4 अगस्त, 1947. इतिहास की वो तारीख जिसने भारत के दो टुकड़े कर दिए. ये बंटवारा केवल देश ही नहीं बल्कि दिल, रिश्तों और भावनाओं का था. एक तरफ कोलकाता से लेकर रावलपिंडी तक आज भी लोगों के दिलों में इसका जख्म ताजा है, वहीं दूसरी ओर सरहदी दुश्मनी के परे दोनों देशों में लोग चांदनी चौक के जायके और कराची के हलवे के कसीदे पढ़ते हैं. लाहौर (Lahore, Pakistan) में रहने वाले प्रोफेसर अमीन चौहान (Prof Amin Chohan) को आज भी अपना पंजाब वाला घर याद आता है. जिसके लिए उन्होंने ये सब किया, पूरा मामला देखें वीडियो में.
77 साल बाद भारत से पाकिस्तान लाया गया घर का दरवाजा, जिसका वीडियो वायरल है
विभाजन से पहले पंजाब के बटाला में Prof Amin Chohan का पुश्तैनी घर था.