नहीं है. वैक्सीन लगवाने से जान बच सकती है. वैक्सीन से होने वाले कार्डियक साइड इफ़ेक्ट यानी दिल को नुकसान पहुंचाने वाले साइड इफ़ेक्ट बहुत कम हैं. अभी तक जितने लोगों को हुआ है, वो सब ठीक हो गए हैं.
क्या सावधानी बरतनी चाहिए?अगर एस्पिरिन, क्लोपिडोग्रेल या कोई भी खून पतला करने की दवाई ले रहे हैं तो उसको लेते रहें. इनका इस्तेमाल करते रहें और तब वैक्सीन लगवाएं. वैक्सीन लगवाने के बाद फ्लू जैसे लक्षण होना आम है. लेकिन अगर सीने में दर्द, सांस लेने में दिक्कत या चक्कर आते हैं तो अस्पताल ज़रूर जाएं. हो सकता है ये मायोकार्डिटिस, पेरिकार्डिटिस या ट्रांसिएंट एवी ब्लॉक हो. ये सभी इलाज करने से ठीक हो जाते हैं. इसके कारण मौत नहीं होती, न ही दुनिया में इसके कोई केस रिपोर्ट हुए हैं वैक्सीन के साइड इफ़ेक्ट के तौर पर. कोविड-19 एक वायरल बीमारी है. वायरल बीमारी होने के कारण वायरस से कभी-कभी मायोकार्डिटिस या पेरिकार्डिटिस हो सकता है. क्योंकि ये ठीक हो जाता है, इसलिए आप बहुत ज़्यादा कुछ नहीं कर सकते. अगर दिल की कोई बीमारी पहले से है तो अपने डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें. लेकिन वैक्सीन ज़रूर लगवाएं.
-वैक्सीन लगवाने के बाद अगर सीने में दर्द हो रहा है
-सांस फूल रही है
-चक्कर आ रहे हैं
-पल्स कम हो रही है
तो अस्पताल ज़रूर जाएं. खाने-पीने का संतुलन रखें. पर वैक्सीन से कोई बड़ी प्रॉब्लम नहीं होती है. जिन लोगों को ये समस्याएं हो गई हैं, वो जल्दी ठीक भी हो जाएंगे. इसलिए परेशान होने की ज़रूरत नहीं है. पर अगर लक्षण दिख रहे हैं तो डॉक्टर के पास ज़रूर जाएं. मामूली फ्लू जैसे लक्षण हैं जैसे बुखार, कफ़, शरीर में दर्द, सिर में दर्द. तो इसके लिए पैरासिटामॉल की टैबलेट लेनी चाहिए.
जिन-जिन लोगों के मन में ये डर है कि कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के बाद उन्हें हार्ट अटैक का ख़तरा ज़्यादा है, वो ये डर अपने मन से निकाल दें. डॉक्टर्स इस बात पर ज़ोर दे रहे हैं कि ऐसा नहीं है. कोविड वैक्सीन लगवानी ज़रूरी है. ये आपकी जान बचा सकती है. अगर वैक्सीन लगवाने के बाद आपको कोई भी लक्षण दिखते हैं तो आप तुरंत डॉक्टर से मिलें. पर हां, जिन कंडीशंस का ज़िक्र डॉक्टर साहब ने किया है, वो ठीक हो जाती हैं. इसलिए आपने घबराना नहीं है.
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