जिनके आने की उम्मीद में पाकिस्तान ने आंखें बिछा रखीं थीं, वो नहीं आए. वो भारत आए. G20 समिट में हिस्सा लिया. अलग से डील भी की. मगर ना आते और ना ही लौटते वक़्त पाकिस्तान में रुके. हम सऊदी अरब के प्रधानमंत्री और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान यानी MBS की बात कर रहे हैं. वो 09 से 11 सितंबर तक भारत में थे. दौरा खत्म हुआ तो सीधे अपने मुल्क निकल गए. पाकिस्तान ने संकेत दिया था कि MBS लौटते टाइम कुछ घंटों के लिए उसके यहां रुकेंगे. नहीं रुके तो बात निकली कि उन्होंने पाकिस्तान को धोखा दे दिया है.
दुनियादारी: पाकिस्तान की फौज़ सऊदी अरब क्यों गई, क्राउन प्रिंस MBS ने क्या झटका दिया?
सऊदी अरब की बेरुखी की वजह क्या है?
दरअसल, पाकिस्तान पिछले बरस से ही MBS की बाट जोह रहा है. नवंबर 2022 में दौरा फ़िक्स हो चुका था. मगर ऐन मौके पर तारीख़ आगे बढ़ा दी गई. पाकिस्तान, सऊदी अरब को अपना सबसे अच्छा दोस्त मानता है. चाहे कर्ज़ की ज़रूरत हो या डिप्लोमैटिक सपोर्ट की, वो सबसे पहले सऊदी की तरफ़ ही जाता है. जानकारों का कहना है कि MBS की बेरुखी से उसको झटका लगा है. तो, आज हम जानेंगे,
- सऊदी अरब की बेरुखी की वजह क्या है?
- और, सऊदी अरब-पाकिस्तान संबंधों का इतिहास क्या है?