जतिन हमारे ऑफिस में काम करते हैं. आजकल दिनभर उन्हें बहुत ज़्यादा थकान लगती है. वो अपना मेडिकल टेस्ट कराना चाहते हैं. लेकिन, कौन-सा कराएं, ये नहीं समझ पा रहे. वैसे सिर्फ जतिन को ही नहीं, आपको भी कुछ टेस्ट कराने की ज़रूरत है. इसके लिए कई डॉक्टर भी बोलते हैं. ये टेस्ट हमारी सेहत के राज़ खोलते हैं. ऐसे में आज डॉक्टर अहमद हुसैन से जानेंगे उन 5 टेस्ट के बारे में, जो सबको कराने ही चाहिए. ये भी पता करेंगे कि ये टेस्ट साल में कितनी बार करवाने चाहिए, ये कैसे किए जाते हैं, और सबसे ज़रूरी बात… खर्चा कितना आता है.
कहीं सेहत तो नहीं बिगड़ रही, ये 5 टेस्ट बता देंगे
5 ऐसे टेस्ट हैं जो हम सभी को साल में एक बार तो कराने ही चाहिए.
ये रहे वो 5 ज़रूरी मेडिकल टेस्ट
डॉक्टर अहमद हुसैन खान ने बताया.
पहला टेस्ट है CBC यानी कम्पलीट ब्लड काउंट. इस टेस्ट में आपके खून में अलग-अलग सेल के लेवल को नापा जाता है. खून में हीमोग्लोबिन कितना है, इसी से पता चलता है.
दूसरा टेस्ट LFT है. इसमें लिवर की जांच होती है. मालूम किया जाता है कि लिवर सही से काम कर रहा है या नहीं.
तीसरा टेस्ट HbA1c है. इससे पता चलता है कि इंसान कहीं प्री-डायबिटिक (माने डायबिटीज़ होने की दहलीज़ पर तो नहीं खड़ा) या डायबिटिक तो नहीं है. और, अगर डायबिटीज़ है तो उसका लेवल कितना है? इस टेस्ट से तीन महीने का औसत शुगर लेवल का पता चलता है, जो जानना हमारे लिए ज़रूरी है. कई बार डाइट की वजह से शुगर लेवल कम या ज़्यादा हो जाता है. लेकिन, इस टेस्ट से साफ़ तौर पर औसत लेवल पता चल जाता है. HbA1c जांच के बाद डॉक्टर मरीज़ को उनकी सेहत, खान-पान और दिनचर्या के बारे में सही सलाह दे सकते हैं.
चौथा टेस्ट Lipid Profile है. इससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल का पता चलता है. साथ ही, ये भी जाना जाता है कि कम है या ज़्यादा. ट्राइग्लिसराइड एक तरह का फैट है जो खून में पाया जाता है. अगर पहले से दवा ले रहे हैं तो उसे चालू रखना है या बढ़ाना है, ये भी इसी टेस्ट से तय होता है.
पांचवां टेस्ट 2D ECHO है. दिल सही से काम कर रहा है या कुछ दिक्कत है, ये इसी टेस्ट से पता चलता है.
साल में कितनी बार करवाएं ये टेस्ट?
- अगर आपकी उम्र 30 से 50 साल के बीच है तो ये टेस्ट साल में एक बार ज़रूर कराएं.
- वहीं अगर आप 50 साल से ज़्यादा हैं तो आपको 6 महीने में एक बार ये टेस्ट कराने चाहिए.
ये टेस्ट कैसे किए जाते हैं?
CBC, LFT, HbA1c और Lipid Profile ब्लड टेस्ट होते हैं जो आसानी से हो जाते हैं. 2D ECHO टेस्ट में एक तरह से दिल की सोनोग्राफी की जाती है. इससे पता चलता है कि दिल सही से काम कर रहा है या नहीं.
बात खर्चे की
टेस्ट कराने में 2 से 5 हज़ार का खर्च आ सकता है. इन्हें ज़रूर कराएं क्योंकि ये टेस्ट आपके लिए बहुत ज़रूरी हैं.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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