UGC NET पेपर लीक मामले में एक नया अपडेट आया है. जांच एजेंसी CBI इस मामले की जांच कर रही है. अब CBI को पता चला है कि जिस सबूत के आधार पर इस परीक्षा को कैंसिल किया गया था, वो गलत है. इंडियन एक्सप्रेस ने सरकार से जुड़े सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है. इस परीक्षा में 9 लाख से अधिक छात्र शामिल हुए थे. 18 जून को 317 शहरों में इसके लिए सेंटर बनाए गए थे. परीक्षा के एक दिन बाद ही इसे कैंसिल कर दिया गया. इस परीक्षा को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) आयोजित कराती है. NTA ने कहा था कि परीक्षा की सत्यनिष्ठा (Integrity) से समझौता हुआ है और गृह मंत्रालय से मिले इनपुट के आधार पर ये फैसला लिया गया था.