पुणे के पोर्श कार हादसे (Pune Porsche Crash Case) में अब राजनीति भी शुरू हो गई है. विपक्षी नेताओं के दावे थे कि अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP के विधायक सुनील टिंगरे ने ही नाबालिग आरोपी को बचाया. साथ ही आसानी से ज़मानत दिलाई. ये भी कहा गया कि 19 मई की रात को विधायक सुनील टिंगरे येरवडा पुलिस स्टेशन में मौजूद थे और पुलिस पर दबाव बना रहे थे. अब इस मामले में सुनील टिंगरे ने सफाई दी है. उन्होंने क्या कहा, जानने के लिए देखिए वीडियो.