27 जून को इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आनन-फानन में हाई वोल्टेज सुनवाई हुई. दोनों तरफ के वकीलों ने जोरदार बहस की. इस बीच बार-बार 'किहोतो होल्लोहॉन (1992)' फैसले का जिक्र आया. दल-बदल विरोधी कानून के संबंध में ये एक बेहद महत्वपूर्ण फैसला है. सुप्रीम कोर्ट ने अपने इस फैसले के तहत विधायकों की बर्खास्तगी को लेकर स्पीकर के अधिकार (विवेकाधिकार) को बरकरार रखा था. देखें वीडियो