दरअसल, अमेरिका की रहने वाली स्टेफनी मैटो नाम की टीवी स्टार ने अपनी 'पाद' बेचकर एक हफ्ते में 50 हज़ार डॉलर यानी करीब 38 लाख रुपये कमाए हैं. सही पढ़ा आपने. अपनी पाद यानी फार्ट को उन्होंने शीशे के एक जार में भरकर बेचती थीं. पाद से भरे इस जार की मांग इतनी बढ़ी कि डिमांड पूरी करने के चक्कर में उनको अस्पताल तक जाना पड़ गया. पाद बनाने के लिए खाया ज्यादा प्रोटीन वाला खाना दरअसल, पाद वाले जार की मांग इतनी बढ़ गई थी कि स्टेफनी को हर हफ्ते 50 जार भरने पड़ते थे. ज्यादा से ज्यादा पाद बनाने के लिए स्टेफनी ऐसा खाना खाने लगी थीं जिससे शरीर में गैस ज्यादा बने. वो दिन में तीन बार प्रोटीन शेक के साथ काले चने, सूप और अंडे खाने लगी थीं. ये एक हाई प्रोटीन डायट है, इसे पचा नहीं पाने के कारण स्टेफनी को एसिडिटी की समस्या होने लगी. एसिडिटी की वजह से उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी. आपको बता दें कि सीवियर एसिडिटी और हार्ट अटैक के लक्षण कुछ-कुछ एक जैसे होते हैं. तो जब एसिडिटी ज्यादा बढ़ी तो स्टेफनी को लगा कि उनको हार्ट अटैक आ गया है और वो अस्पताल पहुंच गईं. हालांकि, डॉक्टर्स ने बताया कि शरीर में गैस ज्यादा बनने की वजह से उनकी तबीयत इतनी खराब हो गई थी. डॉक्टर्स ने उन्हें अपनी डायट बदलने की सलाह दी है.
क्या है डॉक्टर की सलाह
पाद पर इतनी बात हो रही थी तो हमने बात कर ली डॉक्टर महेश गुप्ता से. डॉक्टर महेश गुप्ता गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट हैं. उन्होंने बताया,"एक स्वस्थ इंसान का शरीर एक लिमिट तक ही किसी खाने को पचा सकता है. कितना भी हेल्दी खाना हो, सबके शरीर में उसे पचाने की एक लिमिट होती है. इस लिमिट के बाहर शरीर इन्हें सोख नहीं पाता और हमारे शरीर के बैक्टेरिया उसे फर्मेंट करने लगते हैं, जिससे गैस बनती है और पेट फूलता है."क्या कभी सीवियर गैस से हार्ट अटैक की दिक्कत हो सकती है? इस सवाल के जवाब में डॉक्टर महेश ने बताया,
“कई बार लोग अस्पताल में हार्ट अटैक की शिकायत लेकर आते हैं जबकि उन्हें सिर्फ एसीडीटी की दिक्कत होती है . गैस सीने पर चढ़ने से हार्ट अटैक आना एक मिथ है .”किसी की पाद खरीदना, क्या किसी और की सेहत पर असर डाल सकता है? इसपर डॉक्टर का कहना था,
“ बेचने को तो बहुत लोग अपना यूरिन भी ‘होली यूरिन’ यानी पवित्र मूत्र के नाम पर बेच देते हैं, लेकिन वो है तो शरीर का वेस्ट प्रोडक्ट ही. इसी तरह से फार्ट होल्ड करना या किसी के मल-मूत्र का सेवन हेल्थ के लिए कभी फायदेमंद नहीं हो सकता.”जान बची तो लाखों पाए अस्पताल वाले इस पूरे हंगामे के बाद स्टेफनी ने फार्ट जार वाला अपना बिज़नेस बंद करने का फैसला कर लिया है. उन्होंने इंस्टाग्राम पर बाकायदा पोस्ट डालकर बताया है कि वो इस बिजनेस से रिटायर हो रही हैं.

स्टेफनी मैटो के उस पोस्ट का स्क्रीनशॉट जिसमें उन्होंने बताया है कि वो फार्ट बिजनेस से रिटायर हो रही हैं.
भई हम तो कहेंगे कि ये सही फैसला है. जान बची तो लाखो पाए. अब देखिए पाद एक नैचुरल प्रोसेस है. आप उसे बढ़ाने या दबाने की कोशिश करेंगे तो आपके शरीर को ही नुकसान होगा. ऐसा पैसा किस काम का जो आपकी जान ही जोखिम में डाल दे.