The Lallantop

कार में बैठते ही AC ऑन करने से मना क्यों किया जाता है? डॉक्टर ने बताई 'असल' वजह

गर्मी के मौसम में कार में बैठते ही तुरंत एसी चालू नहीं करना चाहिए. इससे कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं. डॉक्टर से जानिए कि इन दिनों गाड़ी में घुसते ही तुरंत AC ऑन करने से सेहत को क्या नुकसान हो सकता है? और, डॉक्टर विकल्प के तौर पर क्या टिप्स देते हैं?

post-main-image
कई लोग कार में घुसते ही सबसे पहले एसी चालू करते हैं

आजकल इतनी गर्मी पड़ रही है कि बिना AC गुज़ारा मुश्किल है. जब भी हम तपती हुई गाड़ी में बैठते हैं, तो तुरंत AC चला देते हैं, वो भी तापमान एकदम कम करके, ताकि गाड़ी जल्दी से जल्दी ठंडी हो जाए. अगर आप भी ऐसा करते हैं तो रुक जाइए. ये आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह है. दरअसल हमारी कार के अंदर का तापमान, हमारे फेफड़ों और हमारे शरीर के तापमान से ज़्यादा होता है. इसलिए, तुरंत AC ऑन करने से हमारे फेफड़े ड्राई हो जाते हैं. यानी उनमें सूखापन आ सकता है. नतीजा? सांस लेने में दिक्कत और खांसी.

एक बात और. कार के अंदर की हवा सिर्फ ड्राई ही नहीं होती बल्कि उसमें धूल भी भरी होती है. अगर AC के वेंट्स को समय-समय पर साफ न किया जाए तो धूल, गंदगी बढ़ती जाती है. फिर जब हम कार में घुसते ही तुरंत AC ऑन करते हैं, तब ये दूषित हवा सीधे हम पर पड़ती है. इससे छीकें आ सकती हैं. एलर्जी हो सकती है. नाक और गले में सूखापन महसूस हो सकता है. सिर्फ यही नहीं, अस्थमा (Asthma) और ब्रोंकाइटिस (Bronchitis) जैसी दिक्कतें बढ़ सकती हैं.

लिहाज़ा डॉक्टर से जानिए कि इन दिनों गाड़ी में घुसते ही तुरंत AC ऑन करने से सेहत को क्या नुकसान हो सकता है? और, डॉक्टर विकल्प के तौर पर क्या टिप्स देते हैं?

गाड़ी में घुसते ही AC ऑन करने से क्या होता है?

ये हमें बताया डॉक्टर मोहित सरन ने. 

डॉ. मोहित सरन, कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन, मणिपाल हॉस्पिटल, गुरुग्राम

अगर आप कार में बैठते ही तुरंत अपना AC ऑन करते हैं. AC का तापमान कम रखते हैं और पंखे की स्पीड तेज़ तो इससे कार के अंदर तापमान में जल्दी बदलाव होता है. शरीर तापमान के इस बदलाव में तुरंत एडजस्ट नहीं कर पाता. नतीजा? सेहत से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं. हमें सिरदर्द हो सकता है. शरीर में दर्द हो सकता है. 

कई बार देखा गया है कि शरीर का तापमान बढ़ जाता है. नाक की म्यूकस मेम्ब्रेन में (mucus membrane in nose) सूखापन आ सकता है. म्यूकस मेम्ब्रेन नाक में मौजूद नम अंदरूनी परत होती है. इससे हमारे फेफड़ों में वायरल इंफेक्शन हो सकता है. कुछ लोग वायरल इंफेक्शन (Viral Infection) के ज़्यादा रिस्क पर होते हैं. वायरल इंफेक्शन हमारे शरीर को स्ट्रेस देता है. इस तरह के स्ट्रेस से हमारे शरीर की इम्यूनिटी कम होती है. इसके अलावा हमें चक्कर आ सकते हैं. गले में इंफेक्शन भी हो सकता है.

कार में बैठने पर सबसे पहले सारे शीशे खोल दें

एक्सपर्ट्स क्या करने की सलाह देते हैं?

जब आप कार पार्क करते हैं तो उसका वेंट खोल दीजिए ताकि कार में ताज़ी हवा आती रहे. इससे आपकी कार बाहर के तापमान के अनुकूल हो जाएगी. गर्मी में बंद कार के अंदर कई बार बहुत ज्यादा तापमान हो जाता है, जिससे शीशे चटक जाते हैं. आप इससे भी बचे रहेंगे. 

इसके अलावा जब भी कार में बैठें तो सबसे पहले सारे शीशे खोल दें. इससे कार के भीतर की हवा बाहर चली जाएगी. साथ ही हमारे शरीर को ढलने के लिए समय भी मिल जाएगा. कार का AC ज़रूर खोलें क्योंकि आजकल गर्मी बहुत है. हालांकि AC का तापमान धीरे-धीरे कम करें. 

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

वीडियो: सेहत: लगातार कब्ज़ से हर्निया का रिस्क क्यों है? जानें बचाव और इलाज के तरीके!