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जयपुरः दलित महिला टीचर स्कूल जाने के लिए निकलीं, 10 लोगों ने घेर कर आग के हवाले किया

पहले भी आरोपियों ने महिला टीचर के साथ मारपीट और अभद्रता की थी.

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पीड़िता SMS अस्पताल में भर्ती थी (साभार लेफ्ट फोटो:सोशल मीडिया, राइट फोटो: आजतक)

जयपुर के रायसर गांव में एक दलित महिला टीचर को जिंदा जलाने की घटना सामने आई है. आरोपियों ने पीड़िता के स्कूल जाते समय घटना को अंजाम दिया. आग से 70 प्रतिशत झुलसी पीड़िता को जयपुर के SMS अस्पताल लाया गया. घटना 10 अगस्त की बताई जा रही है. 16 अगस्त को पीड़िता की अस्पताल में मौत हो गई. घटना का वीडियो 17 अगस्त को सामने आया.

राजस्थान पत्रिका की रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता का नाम अनीता रेगर है. 10 अगस्त की सुबह आठ बजे अनीता अपने बेटे राजवीर के साथ अपने मोहल्ले से वीणा मेमोरियल स्कूल जा रही थीं. इसी स्कूल में वो पढ़ाती थीं. रास्ते में कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया. आरोपियों से बचने के लिए अनीता पास के घर में घुस गई. और मदद के लिए 100 नंबर पर फोन किया. लेकिन पुलिस नहीं पहुंची. इसके बाद आरोपियों ने अनीता पर पेट्रोल डालकर उन्हें आग के हवाले कर दिया.

घटना की सूचना मिलने के बाद अनीता के पति ताराचंद और उनका परिवार घटनास्थल पर पहुंचा. अनीता को जमवारामगढ़ के सरकारी अस्पताल ले जाया गया. लेकिन वो 70 प्रतिशत तक जल चुकी थीं, प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल ने अनीता को जयपुर के SMS अस्पताल के बर्न वार्ड में रेफर कर दिया. अस्पताल से अनीता का एक वीडियो भी सामने आया है. इसमें वो अपने साथ हुई घटना के बारे में बता रही हैं, आरोपियों के नाम भी बता रही हैं. 

क्यों दलित महिला टीचर को जिंदा जलाया गया?

मिली जानकारी के मुताबिक, जिन आरोपियों ने अनीता को जलाया उन्हें अनीता ने करीब ढाई लाख रुपये उधार में दिए थे. और वो कई दिन से अपने पैसे वापस मांग रही थीं. पैसे मांगने पर इससे पहले आरोपियों ने अनीता के साथ मारपीट और अभद्रता की थी. जिसकी FIR अनीता ने 7 मई को रायसर थाने में दर्ज करवाई थी.

अनीता का पति ताराचंद (साभार:सोशल मीडिया)
पुलिस ने क्या किया?

अनीता के पति ताराचंद ने गांव के 10 लोगों को पर अनीता को जलाकर मारने का आरोप लगाया है. आरोपियों के नाम रामकरण, बाबूलाल, गोकुल, मूलचंद, सुरेश चंद, आनंदी, प्रहलाद रेगर (वार्ड पंच), सुलोचना, सरस्वती और विमला हैं. अभी तक एक भी आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई थी.

रिपोर्ट के मुताबिक, अनीता का परिवार 12 अगस्त को DGP से भी मिला था. DGP ने जल्द कार्रवाई करने का भरोसा दिलवाया था लेकिन ऐसा हुआ नहीं. ताराचंद ने रायसर SHO, SSI कबूल सिंह, पुलिसकर्मी विनोद गुर्जर पर भी आरोपियों को शरण देने का आरोप लगाया है.

वीडियो राजस्थान: दलित छात्र के दोस्तों ने बताया टीचर ने उसे क्यों पीटा था