The Lallantop

लोन न चुकाने पर बैंकवालों ने पिता के साथ गाली-गलौज की, बेटी ने दी जान

पुलिस ने इस मामले में दो अगस्त को सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

post-main-image
सांकेतिक फोटो

एनटीआर जिले के नंदीग्राम में 28 जुलाई को एक 17 साल लड़की ने  आत्महत्या कर ली थी. उसने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से एजुकेशन लोन लिया था. और वापस न करने पर लोन वसूली एजेंटों ने उसका और उसके परिवार का कथित तौर पर शोषण किया था. इस मामले में पुलिस ने 2 अगस्त को सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है. और उन्हें न्यायिक हिरासत में  भेज दिया गया है.

6.35 लाख रुपये का लोन

न्यूज मिनट की रिपोर्ट के मुताबिक, सुसाइड करने वाली नाबालिग का नाम जष्ठी हरिता वार्शिनी था. वार्शिनी के पिता जे प्रभाकर राव ने बच्चों की पढ़ाई के लिए 6.35 लाख रुपये का लोन लिया था. SBI से. लेकिन वो इसे चुकाने में असमर्थ रहे. 26 जुलाई को MSR (Mortgage servicing rights) और LVR (Loan-to-Value Ratio) फर्म के चार लोग उनके घर आए. और उन्होंने वार्शिनी के पिता के साथ पड़ोसियों के सामने गाली-गलौज की. पिता की बेइज्जती से परेशान होकर 28 जुलाई को वार्शिनी ने सुसाइड कर लिया.

मिली जानकारी के मुताबिक वार्शिनी और उसके भाई बहन पढ़ाई में बहुत अच्छे थे. इसलिए उनके माता-पिता बच्चों को आगे तक पढ़ाना चाहते थे. लेकिन वो पढ़ाई का खर्चा नहीं उठा पा रहे थे. और इसी वजह से उन्होंने लोन लिया था. इंडिया टुडे से बात करते हुए DCP मैरी प्रशांति ने बताया, 

"इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिनमें से चार लोगों ने लोन की राशि की वसूली के लिए वार्शिनी की मां को फोन किया था. और तीन अन्य वसूली एजेंसी के मालिक हैं. आगे की जांच जारी है."

पुलिस ने ये भी बताया कि वार्शिनी ने इंजीनियरिंग, कृषि और फार्मेसी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (EAPCET) के टॉप 15,000 में रैंक हासिल की थी.

ऐसी ही एक घटना 19 जुलाई को तेलंगाना के हैदराबाद में भी हुई थी. एक व्यक्ति ने ऑनलाइन लोन ऐप से लोन लिया था. लेकिन वो उसे चुका नहीं पाया. तो ऐप के लोन रिकवरी एजेंट ने उसे परेशान किया. जिसके चलते उसने सुसाइड कर लिया. 

वीडियो: महाराष्ट्र के सांगली में एक ही परिवार के नौ लोगों की मौत कैसे हुई?