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यूपी : दरवाजा तोड़कर घर में घुसे, 4 नाबालिग समेत 5 लोगों ने लड़की का बलात्कार किया!

घटना के वक्त घर पर अकेली थी पीड़िता.

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फोटो - सोशल मीडिया

उत्तर प्रदेश के बस्ती ज़िले में गैंगरेप (Basti Gangrape Case) का एक मामला रिपोर्ट किया गया है. पीड़िता की उम्र 20 साल है. इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें से चार आरोपी नाबालिग हैं. बस्ती की डिप्टी एसपी प्रीति खरवार ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है.

इस मामले में पीड़िता की मां ने पुलिस में शिकायत दी. शिकायत के मुताबिक, पीड़िता की मां सिद्धार्थनगर जिले के एक इंटरकॉलेज में काम करती हैं और वहीं रहती हैं. उनकी तीन बेटियां हैं. उनकी बड़ी बेटी का ऑपरेशन होना था, तो वो अपनी दो बड़ी बेटियों को लेकर सिद्धार्थनगर जिले के एक प्राइवेट अस्पताल में गई थीं. उनकी सबसे छोटी बेटी घर पर अकेली थी. 2 सितंबर की रात पांच लड़के दरवाज़ा तोड़कर उनके घर में घुस गए और पांचों लड़कों ने उनकी बेटी का रेप किया. महिला का आरोप है कि लड़कों ने घटना का वीडियो भी बनाया और पीड़िता को डराया कि इस बारे में वो किसी को बताएगी तो वो वीडियो वायरल कर देंगे.

पीड़िता की मां और परिवार वाले वाले घर पहुंचे, तब लड़की की तबीयत खराब थी. पूछने पर उसने अपने साथ हुई पूरी घटना के बारे में बताया. पीड़िता की मां ने 6 सितंबर को थाने में शिकायत दी. शिकायत के आधार पर पुलिस ने IPC की धारा 376 डी (सामूहिक बलात्कार), 441 (घर में जबरन घुसना) और संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया है.

पुलिस ने पांचों आरोपियों को एक मुखबिर की सूचना पर 7 सितंबर को गिरफ्तार किया गया. पुलिस के मुताबिक पांच में से चार आरोपी नाबालिग हैं. बालिग आरोपी को पुलिस कस्टडी और नाबालिग आरोपियों को जुविनाइल होम में रखा गया है.

बस्ती से ही दूसरा गैंगरेप का मामला

5 सितंबर को बस्ती से एक और ऐसा मामला आया था. एक शख्स ने एक नाबालिग के गले और पेट पर चाकू से हमला किया था. दैनिक भास्कर मे छपी रिपोर्ट के मुताबिक़, एक साल पहले लड़की का गैंगरेप किया गया था. ये शख्स इसमें शामिल था.

पीड़िता की मां ने बताया कि घटना 5 सितंबर की रात की है. सोते समय लड़की पर हमला किया गया था. ये भी कहा कि उनपर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. घटना के बाद से ही आरोपियों का पूरा परिवार फ़रार है. आरोपी ने अपने घर की 2 महिलाओं के साथ मिलकर हमला किया है. मामले में पुलिस ने मां की तहरीर पर तीनों पर केस दर्ज कर लिया है.

मां ने ये भी आरोप लगाए हैं कि एक साल पहले पुलिस ने गैंगरेप का मुक़दमा नहीं लिखा था.

"मेरी बेटी के साथ 2021 सितंबर महीने में गैंगरेप किया गया था. तब मेरी बेटी को जान से मारने के लिए उसके मुंह में ब्लेड डाल भी दिया था. मेरी बेटी गांव के बाहर गेहूं के खेत में खून से लथपथ मिली थी. पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था. फिर 15 दिन बाद, जब मेरी बेटी बात करने लायक़ हुई, तब उसने गांव के तीन युवकों का नाम बताया था. पुलिस ने तीनों के ख़िलाफ़ हत्या के प्रयास का मुक़दमा लिखा था, लेकिन न तो मेडिकल टेस्ट करवाया, न गैंगरेप का केस दर्ज किया था."

पिछले साल सितंबर की घटना के बाद पुलिस ने तीन में से दो आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया था, लेकिन एक आरोपी फ़रार था. जिसने अब हमला किया है. अभी पीड़िता गंभीर रूप से घायल है. ज़िला अस्पताल में इलाज चल रहा है.

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