बिलकिस बानो (Bilkis Bano) 21 साल की थीं, जब 2002 के गुजरात दंगों के दौरान उनका सामूहिक बलात्कार किया गया था. उस समय वो गर्भवती भी थीं. उनकी आंखों के सामने उनकी तीन साल की बच्ची समेत कई परिजनों की हत्या कर दी गई थी. इस भयावह और जघन्य मामले में कोर्ट ने 11 लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी. बीते 15 अगस्त, 2022 को इन्हें रिहा कर दिया गया. कहा गया कि इन्हें रीमिशन पॉलिसी के तहत रिहा किया गया है.